बिहार: ‘स्कार्पियो आई और डॉक्यूमेंट्स फेंककर निकल गई…’ सड़क किनारे पड़े…


सड़क किनारे फेंके भूमि सर्वेक्षण के हजारों फॉर्म
बिहार के मुजफ्फरपुर के गायघाट थाना क्षेत्र के जारंग चौक से पूरब एनएच-27 पर उस समय हड़कंप मच गया, जब राहगीरों और स्थानीय ग्रामीणों ने सड़क किनारे हजारों की संख्या में भूमि सर्वेक्षण से जुड़े दस्तावेज बिखरे हुए देखे. भूमि सर्वेक्षण के लिए भरे गए फॉर्म फेंक दिए गए थे. यह नजारा देख हर कोई हैरान रह गया. जांच करने पर पता चला कि ये फॉर्म मधुबनी के लौकही प्रखंड के हैं.
ये फॉर्म सैकड़ो रैयतों (सीधे सरकार के अधीन भूमि पर खेती करने वाले व्यक्ति) ने भूमि सर्वेक्षण के लिए जमा किए थे. खेत में काम कर रहे एक किसान ने बताया कि एक स्कॉर्पियो रुकी और उसमें रखे कागजों के बंडल को हाईवे किनारे फेंक कर मुजफ्फरपुर की ओर निकल गई. जब ग्रामीणों ने नजदीक जाकर दस्तावेजों की जांच की तो पता चला कि वह मधुबनी के लौकही प्रखंड के सैकड़ों रैयतों की ओर से भूमि सर्वेक्षण के लिए जमा किए गए कागजात थे.
दस्तावेजों की जांच की जा रही
कागजातों में कई अधजले डॉक्यूमेंट्स भी मिले, जिससे आशंका जताई जा रही है कि इन्हें जानबूझकर खराब करने की कोशिश की गई है. इस घटना ने भूमि रिकॉर्ड के संरक्षण और सरकारी प्रक्रियाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं. गायघाट थाना अध्यक्ष उमाकांत सिंह ने बताया कि दस्तावेजों की जांच की जा रही है और मामला संदिग्ध लग रहा है. पुलिस टीम ने सभी कागजात अपने कब्जे में लेकर जांच प्रक्रिया शुरू कर दी है.
साजिश का हिस्सा है ये मामला?
गायघाट प्रखंड के अंचलाधिकारी शिवांगी पाठक ने बताया की यह मामला किसी साजिश का हिस्सा है. डॉक्यूमेंट्स की जांच कराई जा रही है. इसके साथ ही मामले की जांच में भी पुलिस जुट गई है कि किसने ये डॉक्यूमेंट्स फेंके. इस मामले को लेकर स्थानीय प्रशासन ने संबंधित प्रखंड के सीओ को जानकारी दे दी गई है, जो डॉक्यूमेंट्स फेंके गए. उनमें से कुछ डॉक्यूमेंट्स अधजले थे. ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि इन्हें इरादतन नष्ट करने की कोशिश की गई.