अमर जवान फ्यूल्स और अमर जवान की कोठी, देशभक्ति के इजहार का…- भारत संपर्क


प्रवीर भट्टाचार्य



सरहद पर खड़े होकर दुश्मन देश से जंग लड़ना ही देश प्रेम दर्शाने का एक मात्र माध्यम नहीं है। देश के प्रति आप समर्पित है, यह दर्शाने के और भी तरीके हैं। ऐसा ही एक तरीका आप रायपुर से बिलासपुर मार्ग पर नेशनल हाईवे 30 पर कुंरा, धरसीवा तरपुंगी टोल नाका से थोड़ा पहले देख सकते हैं। यहां काफी सालों से अमर जवान फ्यूल्स नाम से इंडियन ऑयल का पेट्रोल पंप संचालित है। इसके ठीक बगल में अब अमर जवान की कोठी भी खुल चुकी है।

फोन से नहीं नाता पर जीवन फौजियों के लिए समर्पित

पहली नजर में आपको लग सकता है कि यह किसी फौजी का पेट्रोल पंप और रेस्टोरेंट होगा लेकिन आप यह जानकर शायद हैरान रह जाएगी इस संस्थान के संचालक का सेना से कोई नाता नहीं है, लेकिन दिल में भारत भूमि और सेना के जवानों के लिए ऐसा प्रेम कि उन्होंने अपना जीवन ही इन जवानों और उनके परिवारों के लिए समर्पित कर दिया है ।
संस्था के संचालक हरीश भाई जोशी का यूं तो फौज से कोई सीधा नाता नहीं, फिर भी उन्होंने देशभक्ति के रंग से अमर जवान पेट्रोल पंप को रंग दिया है। इस रास्ते से गुजरने के दौरान ही आपको इसका एहसास होने लगेगा।

पेट्रोल पंप पर निशुल्क चाय ,कॉफी, हवा और वॉशिंग भी
यह अमर जवान पेट्रोल पंप तो काफी सालों से संचालित है, जहां 24 घंटे अमर जवान ज्योति प्रचलित होती है। यहां की दीवारों पर देशभक्ति के स्लोगन लिखे हुए हैं। पेट्रोल पंप और रेस्टोरेंट की कमाई का काफी बड़ा हिस्सा शहीद जवानों के बच्चों के लिए खर्च किया जा रहा है। जो भी जवान देश के लिए शहीद होता है उनके परिवार के संपर्क करने पर संचालक द्वारा उनके बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी ली जाती है।

पेट्रोल पंप संस्था के संचालक हरीश भाई जोशी कहते हैं कि जो जवान देश की सुरक्षा में 24 घंटे तैनात है उनके परिवार की सुरक्षा की जिम्मेदारी देश के हर एक नागरिक की है , और वे केवल इसी नागरिक कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं।
दोनों संस्थाओं की कमाई का ₹1 भी नहीं ले जाते हैं संचालक घर


पिछले कुछ सालों से इसी देशभक्ति की भावना के साथ संचालित पेट्रोल पंप के साथ ही अब उन्होंने इस वर्ष गणतंत्र दिवस से अमर जवान की कोठी नाम से थाली रेस्टोरेंट भी आरंभ किया है।

यहां शुद्ध शाकाहारी खाना मिलता है । मगर यह रेस्टोरेंट कई महीनो में बिल्कुल अलग है। भारतीय परंपराओं में भोजन एक संस्कार है, इसलिए इस रेस्टोरेंट में प्रवेश करने से पहले लोग जूते चप्पल बाहर ही उतार देते हैं। रेस्टोरेंट के बाहर शोकेस में आपको भारत माता से लेकर देश के जवान झांकियो में नजर आएंगे। अंदर प्रवेश करने पर भी दीवारों पर देश के महापुरुषों की तस्वीर नजर आएगी तो वही सामने ही स्वामी विवेकानंद की विशाल प्रतिमा और बेहद खूबसूरत इंटीरियर आपको लुभायेगा।

लेकिन यह तो शुरुआत भर है। यहां की और भी कई विशेषताएं आपको चमत्कृत करेगी। इस पेट्रोल पंप पर चाहे आप ईंधन भरवाये या ना भरवाए, आपके यहां निशुल्क चाय- कॉफी पिलाई जाएगी। साथ ही आपके वाहनों में बिना कोई पैसा लिया हवा भी भरी जाएगी। और अगर आप चाहे तो आपके वाहनों की फ्री वॉशिंग भी हो सकती है।

