खजाना! कब्रिस्तान में खुदाई में मिली हांडी, अंदर देखा तो भरी हुईं थीं अशर्फ… – भारत संपर्क

खुदाई में मिली हांडी में निकलीं चांदी की अशर्फियां
उत्तर प्रदेश के बिजनौर में कोतवाली देहात इलाके के करौंदा चौधर गांव में मुगलकालीन चांदी की अशर्फियां मिली हैं. बीते शनिवार को मनरेगा के मजदूरों द्वारा एक कब्रिस्तान की साफ-सफाई का कार्य ग्राम प्रधान इकरार अंसारी द्वारा कराया जा रहा था. कब्रिस्तान की पूर्व दिशा की ओर मिट्टी के पूश्ते की खुदाई करने के दौरान मिट्टी की पुरानी छोटी हांडिया मिली, हांडिया के मुंह पर मिट्टी का ढक्कन लगा हुआ था, पूश्ते की खुदाई कर रहे मजदूर ने जब हांडिया को खोलकर देखा तो उसमें कुछ सिक्के मिले.
मजदूर ने साथ काम कर रहे अन्य मजदूरों को सिक्कों के बारे में बताया. जिस पर कब्रिस्तान की साफ सफाई का काम करने वाले मजदूरों ने हांडिया के मिले हुए सिक्कों को आपस में बांट लिया. कब्रिस्तान में खजाना दबे होने का अनुमान लगा कर सौ मीटर लम्बे पूरे पूश्ते को तीन-चार फीट गहराई तक खोद डाला. हालांकि इस खुदाई में दो खाली हांडिया और मिली, लेकिन उन हांडियो की वजह से उनमें आपस में शक बढ़ा. उन्हें लगा कि शायद उनके किसी साथी ने अशर्फियां चुपचाप निकाल ली होंगी. बस इसी वजह से सब लोग एक दूसरे को शक की नजरों से देखने लगे.
गांव के प्रधान ने कब्जे में ली अशर्फियां
उसी वक्त किसी असंतुष्ट मजदूर ने ग्राम प्रधान और अन्य ग्रामीणों को कब्रिस्तान से खजाना निकलने की सूचना दे दी. ग्राम प्रधान इकरार अंसारी मौके पर पहुंचे और वहां मौजूद सभी मनेरगा मजदूरों से हांडी में निकले सिक्कों की जानकारी ली. जिस पर मजदूरों ने बताया कि एक हांडिया में 15 चांदी की अशर्फियां मिली हैं. ग्राम प्रधान ने सभी अशर्फियां को अपने कब्जे में ले लिया. अशर्फियों पर अरबी भाषा में 1193 हिजरी लिखा हुआ था. ग्राम प्रधान द्वारा थाना कोतवाली देहात के इंस्पेक्टर को कब्रिस्तान से बरामद मुगलकालीन अशर्फियां की सूचना दी गई. जिस पर मौके पर पहुंची कोतवाली देहात पुलिस सभी मजदूरों को कोतवाली देहात थाने में ले आई और उनसे पूछताछ की.
पुलिस ने क्या कहा?
इस पूरे मामले की जानकारी देते हुऐ थानाध्यक्ष कोतवाली देहात राजेश चौहान ने बताया कि पंद्रह सिक्के नुमा अशर्फी हमनें गांव जाकर लोगों से लिए हैं. उन पर अरबी या फारसी भाषा में कुछ लिखा हुआ है. थाने की जीडी में चढा कर वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दे दी गयी है. जिन्हें अब डीएम साहब को सुपुर्द कर दिया जायेगा. वहां से पुरात्तव विभाग को सूचना भेजी जायेगी.