Bareilly: ‘हैलो… आपका पैकेट पकड़ा गया है’, कहकर शख्स के साथ किया साइबर फ्… – भारत संपर्क
सांकेतिक फोटो
उत्तर प्रदेश के बरेली से लगातार साइबर ठगी के मामले सामने आ रहे हैं. ताजा मामले में एक व्यक्ति को पार्सल में गैरकानूनी सामान थाईलैंड भेजने की बात कहकर ठगों ने युवक को डिजिटल अरेस्ट कर लिया. इसके बाद उनसे दस लाख रुपये खाते में डलवाए और कहा जब तक रुपये खाते में नहीं पड़ेंगे तब तक उनको कैमरे के सामने से हटने नहीं दिया जाएगा. युवक उसकी डिजिटल अरेस्ट कर के रखा गया. ठग ने उसे सीबीआई का अफसर बनकर बात की. डिजिटल अरेस्टिंग से छूटने के बाद युवक ने साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई. अब पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है.
पूरा मामला बरेली के इज्जत नगर थाना क्षेत्र के अग्रसेन नगर का है. यहां के रहने वाले प्रमोद कुमार राठौर ने साइबर थाने में जाकर रिपोर्ट दर्ज कराई और बताया कि 24 अप्रैल को सुबह उनके मोबाइल पर एक कॉल आई थी. कॉल करने वाले ने बताया कि वह डिलीवरी करने वाली कंपनी से बोल रहा है और कहा कि उनके नाम, आधार नंबर और फोन से एक पार्सल मुंबई से थाईलैंड के लिए बुक हुआ है. फोन करने वाले ने कहा कि इस पार्सल को रोक लिया गया है. पार्सल में गैरकानूनी सामान है. प्रमोद ने बताया कि उन्होंने कोई पार्सल कहीं नहीं भेजा. तब ठग ने कहा कि इसकी रिपोर्ट मुंबई क्राइम ब्रांच में दर्ज करानी होगी. इसके बाद उसने मुंबई क्राइम ब्रांच और सीबीआई से बात कराने की बात कहते हुए कॉल ट्रांसफर कर दी. दूसरी तरफ से बात करने वाले ने खुद को सीबीआई अफसर बताते हुए कहा कि उन्हें वीडियो कॉल पर अपना बयान रिकॉर्ड कराना होगा.
स्काइप पर किया गया डिजिटल अरेस्ट
इसके लिए प्रमोद को स्काइप मोबाइल एप ज्वाइन करने को कहा गया. इसके बाद वीडियो कॉलिंग के जरिये बातचीत होने लगी. खुद को सीबीआई अधिकारी बताने वाले ने प्रमोद से कहा कि उनके ऊपर मनी लॉड्रिंग, ड्रग्स स्मगलिंग और ह्यूमन ट्रैफिकिंग के मामले दर्ज हैं और डिजिटल अरेस्टिंग कर ली गई. इतना ही नहीं उन्हें डराया धमकाया गया. उनके बैंक खातों की जानकारी ली गई और कहा गया कि खातों में पड़ी रकम की जांच की जाएगी. इसके लिए दस लाख रुपये आरबीआई द्वारा खोले गए सर्विलांस एकाउंट में डालने होंगे.
खाते में डलवाए गए 49 लाख रुपये
प्रमोद ने डर के कारण दस लाख रुपये बताए गए खाते में डाल दिए. प्रमोद को 25 घंटे डिजिटल अरेस्ट रखा और कहा कि अगर कैमरे से हटे तो सीबीआई गिरफ्तार करने पहुंच जाएगी. दो देशों के बीच तस्करी का मामला बताकर उन्हें डराया- धमकाया गया और 49 लाख रुपये खाते में डलवा लिए गए. उसके बाद जब प्रमोद ने उस नंबर पर कई बार कॉल की, लेकिन वह रिसीव नहीं हुई. छानबीन में पता चला कि उन्हें ठगा गया है. 25 घंटा डिजिटल अरेस्टिंग के बाद साइबर थाने में की शिकायत दर्ज करवाई गई.
खाते को किया फ्रीज
ठगी के शिकार हुए प्रमोद 25 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट रहे. उसके बाद उन्हें जब एहसास हुआ कि उनके साथ ठगी हुई है फिर वह बरेली के साइबर थाने पहुंचे और शिकायत की. इसी शिकायत के आधार पर साइबर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया और पूरे मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी. वहीं खाते को फ्रीज भी कर दिया है. जानकारी के मुताबिक, बरेली में कई उद्योगपति साइबर ठगी के शिकार हो चुके हैं और उन लोगों की कई घंटे तक डिजिटल अरेस्टिंग भी हो चुकी है और इन लोगों ने साइबर थाने में मुकदमे में भी दर्ज कराया है. फिलहाल मामले में जांच जारी है.