बिहार: उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा के पास भी 2 EPIC, तेजस्वी यादव बोले- उम्र…


तेजस्वी के बाद अब विजय सिन्हा भी फंसे
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले खूब राजनीतिक घमासान देखने को मिल रहा है. खासतौर पर वोटर वेरिफिकेशन को लेकर नए-नए विवाद सामने आ रहे हैं. इस विवाद में सबसे पहले आरजेडी नेता तेजस्वी यादव घेरे में आए थे, उन पर आरोप था कि उनके पास दो दो अलग-अलग EPIC नंबर हैं, जिस पर बीजेपी ने उन पर जमकर आरोप लगाए थे. अब इसी घेरे में बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा भी आ चुके हैं. उन पर भी दो अलग-अलग EPIC नंबर होने का दावा किया गया है.
राजद का दावा ने किया है कि उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा के पास भी दो EPIC हैं. आरजेडी उपमुख्यमंत्री के दोनों EPIC नंबर सोशल मीडिया पर जारी किए हैं. इनमें एक EPIC लखीसराय पैतृक गांव का है. जबकि दूसरा पटना में बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र का है.
विजय सिन्हा का एक कार्ड खीसराय में दिखाया जा रहा है, जिसका EPIC कार्ड नंबर है IAF 39393370 है. दूसरा कार्ड पटना के बांकीपुर विधानसभा का है. इस कार्ड का ईपिक नंबर AFS0853341 है और सीरियल नंबर 767 है.
विजय सिन्हा ने किया उम्र घोटाला- तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने कहा “बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा के पास दो EPIC नंबर हैं. वो भी दो अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में एक में उम्र 57 साल है, और दूसरे में उम्र 60 साल है. ये चुनाव आयोग के एप्लीकेशन पर ऑनलाइन भी है. नई वोटर लिस्ट, जो सभी पार्टियों के जिला अध्यक्ष को दी गई है. ये नई लिस्ट में भी है. तो अब इसमें कौन फ्रॉड कर रहा है? लोगों को ये पता होना चाहिए. सिर्फ़ दो ही चीज़ें हो सकती हैं: या तो चुनाव आयोग की SIR की पूरी प्रक्रिया ही फ्रॉड है या बिहार के डिप्टी सीएम फ्रॉड हैं. बस यही दो चीज़ें हो सकती हैं.”
विजय सिन्हा पर जमकर बरसे तेजस्वी
बिजय सिन्हा के दो वोटर आईडी कार्ड मामले में RJD नेता तेजस्वी यादव ने विजय सिन्हा पर हमला बोला है. उन्होंने कहा “अब सवाल ये है कि क्या चुनाव आयोग या पटना ज़िला प्रशासन और लखीसराय ज़िला प्रशासन उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा को नोटिस भेजेगा? क्या विजय सिन्हा पर कोई कार्रवाई होगी? BJP लोकतंत्र और संविधान की धज्जियाँ उड़ा रही है. हमने कई बार कहा है कि SIR बहुत बड़ा फ्रॉड है. मामला कोर्ट में भी है, और हम पूरे सबूत के साथ कोर्ट में अपना पक्ष रखेंगे कि किस तरह का फ्रॉड हो रहा है. अब इससे बड़ा उदाहरण क्या हो सकता है कि SIR के बाद भी बिहार के उपमुख्यमंत्री का नाम दो जगह वोटर लिस्ट में है.
#WATCH | Patna, Bihar: RJD leader Tejashwi Yadav says, “Bihar’s Deputy Chief Minister Vijay Kumar Sinha have two EPIC numbers. That too in two different assembly constituencies. In one, the age is 57, and in the other, the age is 60. This is also online on the Election pic.twitter.com/QhJq7PJEwx
— ANI (@ANI) August 10, 2025
उन्होंने कहा कि संशोधन के बाद भी और पूरी तरह से संशोधन के बाद भी. इससे बड़ा कोई सबूत नहीं है कि कितना बड़ा फ्रॉड हो रहा है. चुनाव आयोग ने ड्राफ्ट रोल फ़ाइल वेबसाइट पर अपलोड कर दी है. इससे पहले वोटर सर्विस पोर्टल से एक टेक्स्ट बेस्ड PDF डाउनलोड किया गया था. टेक्स्ट बेस्ड का मतलब है कि हम फलां का नाम डालेंगे और सर्च करेंगे. नाम डालते ही वो सामने आ जाएगा. अब इन लोगों ने क्या किया है? इमेज बेस्ड PDF डाउनलोड हो रहा है.”
सबसे बड़े फ्रॉड तो उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा निकले !
साहब दो जगह के मतदाता हैं – लखीसराय और बांकीपुर, पटना
साहब ने दोनों जगह SIR फॉर्म भी भरा है ।
दोनों जगह ड्राफ्ट में उनका नाम भी आ गया है।महत्पूर्ण सवाल है कि यह कैसे हुआ ?
क्या वे पिछले चुनावों में दोनों जगह वोट दे pic.twitter.com/HbAMaRSev2
— Bihar Congress (@INCBihar) August 9, 2025
कांग्रेस ने बोला विजय सिन्हा पर हमला
कांग्रेस के मुताबिक, विजय सिन्हा ने दोनों क्षेत्रों में SIR फॉर्म भरा है. दोनों जगह ड्राफ्ट मतदाता सूची में उनका नाम आ चुका है. और यह नियमों के खिलाफ है और पारदर्शी चुनाव प्रक्रिया पर सवाल खड़ा करता है.
कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म x पर पोस्ट करते हुए लिखा कि सबसे बड़े फ्रॉड तो उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा निकले! साहब दो जगह के मतदाता हैं. लखीसराय और बांकीपुर, पटना साहब ने दोनों जगह SIR फॉर्म भी भरा है. दोनों जगह ड्राफ्ट में उनका नाम भी आ गया है.
कांग्रेस ने उठाए सवाल
कांग्रेस ने विजय सिन्हा दो EPIC नंबर को लेकर कई सवाल किए हैं.
- क्या वे पिछले चुनावों में दोनों जगह वोट दे रहे थे ?
- तो क्या चुनाव आयोग ने उन्हें दो मताधिकार दिए हैं?
- नियम के खिलाफ जाकर दो जगह से SIR फॉर्म क्यों भरा?
- चुनाव आयोग ने दो जगह से नाम कैसे ड्राफ्ट में डाल दिया ?
- कब होगी इस फ्रॉड पर FIR, कब होगा इस्तीफा?
- क्या चुनाव आयोग के नियम सिर्फ दलितों, पिछड़ों, गरीबों, मजदूरों के लिए हैं, भाजपाइयों के लिए नहीं?
आगे लिखा कि यह फ्रॉड भाजपा और चुनाव आयोग के गठजोड़ का नतीजा है. इसी तरह ये लोग पूरे देश में भाजपाइयों को दोहरीतिहरी नागरिकता दे रहे हैं. कहीं एक पत्ते पर 8080 वोट डल रहे हैं, तो कहीं एक व्यक्ति 44 बार वोट दे रहा है. चुनाव आयोग और भाजपाई चोरचोर मौसेरे भाई!