भारत माता आंग्ल माध्यम शाला में शिक्षण में आर्टिफिशियल…- भारत संपर्क



भारत माता आंग्ल माध्यम शाला ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का शिक्षण के क्षेत्र में व्यापीकरण पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया, जिसका मुख्य विषय राष्ट्रीय शिक्षा नीति और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस था। इस कार्यशाला में तीन सत्रों में आयोजित किया गया था।

प्रथम सत्र: एआई का उपयोग शिक्षण में
डॉ एच एस होता ने अटल बिहारी वाजपेई यूनिवर्सिटी से अपने व्याख्यान में शिक्षकों को एआई का उपयोग करके शिक्षण सामग्री को रोचक बनाने के लिए टूल्स की ट्रेनिंग प्रदान की। उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि वे कृत्रिम बुद्धिमता को पाठ्यक्रम में शामिल करके अपने शिक्षण पद्धति को रोचक बनाएं।
द्वितीय सत्र: तकनीकी का उपयोग शिक्षण में

भारतीय प्रोद्योगिकी संस्थान भिलाई से जॉस इमैनुएल ने अपने व्याख्यान में शिक्षकों को वर्तमान परिपेक्ष्य में शिक्षण पद्धति में प्रोद्योगिकी के उपयोग के बारे में बताया। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति और तकनीकी के बारे में विस्तार से चर्चा की।
अंतिम सत्र: ग्रास रूट इनोवेशन और एआई
नेशनल इन्नोवेशन फाउंडेशन भुवनेश्वर से राहुल प्रकाश ने ग्रास रूट इनोवेशन और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर अपनी प्रस्तुति दी। उन्होंने शिक्षकों को नए प्रयोग करके पाठ्यक्रम को रोचक बनाने और अटल टिंकरिंग लैब का उपयोग करके ग्रास रूट इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया।
शाला के प्राचार्य फादर सलीन पी ने कक्षा में उपयोग में आने वाली एआई टूल्स को प्रायोगिक तौर पर करके शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया। इस अवसर पर 70 से ज्यादा शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित थे।
इस कार्यशाला का उद्देश्य शिक्षकों को एआई के उपयोग और राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बारे में जागरूक करना था, ताकि वे अपने शिक्षण पद्धति में सुधार कर सकें और छात्रों को बेहतर शिक्षा प्रदान कर सकें।
Post Views: 2