चीन ने बनाए खास तरह के हैंगर, आखिर क्या है मकसद? | China develop special aviation… – भारत संपर्क


चीन ने तैयार किए अलग ही तरह के हैंगर
चीन ने विशेष विमानन विमान हैंगर विकसित किए हैं. यह अनोखे और नए प्रकार के हैंगर हैं. दरअसल, चीन नेवी एविएशन के लिए बुनियादी ढांचे के निर्माण पर ध्यान केंद्रित कर रहा है. इसी के तहत उसने नए तरह के हैंगर विकसित किए हैं.
27 मई की सैटलाइट तस्वीरें सामने आई हैं, जिसमें लियाओनिंग प्रांत के तुचेंगजी हवाई क्षेत्र में नए तरह के 16 हैंगर देखे जा सकते हैं. इन हैंगर पर स्पेशल एविएशन एयरक्राफ्ट रहेंगे. चीन ने इसके निर्माण की शुरुआत 2022 में की थी.

हैंगर की सैटलाइट तस्वीरें
हैंगर एक इमारत या संरचना होता है जिसे विमान या अंतरिक्ष यान रखने के लिए डिजाइन किया जाता है. ये लकड़ी या कंक्रीट से बने होते हैं. हैंगर का इस्तेमाल मौसम, धूप से सुरक्षा और विमानों के रखरखाव, मरम्मत, निर्माण के लिए किया जाता है.
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अभी कुछ ही दिन पहले खबर आई थी कि म्यांमार की सेना ने बंगाल की खाड़ी में अपने कोको द्वीप समूह पर दूसरे सैन्य एयरक्राफ्ट के हैंगर का निर्माण पूरा किया है. इस सैन्य अड्डे का निर्माण भारत के अंडमान निकोबार द्वीप से मात्र 55 किमी की दूरी पर किया गया है.
ऐसी अफवाह भी है कि इस सैन्य अड्डे को चीन ने बनाया है, जहां चीनी खुफिया एजेंसी का अड्डा भी है.
इस सैन्य अड्डे के निर्माण से यह अटकलें भी शुरू हो गई थीं कि चीन यहां अपने पैर पसार रहा है. चीन की सेना म्यांमार की सीमा पर लगातार युद्धाभ्यास करती रही है. विश्लेषकों का कहना है कि चीन कोको द्वीप से जासूसी की गतिविधियों को बढ़ावा दे सकता है.