*Big Breaking jashpur:-विधिक वारिस के तीन लोगों को निःसंतान बताकर भारी…- भारत संपर्क

( सोनू जायसवाल की रिपोर्ट )
जशपुरनगर,कोतबा:-पत्थलगांव विकासखंड के कोतबा चौकी क्षेत्र में जीवित विधिक वारिस के तीन लोगों को निःसंतान बताकर भारी फर्जीवाड़ा कर दो एकड़ 14 डिसमिल जमीन को गांव के एक व्यक्ति के नाम फर्जी रजिस्ट्री करने का मामला सामने आया है.पीड़ित ने मामले को लेकर जिला के तेज तर्रार कलेक्टर रोहित व्यास को लिखित शिकायत कर मामले में जांच कर कानूनी कार्यवाही करने की मांग की है।
जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत घोघरा के पीड़ित आवेदक अशोक तिग्गा ने आरोप लगाते हुये लिखित शिकायत किया है कि उनकी माता स्व.सिरमती के नाम ग्राम – घोघरा, प ह न 17, तहसील- बागबहार, जिला- जशपुर (छ. ग.) के नाम सयुंक्त खाता मे ग्राम घोघरा मे कुल खसरा नंबर = 05 कुल रकबा -2.213 हे भूमि स्वामी हक़ मे दर्ज था। लेकिन मेरी माँ कि मृत्यु – 06/07/2023 को हो गयी जिसका मृत्यु प्रमाण पत्र लगा कर उसी खाते मे शामिल अन्य तीन विपिन, विक्रेन तथा मिलिया ने उस समय 10/09/2024 के समय के हल्का पटवारी रमाकांत पैंकरा को मोटी रकम तथा सांथ गांठ करके सिरमती को निःसंतान दिखा करके उनके तीन विधिक वारिस अशोक तिग्गा, संदीप तिग्गा, रिजेता माता सिरमती पति टुनु का नाम को विलोपित कर दिया। तथा सिर्फ पहले से उस खाते में मौजूद 3 लोगों विपिन, विक्रेन तथा मिलिया का नाम चढ़ा करके गांव कि ही एक महिला पिंकी पैंकरा पिता नानहु पैंकरा को उस खाते मे से खसरा नम्बर = 16 रकबा -0.866 हे भूमि को फर्जीवाड़ा करके बेच दिया गया जबकि उस भूमि के मेन नम्बर दार विधिक वारिस अशोक तिग्गा,संदीप तिग्गा,बहन रिजेता माता सिरमति पति टुनु का नाम विलोपित कर भारी फर्जीवाड़ा किया गया है.पीड़ित ने इस पुरे मामले मे हल्का पटवारी रमाकांत पैंकरा की भूमिका सबसे प्रमुख फिर उस समय के सरपंच तथा सचिव की भी प्रमुख भूमिका बताया है।
उन्होंने कलेक्टर से निवेदन किया है कि उक्त प्रकरण का तुरन्त जाँच करवा कर ग्राम -घोघरा की जमीन खसरा नंबर 16 रकबा 0.866 हे को वापिस खाते मे दर्जकरवाये। रजिस्ट्री को शून्य करके सम्बंधित तत्कालीन हल्का पटवारी रमाकांत पैंकरा सचिव माधुरी माहेश्वरी, तथा सरपंच सुनीता पैंकरा के ऊपर प्राथमिकी (FIR)दर्ज कराते हुए ऐसा कार्य करने वालों के ऊपर कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है।
*पुराने पर्चा पीड़ित के पास फिर भी नया जारी कर हो गया फर्जीवाड़ा..!*
दिलचस्प बात तो यह है कि पीड़ित आवेदक के पास पुराना पर्चा भी है उसके बाद भी नया जारी करा कर फर्जी रजिस्ट्री कर दिया गया।इस फर्जीवाड़े में पटवारी के साथ तहसील कार्यालय के अन्य अधिकारियों की भी भूमिका को संदिग्ध देखी जा रही हैं. क्योंकि बिना पर्चा के रजिस्ट्री नहीं होता और ज़ब मूल पर्चा आवेदक के पास है तो जाहिर है रजिस्ट्री हेतु पटवारी द्वारा नया पर्चा बनाया गया है
*पीड़ित के पास पुख्ता दस्तावेज..!*
पीड़ित अशोक तिग्गा ने ग्राउंड जीरो ई न्यूज को बताया कि उनके पास पंचायत का पूर्व पंचनामा जिसमें उन्हें निःसंतान बताया है उसके साथ ही वर्तमान पंचनामा जिसमें पूरे गांव की उपस्थिति में उन्हें वैध वीधिक वारिस बताया है इसके साथ ही पुराने पर्चे,पुराना बी वन पटवारी द्वारा जारी निःसंतान पंचनामा सहित अन्य पुख्ता सबूत होने का दावा किया हैं।