बिहार: इन जिलों में सड़कों पर दौड़ेंगी पिंक बसें, महिलाओं का सफर होगा आसान…

बिहार में महिलाओं को सुरक्षित सड़क परिवहन की सुविधा प्रदान करने के लिए पिंक बस की सुविधा मुहैया कराई जा रही है. इसके तहत पहले चरण में पटना में ये पिंक बसे चलाई जाएंगी. इसके बाद मुजफ्फरपुर, पूर्णिया और भागलपुर में यह सुविधा शुरू होगी. इसके अप्रैल महीने में शुरू हो जाने की संभावना है. हाल में राज्य सरकार ने विधानमंडल में वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट प्रस्तुत किया है, जिसमें इसकी घोषणा की गई थी. इसे अमलीजामा पहनाने की कवायद विभागीय स्तर पर शुरू हो गई है.
बिहार राज्य पथ परिवहन निगम के स्तर से इन सभी बसों का परिचालन कराया जाएगा. इसके लिए निगम ने 20 सीएनजी मिनी बसों की खरीद कर ली है. इन बसों का रंग भी गुलाबी रखा गया है, ताकि सड़कों पर इन्हें दूर से ही पहचाना जा सके. अभी पटना में ऐसी 8 बसें चलाने की योजना है. जबकि, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया और भागलपुर में 4-4 बसें चलाई जाएंगी.
महिला कर्मचारियों को प्रशिक्षित कर होगी नियुक्ति
इस बस सेवा में सीसीटीवी कैमरे, जीपीएस आदि आधुनिक उपकरण मौजूद रहेंगे जिससे महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित होगी. आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी सीटों के नीचे एक पैनिक बटन है, जिसे दबाने से आपात स्थिति की सूचना पास के थाने या कंट्रोल रूम को मिल जाएगी.
राज्य के प्रमुख शहरों में अत्याधुनिक सुविधायुक्त परिवहन की इस पिंक बस सेवा से महिलाओं को सुरक्षित सफर का एहसास होगा. राज्य सरकार की इस अनूठी पहल से न सिर्फ महिलाओं को सुरक्षित यात्रा का भरोसा मिलेगा. बल्कि, यह महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा. इससे महिलाओं के अधिकारों एवं समानता को भी बढ़ावा मिलेगा.
सुबह 6 से रात 9 बजे तक चलेंगी पिंक बसें
पिंक बसें सुबह 6 बजे से रात नौ बजे तक चलेंगी. बसों का परिचालन शुरू होने के बाद ही इसका किराया तय किया जाएगा. राजधानी पटना में इसका रूट तय हो चुके हैं. फिलहाल ये तीन रूटों पर चलेंगी. इसमें पटना सिटी- दानापुर रूट, बाईपास-कंकड़बाग-राजेंद्रनगर-अनीसाबाद- फुलवारी रूट और बोरिंग रोड- पाटलिपुत्र- कुर्जी, दीघा रूट शामिल है. प्रत्येक पिंक बस में 22 सीटें होंगी.
इन बसों में जीपीएस लगे होंगे, जिससे प्रत्येक बस की सटीक लोकेशन हमेशा मिलती रहेगी. किस रूट की बस किस समय कहां पर है इसकी पूरी जानकारी मिलती रहेगी. पिंक बस की हर सीट के नीचे पैनिक बटन होगा जिसका इस्तेमाल महिलाएं किसी भी तरह की परेशानी होने पर कर सकेंगी.