141 साल बाद टूटा रिकॉर्ड और थम गया देश… आखिर कैसे डूब गया हॉंगकॉंग? – भारत संपर्क


हॉंग कॉंग में बाढ़ के हालात बन गए हैं. Image Credit source: Getty Images
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में बादल जिस समय तबाही मचा रहे थे, ठीक उस समय भारत से 4 हजार किमी दूर हॉंगकॉंग में भी हालात बेकाबू थे. यहां पिछले चार दिनों से भीषण बारिश हो रही है. मंगलवार को भी यहां बारिश ने 141 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया. दोपहर दो बजे तक ही यहां तकरीबन 350 मिमी बारिश हुई. इससे पहले हॉंगकॉंग में सर्वाधिक बारिश 1884 में हुई थी. इस बारिश से देश लगभग थम सा गया.
हॉंगकॉंग में मंगलवार को भारी बारिश से सड़कें डूब गईं, अस्पतालों में पानी भर गया, स्कूल बंद हो गए. हॉंग कॉंग मौसम प्रयोगशाला के हवाले से रॉयटर्स ने लिखा है कि यहां बारिश की वजह से तकरीबन सभी सार्वजिनक सेवाएं बंद करनी पड़ी हैं. मौसम विभाग की ओर से ब्लैक रैन की चेतावनी जारी की गई है.
घुटनों तक भर गया पानी
हॉंगकॉंग में बारिश के हालात ऐसे हैं कि कई इलाकों में घुटनों तक पानी भर गया है. यह बारिश ठीक ऐसे समय में हो रही है जब दक्षिणी चीन में खराब मौसम ने तबाही मचा रखी है. चीन की मीडिया के मुताबिक नेइबहोरिंग ग्वांगडोंग प्रांत में इसी सप्ताह के अंत में अचानक आई बाढ़ की वजह से तकरीबन पांच लोगों की मौत हो गई थी. बताया जा रहा है कि हॉंगकॉंग में भारी बारिश की वजह से कई इलाकों में भीषण जाम लगा है. मेट्रों स्टेशन अस्थायी तौर पर बंद कर दिए गए हैं. तकरीबन 101 फ्लाइट्स डिले हुई हैं. 20 प्रतिशत उड़ानों को रद्द भी कर दिया गया है. पुलों पर बिलिविलिटी कम होने की वजह से वाहन गति की सीमा घटा दी गई है.
क्यों डूब रहा हॉंगकॉंग
भारी बारिश की वजह से पहाड़ी इलाकों से पानी नीचे की ओर आ रहा है. बारिश की भयावहता इतनी ज्यादा है कि पिछले 8 घंटे में दो बार ब्लैक रेनस्टॉर्म का अलर्ट जारी हो गया है. इसके अलावा फ्लंडिंग और लैंडस्लाइड का जोखिम भी बढ़ गया है. इस बारिश का कारण दक्षिण पश्चिम मानसून और तटरक्षक वायुमंडलीय डिस्टरबेंस को माना जा रहा है. इसके अलावा हॉंग कॉंग की पहाड़ी की संरचना, सीढ़यों और उत्तरोतर ढलान वाली सड़कों की वजह से पानी जल्द नीचे उतरता है और सड़कों पर तेज बहाव का कारण बन जाता है.
दो साल पहले भी आई थी आफत
हॉंग कॉंग में दो साल पहले सितंबर 2023 में भी मूसलाधार बारिश हुई थी. उस वक्त एक घंटे में तकरीबन 158.1 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई थी. उस दौरान पूरे 24 घंटे में तकरीबन 600 मिमी बारिश हो गई थी. तब भी हॉंग कॉंग डूबा था जिसका कारण ड्रेनेज प्रणाली का फेल होना बताया गया था. अधिकारियों ने माना था कि शहर की ड्रेनेज प्रणाली इतनी भारी बारिश को संभालने के लिए तैयार नहीं थी. उस समय भी सड़कों पर पानी भर गया था और मेट्रो स्टेशन, शॉपिंग सेंटरों को जलभराव होने की वजह से बंद करना पड़ा था.