भारतीय मजदूर संघ ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी- भारत संपर्क

भारतीय मजदूर संघ ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी
कोरबा। भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध बालको कर्मचारी संघ का द्विवार्षिक अधिवेशन 24 जनवरी को संपन्न हुआ, जिसके पश्चात विधिवत निर्वाचन कर 30 जनवरी को निर्वाचित पदाधिकारियों की सूची रायपुर स्थित पंजीयक को भेज दी गई। नियमानुसार यह सूची 45 दिनों के भीतर स्वीकृत मानी जानी चाहिए थी, लेकिन अब तक स्थिति स्पष्ट नहीं है। इस बीच प्रबंधन द्वारा नवनिर्वाचित पदाधिकारियों हरीश सोनवानी, नरेंद्र तिवारी, राहुल जैन एवं अन्य श्रमिकों को लगातार प्रताडि़त किए जाने की शिकायत सामने आई है। भारतीय मजदूर संघ ने आरोप लगाया कि कंपनी मजदूर विरोधी नीतियों को बढ़ावा दे रही है और कांग्रेस समर्थित यूनियनों का पक्ष लेकर निष्पक्षता का उल्लंघन कर रही है। संगठन ने यह भी आरोप लगाया कि प्रबंधन श्रम कानूनों का उल्लंघन कर प्रतिबंधित श्रम करवा रहा है, जो कि स्पष्ट रूप से असंवैधानिक और अनुचित है। बीएमएस के प्रदेश महामंत्री दिनेश कुमार पांडेय ने एक दिवसीय दौरे के दौरान संगठन के पदाधिकारियों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकार हमारी होने के बावजूद, हमारे लोगों को ही प्रताडि़त किया जाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही मजदूरों की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो भारतीय मजदूर संघ उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा।