राज्य खेल अलंकरण अवार्ड के तहत बिलासपुर की टेबल टेनिस…- भारत संपर्क

राज्य में भाजपा की सरकार बनते ही एक बार फिर से खेल अलंकरण अवार्ड की शुरुआत की गई है, जिसके तहत बिलासपुर की बेटी को भी पुरस्कृत किया गया। आपको बता दे कि 5 साल पहले भूपेश बघेल की सरकार बनने के बाद कांग्रेस ने इस आयोजन पर रोक लगा दिया था, क्योंकि आयोजन की शुरुआत डॉ रमन सिंह के शासनकाल में हुई थी। इससे खिलाड़ी बेहद निराश थे।

14 मार्च को रायपुर के दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में राज्य खेल अलंकरण समारोह में विभिन्न खेलों के 544 खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि प्रतिभा ईश्वर की देन है और यह समाज को ईश्वर का अनुपम उपहार है। जब प्रतिभागी निखरते है तो समाज भी निखरता है। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने शहीदों के परिजनों को भी सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने इस बात पर खुशी व्यक्त की कि राज्य में 5 साल बाद प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को सम्मान और पुरस्कार मिलने जा रहा है। छत्तीसगढ़ में शहीदों के नाम पर आरंभ खेल अलंकरण पुरस्कार को अपनी चिर परिचित मानसिकता के तहत कांग्रेस सरकार द्वारा बंद कर दिए जाने को उन्होंने अफसोसजनक बताया। उन्होंने कहा कि इससे राज्य में खेल प्रतिभाएं निराश थी।

बिलासपुर की आर देवांशी का भी हुआ सम्मान
राज्य खेल अलंकरण पुरस्कार के तहत बिलासपुर की प्रसिद्ध टेबल टेनिस खिलाड़ी आर देवांशी को 2020-21 के लिए शहीद पंकज विक्रम सम्मान से सम्मानित किया गया। खेल एवं युवा कल्याण विभाग छत्तीसगढ़ शासन द्वारा विभिन्न खेलों में राज्य , राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों को विभिन्न शहीदों के नाम पर सम्मानित किया जाता है। इसी कड़ी में बिलासपुर शहर की आर देवांशी को टेबल टेनिस के क्षेत्र में उनके विशिष्ट योगदान के लिए शहीद पंकज विक्रम सम्मान से सम्मानित किया गया। उन्हें पुरस्कार स्वरूप ₹25,000 का नगद पुरस्कार भी प्रदान किया गया है। देवांशी मात्र 8 वर्ष की आयु से ही राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर टेबल टेनिस के खेल में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रही है । उन्होंने कई बार बिलासपुर का प्रतिनिधित्व किया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के हाथ से ट्रॉफी और नगद ₹25000 पाकर आर देवांशी फूली नहीं समाई और उन्होंने राज्य सरकार की इस पहल का स्वागत करते हुए कहा है कि इससे खेल प्रतिभाओं का उत्साह वर्धन होगा।
