होलिका दहन के बाद लोगों ने खेली जमकर होली, रंगोत्सव में…- भारत संपर्क
होलिका दहन के बाद लोगों ने खेली जमकर होली, रंगोत्सव में रंगों से सराबोर रहे बच्चे, युवा, महिला व बुजुर्ग
कोरबा। होली की पर्व को लेकर लोेगों में उमंग, उजास और उल्लास है। रंगोत्सव से सराबोर होने बच्चे, युवा, महिला व बुजुर्ग हर वर्ग आतुर रहे। लोगों ने होलिका दहन के बाद जमकर होली खेली। एक दिन पहले गुरुवार की रात असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक होलिका दहन किया गया। विधि-विधान से पूजा-अर्चना की गई। परिवार के सुख, शांति और समृद्धि की कामना की गई। शुक्रवार को होली की धूम रहेगी। इस अवसर पर दिनभर बाजार गुलजार रहा।
फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि गुरुवार को होलिका दहन किया गया। शहर के सबसे पुराना बस स्टैंड में इकोफ्रेडली होलिका (गोबर के कंडे) बनाया गया था। होलिका की पूजा-अर्चना सुबह से सिलसिला शुरू हो गया था। होलिका की विधि-विधान से पूजा के साथ फेरा लेकर आर्शिवाद प्राप्त लिया। परिवार के सुख, शांति और समृद्धि की कामना की गई। रात में भद्रा साया खत्म होने के बाद शुभ मुहूर्त पर होलिका दहन किया गया। होली दुकानाें में भी सुबह से रंग-बिरंगी पिचकारी, रंग-गुलाल सहित अन्य सामानी खरीदी के लिए भीड़ रही। शाम होते ही होली की दुकाने गुलजार हो गई। इस बार बाजार में बच्चों में छोटा भीम, डोरेमोन, मोटू-पतलू, क्रिकेटर्स, विराट कोहली, हथोड़ी, डमरू सहित अन्य कार्टून और डिजाइनर पिचकारी की मांग अधिक रही। युवाओं में भी गुलाल वाली फायर पिचकारी सहित अन्य बड़ी पिचकारी, क्रिकेटर्स मलिंगा सहित अन्य हेयर स्टाइल की मांग रही। वही इस अवसर पर नगर निगम द्वारा बनाए गए कोसाबाड़ी फेस वन और बुधवारी बाजार मेला मैदान के स्टॉल, पावर हाउस रोड, मेन रोड, सीतामणी, कोसाबाड़ी सहित अन्य उप नगरीय क्षेत्र गेवरा, कुसमुंडा, कटघोरा, बालको, जमनीपाली सहित स्थानों के बाजार में रौनक रही। ग्रामीण क्षेत्रों के बाजार में देर शाम तक चहल-पहल रही। व्यापारियों ने बताया कि इस बार होली पर्व को लेकर लोगों ने खूब खरीदी की है। इधर बाजार में हर्बल रंग गुलाल की मांग भी अधिक रही। महिला स्व सहायता समूहाें द्वारा होली के कई माह पहले ही तेसू के फूल, हल्दी, पालक सहित अन्य प्राकृतिक फूल और फल से रंग-गुलाल बनाना शुरू किया था। इसका बाजार में अधिक मांग रही। शुक्रवार सुबह से होली खेलने का सिलसिला शुरू हो गया था।
होली के दो दिन पहले जहां शैक्षणिक संस्थानों में होली मनाई गई। वहीं एक दिन पहले लोगाें ने दफ्तर, कार्यालय, पुराना बस स्टैंड, नया बस स्टैंड, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों सहित कई स्थानों पर होली का उत्साह देखने को मिला। लोगाें ने एक-दूसरे को रंग-गुलाल लगाकर होली पर्व धूमधाम से मनाया। वहीं डीजे की धुन पर थिरकते रहेे। होली को लेकर घर-घर में स्वादिष्ट पकवानों की तैयारी कर ली गई थी। गृहिणियां इसकी तैयारी एक सप्ताह पहले से शुरू कर दी थी। इससे हर घर से स्वादिष्ट व्यंजनों की महक आने लगी है। गृहिणियों ने बताया कि होली पर सबसे अधिक बड़ा, पूरी, देहरौरी, गूजिया व अन्य पकवान बनाए जाते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के साथ ही शहरी क्षेत्र के कई गली-मोहल्ले में नगाड़े की थाप और फाग गीत सुनाई दी। इससे माहौल होलीमय हो गया। होली पर्व पर नगाड़ा, झांझ, मंजीरा और ढोलक की धुन पर फाग गीत के साथ होली पर्व का उत्साह एक सप्ताह पहले ही देखने को मिल रहा था।