रेस्टोरेंट नहीं लगेगा जैसे हो एक मंदिर

अब तक तो इतनी ही सुविधा थी लेकिन पिछले गणतंत्र दिवस से यहां अमर जवान की कोठी के नाम से एक शानदार रेस्टोरेंट खुल गया है, जहां मात्र ₹90 में आप भरपेट शुद्ध शाकाहारी भोजन कर सकते हैं। दीवारों पर और डाइनिंग टेबल पर भी साफ-साफ लिखा है कि थाली में उतना ही ले कि नाली में भोजन को व्यर्थ ना बहाना पड़े। और इसका असर भी दिखता है। यहां लोग उतना ही लेते हैं जितना वे ग्रहण कर पाते हैं। यहां कर्मचारी इतने अनुशासित की आपकी थाली से कोई सामान खत्म होने से पहले ही वे उसे लेकर प्रकट हो जाते हैं, इसलिए आपको यहां किसी चीज के लिए आवाज नहीं लगानी पड़ती । अपने मालिक की तरह ही कर्मचारी भी हंसमुख, मिलनसार और सहयोगी स्वभाव के हैं जो इस आग्रह के साथ आपको भोजन कराएंगे कि लगेगा जैसे आप अपने परिवार के बीच आए हैं।


यहां आम लोगों के लिए मात्र 90 रुपए में शानदार थाली उपलब्ध है, लेकिन देश के सैनिक, अर्ध सैनिक बल, सभी राज्यों की पुलिस, शहीद परिवार, साधु- संत, धर्मगुरु और इंडियन ऑयल के टैंकर चालकों के लिए यहां 24 घंटे निशुल्क भोजन उपलब्ध है।

संस्था के संचालक बताते हैं कि वे पेट्रोल पंप और रेस्टोरेंट की कमाई का ₹1 भी घर लेकर नहीं जाते। यहां 100 से अधिक कर्मचारी रोजगार प्राप्त कर रहे हैं । उनके वेतन, रेस्टोरेंट- पेट्रोल पंप के संचालन के खर्च के बाद बचे रुपए हुए जवानों और उनके परिवारों के लिए खर्च करते हैं।

इस दौर में ऐसी भावना दुर्लभ है। जहां लोग पैसे के लिए अपनो से छल करने में पीछे नहीं, वहां एक बुजुर्ग, फौजी ना होते हुए भी देश और फौजी के लिए ऐसी पवित्र भावना रखता है कि वह ऐसा कुछ कर रहा है जो वह कर सकता है। देश के सैनिकों के लिए ऐसवसमर्पण भी देशभक्ति की उस पवित्र भावनाओं जैसी ही है जो एक सैनिक सरहद पर रहकर दर्शाता है। इसलिए हरीश भाई जोशी भी देश की सीमाओं पर खड़े किसी फौजी से किसी भी मायने में कम नहीं है।
इस रास्ते से गुजरने के दौरान ही आपको पेट्रोल पंप और रेस्टोरेंट की झलक से ही देशभक्ति का एहसास होने लगेगा। और अगर आप यहां ठहर जाए तो फिर एक सुनहरी याद लेकर लौटेंगे।
सुकून भरा वातावरण है अमर जवान की कोठी का

रेस्टोरेंट और पेट्रोल पंप पर हर वक्त देशभक्ति के गीत बजते रहते हैं। दीवारों पर टँगी तस्वीर, स्लोगन और यहां मौजूद स्टैच्यू, सब मिलकर एक अद्भुत संसार रचते है जो किसी परीलोक की तरह तो है ही साथ ही किसी भी सच्चे भारतीय में देश प्रेम की वह भावना जगा जाती है जो अक्सर 15 अगस्त और 26 जनवरी को ही जागकर वापस सो जाती है ।

अगर हरीश भाई जोशी जैसे एक बुजुर्ग व्यक्ति ऐसा कर सकते हैं तो फिर और लोग क्यों नहीं ? अगर आप यह भी नहीं कर सकते तो इतना तो कर ही सकते हैं कि जब भी आप बिलासपुर- रायपुर राजमार्ग से गुजरे तो कुछ पल के लिए यहां जरूर ठहरे । हो सके तो अपने वाहन को भोजन कराने के साथ खुद भी यहां भोजन कीजिए। आपका यह कदम किसी सैनिक परिवार की जरूरतमंद बच्चों के लिए मददगार साबित होगी और ऐसा कर आप हरीश भाई जोशी का हौसला भी बढ़ा पाएंगे। अमर जवान फ्यूल्स या फिर अमर जवान की कोठी- यह संस्थायें एक ऐसे जवान के जज्बे को प्रदर्शित करती है जिनका नाता तो फौज से नहीं है लेकिन उनकी भावनाएं जरूर अमर है जो हर भारतीय को अपील करती है।

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