टेक्निकल सब कमेटी के गठन के बाद भी कैडर स्कीम का नहीं मिल…- भारत संपर्क
टेक्निकल सब कमेटी के गठन के बाद भी कैडर स्कीम का नहीं मिल रहा लाभ, सालभर का समय गुजरने के बाद भी ऑपरेटर कैडर स्कीम के लाभ से वंचित
कोरबा। कैडर स्कीम पर विस्तार से चर्चा के बाद लागू करने टेक्निकल सब कमेटी का गठन भी हुआ है, लेकिन अब तक हैवी मशीनों के ऑपरेटरों को कैडर स्कीम का लाभ नहीं मिल सका है। नवंबर 2023 में कमेटी का गठन किया जा चुका है। सालभर का समय गुजरने के बाद भी ऑपरेटर कैडर स्कीम के लाभ से वंचित हैं। एसईसीएल की कोयला खदानों में हैवी मशीनों के ऑपरेटरों की कैडर स्कीम लागू नहीं की जा सकी है। यह अधर में अटकी हुई है। श्रमिक नेताओं की मानें तो कैडर स्कीम लागू नहीं होने तक एसईसीएल गेवरा एरिया जेसीसी मेंबरों का प्रबंधन के साथ हुए मौखिक समझौते का परिपालन नहीं किया जा रहा है। इसे लेकर संयुक्त केन्द्रीय श्रमिक संगठन गेवरा एरिया ने एकजुटता दिखाई है। 5 श्रमिक संगठन एचएमएस, एटक, इंटक, बीएमएस व सीटू ने संयुक्त केन्द्रीय श्रमिक संगठन के बैनर तले एसईसीएल गेवरा एरिया जीएम को ज्ञापन दिया है। इसमें 9 सूत्रीय मांगों की ओर प्रबंधन का ध्यान आकृष्ट कराया है। एसईसीएल की कोयला खदानों में अब खनन करने हैवी मशीनों का उपयोग किया जाता है। नियमित कर्मचारी भी हैवी मशीनों को ऑपरेट करने का काम संभाल रखे हैं। इन कर्मचारियों के लिए कोई कैडर स्कीम अब तक नहीं बनाई है। दूसरे कर्मचारियों की तरह हैवी मशीनों के ऑपरेटरों की कैडर स्कीम लागू करने संबंधी मुद्दा कोल इंडिया स्तर का है। इस कारण एरिया जेसीसी मेंबरों ने हैवी मशीनों के ऑपरेटरों के संबंध में तीनों शिफ्ट में सभी डंपर ऑपरेटरों की ओवर टाइम ड्यूटी बढ़ाने की मांग मौखिक सहमति के बाद आगे नहीं बढ़ी। अब इसे 9 सूत्रीय मांग में संयुक्त केन्द्रीय श्रमिक संगठन गेवरा एरिया ने शामिल किया है।