एक ऐसा आइलैंड, जहां फैला है बिल्लियों का ‘साम्राज्य’, लोग करते हैं उनकी पूजा |…


बिल्लियां (सांकेतिक)Image Credit source: Unsplash
जापान के उत्तर-पूर्व में एक द्वीप ऐसा भी है, जहां इंसानों से कहीं ज्यादा बिल्लियां रहती हैं. यहां बिल्लियां अप्रत्याशित रूप से संरक्षक की भूमिका निभाती हैं. बात हो रही है ताशिरोजिमा आइलैंड की, जहां बिल्लियों के सम्मान में ‘नेको निन्जा’ नाम का एक मंदिर है जो द्वीपवासियों और बिल्लियों के बीच की खूबसूरत बॉन्डिंग को दर्शाता है.
ऐतिहासिक रूप से ताशिरोजिमा अपने रेशम उत्पादन के लिए जाना जाता था. तब किसान अपने मूल्यवान रेशमकीट कोकुन को चूहों से बचाने के लिए बिल्लियां रखते थे. इसके अलावा यहां के मछुआरों का मानना था कि बिल्लियां सौभाग्य लाती हैं और ज्यादा मछलियां पकड़ने में मदद करती हैं.
और इस तरह बना मंदिर
इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के अनुसार, ऐसा कहा जाता है कि मछुआरे समुद्र में जाने से पहले मौसम का अनुमान लगाने के लिए बिल्लियों की हरकतों पर नजर रखते थे. कहते हैं कि बिल्लियों और यहां के रहने वालों के बीच संबंध पीढ़ियों से बहुत अच्छे रहे हैं. एक बार किसी मछुआरे ने गलती से एक बिल्ली को घायल कर दिया था. जिसके बाद द्वीपवासियों ने मिलकर बिल्ली के सम्मान में मंदिर का निर्माण किया. इस घटना के बाद बिल्ली और द्वीपवासियों के बीच की बॉन्डिंग और भी मजबूत हो गई.
अनूठी संस्कृति आज भी कायम
यह द्वीप तोहोकू इलाके में स्थित मियागी प्रांत के इशिनोमाकी शहर का हिस्सा है, जो 2011 में शक्तिशाली भूकंप के बाद आई विनाशकारी सुनामी का गवाह बना था. हालांकि, इस प्राकृतिक आपदा के बावजूद द्वीप की अनूठी संस्कृति आज भी कायम है.
इंसानों से ज्यादा हैं बिल्लियां
रिपोर्ट के मुताबिक, आज ताशिरोजिमा द्वीप पर 100 से अधिक बिल्लियां और लगभग 50 इंसानों की आबादी निवास करती है. अपने शांत वातावरण और खूबसूरत बिल्लियों के साथ ताशिरोजिमा इंसान और बिल्लियों के बीच स्थायी रिश्ते का प्रमाण बना हुआ है.