छत्तीसगढ़ बंगाली समाज ने धूमधाम से मनाया बांग्ला नव वर्ष…- भारत संपर्क


बिलासपुर। छत्तीसगढ़ बंगाली समाज द्वारा बांग्ला नव वर्ष के अवसर पर भव्य आयोजन किया गया, जिसमें पारंपरिक संस्कृति, सम्मान समारोह और राष्ट्रभक्ति की भावना का सुंदर समावेश देखने को मिला। कार्यक्रम में विशेष रूप से बिलासपुर विधायक एवं पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल शामिल हुए।
अपने उद्बोधन में श्री अग्रवाल ने सभी को नववर्ष की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बंगाल ने स्वतंत्रता संग्राम में जो योगदान दिया है, वह अविस्मरणीय है। उन्होंने नेताजी सुभाष चंद्र बोस, रविंद्रनाथ टैगोर, स्वामी विवेकानंद और बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय जैसी विभूतियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि इन महान व्यक्तित्वों के विचार आज भी हमारी प्रेरणा हैं। उन्होंने यह भी बताया कि स्वामी विवेकानंद के जीवन पर शोध कार्य प्रारंभ हो चुका है।

भारी वर्षा के बावजूद कार्यक्रम में उमड़ी भीड़ ने आयोजन को खास बना दिया। इस मौके पर महापौर पूजा विधानी, प्रदेश प्रतिनिधि गुलशन ऋषि, जिला अध्यक्ष दीपक सिंह, छत्तीसगढ़ बंगाली समाज के प्रदेश अध्यक्ष पल्लव धर, पार्षद मोती गंगवानी, संरक्षक ए. के. गांगुली, प्रदेश महासचिव पार्थ चक्रवर्ती, डॉ. एस. के. मजूमदार और प्रमुख सलाहकार अचिंत कुमार बोस सहित समाज के अनेक गणमान्य जन उपस्थित थे।

इस अवसर पर समाज के वरिष्ठजनों एवं योगदानकर्ताओं को सम्मानित किया गया। सम्मान प्राप्त करने वालों में मानवेंद्र नाथ चटर्जी, ए. के. गांगुली, सौमित्र धर, कमल घोष, सुजीत मित्रा, नमिता घोष, डॉ. सोमा मलिक, निहार रंजन मलिक, राजा दासगुप्ता, कृष्ण प्रजापति, निरंजन विश्वास, निमाई दास, रुनादास एवं भास्कर दास शामिल थे।
प्रतिभाओं को भी सम्मानित किया गया जिसमें निहार रंजन मलिक को सर्वश्रेष्ठ गायन, राजा दासगुप्ता को सर्वश्रेष्ठ नाटककार, मौमिता पाल को सर्वश्रेष्ठ छात्रा एवं एमबीबीएस डॉक्टर, पृथ्वा सरकार और शुभांगी राय को सर्वश्रेष्ठ नृत्य के लिए “समाज गौरव सम्मान” से नवाजा गया।
कार्यक्रम में डॉ. अनूप विश्वास, नारायण चंद्र दे, सोनू सरकार, विजय कुमार दास, अभिजीत विश्वास, परितोष सरकार, उज्ज्वल बनर्जी, शुभंकर राय, पिंटू भट्टाचार्य, सुभाष चंद्र सरकार सहित समाज के अनेक सदस्य उपस्थित थे।
महिला विंग की ओर से पूर्ति धर, कल्पना दे, प्रोनोति बारिक, अरुंधति मुखर्जी, अनामिका चक्रवर्ती, सीमा बसु, रीना गोस्वामी, झरना मजूमदार, बबीता विश्वास, पियाली चटर्जी और अन्य महिलाओं की सक्रिय भूमिका सराहनीय रही।
कार्यक्रम का समापन रात्रि भोज के साथ हुआ जिसमें सभी ने मिलकर बंगाली व्यंजनों का आनंद उठाया।
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