गोली से शुरू जंग फाइटर जेट तक पहुंची… कंबोडिया vs थाईलैंड की क्या है कहानी? – भारत संपर्क


कंबोडिया और थाईलैंड के बीच जंग बढ़ती जा रही है.
सुबह सीमा पर गोलीबारी हुई और महज दो घंटे में यह रॉकेट और आर्टिलरी से होते हुए ये फाइटर जेट तक पहुंच गया. थाईलैंड और कंबोडिया के यह युद्ध अब बड़ा होता जा रहा है, विवाद एक शिव मंदिर को लेकर है, लेकिन इसके पीछे की वजह चीन को माना जा रहा है. कहा तो ये भी जा रहा है कि जिनपिंग ही इस युद्ध के प्रायोजक हैं. ऐसा हो भी सकता है, मगर इतना साफ है कि थाईलैंड और कंबोडिया के बीच बढ़ा तनाव विनाश का नया चैप्टर साबित हो सकता है.
भारत से पांच हजार किलोमीटर दूर, दक्षिण पूर्व एशिया के दो पड़ोसी देश थाईलैंड और कंबोडिया मे भीषण युद्ध छिड़ गया है. भगवान बुद्ध को मानने वाले दोनों एशियाई देश एक दूसरे पर missiles और रॉकेटस से हमले कर रहे हैं. Thailand ने तो हमलों के लिये F-16 लड़ाकू विमान का इस्तेमाल शुरू कर दिया है. इस जंग के शुरुआती घंटो मे ही कई नागरिकों की मोत हो गयी है
किस बात पर छिड़ा है युद्ध
दोनों देशों में ये युद्ध किस बात पर छिड़ा है, ये जान कर आपको ज्यादा हैरानी होंगी. दोनों पड़ोसी देश 1000 वर्ष पुराने शिव मंदिर को लेकर एक दूसरे के खून के प्यासे हो चुके हैं. दरअसल इस शिवमंदिर को प्रेह विहेयर के नाम से जाना जाता है. इसे 9वीं सदी में खमेर सम्राट सूर्यवर्मन ने भगवान शिव के लिए बनवाया था. हालांकि अब यह आस्था का केंद्र नहीं बल्कि राजनीति और सैन्य अखाड़े का केंद्र बन गया है. इस शिव मंदिर पर कंबोडिया और थाईलैंड दोनों देश दावा करते रहे हैं. कंबोडिया का दावा है कि मंदिर उसके क्षेत्र में है, जबकि थाईलैंड का तर्क है मंदिर के चारों ओर की जमीन उसकी है.आपको बता दें वर्ष ️1962 में ICJ यानी इंटरनेशल कोर्ट ऑफ जस्टिस ने मंदिर को कंबोडिया का हिस्सा बताया था.
दोनों देश कर रहे एक-दूसरे पर हमले
बॉर्डर पर तैनात कंबोडिया की आर्मी ने थाईलैंड पर BM-21 Grad Multiple Rocket Launcher से अटैक किया है. दावा है कि इसमें थाईलैंड को भारी नुकसान पहुंचा है. थाईलैंड के हाईवे पर रॉकेट के शेल्स गिरते दिखे हैं. थाईलैंड की सेना ने भी रॉकेट अटैक का जवाब दिया है. थाईलैंड के जनरल ने बताया कि उनके देश ने कंबोडिया के खिलाफ ऑपरेशन “Yuttha Bodin” को लॉन्च कर दिया है. थाईलैंड ने कंबोडिया के खिलाफ अपनी रॉयल थाई एयर फोर्स को भी active कर दिया है. कंबोडिया पर छह F-16 फाइटर जेट से बमबारी की गयी. 12 घंटे मे थाईलैंड के F-16 लड़ाकू विमानों ने कंबोडिया पर तीन राउंड मे हमले किये. निशाने पर थे कंबोडिया के मिलिट्री instalations. 2 मिलिट्री बेस को भारी नुकसान होने का दावा किया जा रहा है. थाईलैंड की ओर से कंबोडिया के मिलिट्री अस्पताल पर भी अटैक किया गया है.
12 लोगों की मौत
थाईलैंड का आरोप है कि कंबोडिया के हमले में 12 थाई लोगों की मौत हो चुकी है औऱ 14 लोग घायल हुए हैं. थाईलैंड ने सीमा से लगे 86 गांवों से लगभग 40 हजार नागरिकों को सुरक्षित जगहों पर भेज दिया है. वहीं, कंबोडिया में रहने वाले थाई लोगों को तत्काल अपने देश लौट जाने की अपील की गई है. थाईलैंड और कंबोडिया में इस समय 6 लोकेशन पर भिड़ंत चल रही है. थाईलैंड के सिसाकेट पर भयंकर बमबारी हो रही है. थाईलैंड का एक गैस स्टेशन तहस-नहस हो चुका है.
राजनयिक संबंध किए खत्म
कंबोडिया और थाईलैंड ने एक दूसरे से राजनयिक संबंध खत्म् कर लिए हैं. कंबोडिया ने थाईलैंड के राजदूत को वापस अपने देश भेज दिया है. थाईलैंड ने भी कंबोडिया पर बदले की कार्रवाई की है. कंबोडिया के पीएम ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से emergency meeting की मांग की है. दरअसल ये युद्ध तब भडका जब एक दिन पहले ही सीमा पर एक लैंड माइन विस्फोट में चार थाई सैनिक घायल हो गये थे. थाईलैंड ने आरोप लगाया की सुबह कम्बोडिया की तरफ से उसकी सीमा के अंदर सैनिक और ड्रोन भेजे गए और इसके बाद ही दोनों देशों के बीच गोलीबारी शुरु हो गयी.
दोनों देश लगा रहे एक-दूसरे पर आरोप
कंबोडिया के रक्षा मंत्रालय का कहना है कि गुरुवार सुबह साढ़े छह बजे ये संघर्ष शुरू हुआ. थाई सैनिकों ने पहले के समझौते का उल्लंघन किया. सीमा के पास स्थित एक हिंदू मंदिर की ओर बढ़त बनाई और उसके चारों ओर कंटीले तार लगा दिए, जबकि थाईलैंड की नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल का कहना है कि सुबह साढ़े सात बजे कंबोडिया की सेना ने सीमा के पास थाई सैनिकों पर निगरानी रखने के लिए ड्रोन तैनात कर दिए.थाईलैंड के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता निकोर्न्डेज बालनकुरा ने कहा कि रॉयल थाई सरकार कंबोडिया से आग्रह करती है कि वे अपने उन बार-बार के कृत्यों को बंद करें.जो अंतर्राष्ट्रीय कानून का गंभीर उल्लंघन करते हैं. इस तरह की हरकतें अच्छे पड़ोसी संबंधों और सद्भावना के सिद्धांतों के खिलाफ हैं, और ये वैश्विक मंच पर कंबोडिया की प्रतिष्ठा कमज़ोर करेंगी.