China which dominates the ev market is causing death to its citizens | इलेक्ट्रिक… – भारत संपर्क

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China which dominates the ev market is causing death to its citizens | इलेक्ट्रिक… – भारत संपर्क
इलेक्ट्रिक व्हीकल के बाजार में बाजी मारने वाला चीन बांट रहा है 'मौत'

इलेक्ट्रिक कार की बैटरी से लोग हो रहे बीमार.

हाल के दिनों में इलेक्ट्रिक कारों को लेकर चीन ने बड़ी तेजी से प्रगति की है. चीन की दिग्गज कंपनी BYD ने पहली बार अपने इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) की कीमत पेट्रोल की कार से भी कम करते हुए उसे लॉन्च किया है और दूसरी तरफ हुआवेई टेक्नोलॉजीज ने अक्टूबर में अपना नया अल्ट्रा-फास्ट चार्जिंग सिस्टम लॉन्च करके हलचल मचा दी है. इससे ईवी को केवल एक सेकंड चार्ज पर एक किलोमीटर (0.6 मील) तक चलाया जा सकता है.

चीन का ईवी बैटरी उत्पादक में पिछले साल दुनिया के बाजार में 60 प्रतिशत से अधिक का योगदान था. लेकिन हाल के वर्षों में चीन के विभिन्न हिस्सों में स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा की गई जांच में पाया है कि ईवी बैटरी उत्पादन में उच्च शोर, धूल का स्तर, रासायनिक विषाक्त पदार्थों, लेजर विकिरण और अन्य हानिकारक तत्वों का उत्सर्जन बढ़ गया है.

BYD का मतलब बिल्ड योर ड्रीम्स है. इसे साल 2003 में लॉन्च किया गया था. इस साल टेस्ला को पछाड़कर दुनिया में इलेक्ट्रिक कारों का शीर्ष निर्माता बन गया है. इसका CATL, या कंटेम्परेरी एम्पेरेक्स टेक्नोलॉजी कंपनी लिमिटेड के बाद EV बैटरियों का नंबर 2 वैश्विक उत्पादक भी है.

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क्या आ रही है लोगों को परेशानी

चीनी शैक्षणिक पत्रिका ऑक्यूपेशनल हेल्थ एंड इमरजेंसी रेस्क्यू में प्रकाशित एक अध्ययन में पूर्वी जियांग्सू प्रांत के ताइक्सिंग में लिथियम बैटरी विनिर्माण संयंत्र में संभावित स्वास्थ्य खतरों की पहचान की गई. यह निष्कर्ष राष्ट्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य निकाय, सीडीसी की स्थानीय शाखा के शोधकर्ताओं द्वारा की गई ऑन-साइट जांच पर आधारित थे. 2016 में स्थापित यह संयंत्र चार उत्पादन लाइनों में सालाना 400 मिलियन एम्पीयर-घंटे की पावर लिथियम बैटरी का उत्पादन करता है, जिसमें कुल 114 कर्मचारी कार्यरत हैं.

हाल ही में एक युवती ने सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए कहा कि वह लिथियम बैटरी के लिए कैथोड सामग्री बनाने वाली एक फैक्ट्री में काम करती थी. रासायनिक धूल के संपर्क में आने से उसकी आंखों और गले में हमेशा चुभन रहती थी, जिसके बाद उसने केवल पांच महीने बाद ही नौकरी छोड़ दी. शोर का स्तर भी एक चिंता का विषय है, बार-बार या तेज शोर चिंता या तनाव पैदा करने वाला साबित होता है. एक अन्य ने कहा कि तीन महीने तक बैटरी फैक्ट्री में काम करने के बाद उन्हें स्वास्थ्य संबंधी आशंकाओं के कारण घबराहट का सामना करना पड़ा और उच्च डेसिबल स्तर के कारण कुछ हद तक सुनने की क्षमता भी कम हो गई.

रिसर्च दल को संयंत्र में कई रासायनिक खतरे मिले

  • इलेक्ट्रोड शीट बनाने वाले श्रमिकों को सकारात्मक और नकारात्मक इलेक्ट्रोड सामग्रियों को तौलने, मिश्रित करने और हिलाने पर कालिख व ग्रेफाइट धूल से दम घुटने जैसे जोखिमों का सामना करना पड़ा है.
  • वेल्डिंग स्टेशनों पर, जहां शीटों को काटा जाता है और इलेक्ट्रोलाइट के लिए कंटेनर के रूप में बैटरी कोशिकाओं में वेल्ड किया जाता है, ओजोन की उच्चतम सांद्रता व्यावसायिक जोखिम सीमा से अधिक पाई गई.
  • बैटरी असेंबली वर्कशॉप में औसत परिवेश शोर स्तर 90 डेसिबल के करीब था.
  • ओजोन, हाइड्रोजन फ्लोराइड और शोर के संपर्क में आने वाले श्रमिकों की स्थिति पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पर रिसर्च दल ने जोर दिया.

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ईवी बैटरी के बाजार में चीन का दबदबा

मार्केट ट्रैकर्स एसएनई रिसर्च के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साल वैश्विक बैटरी उपयोग के मामले में शीर्ष 10 कंपनियों में से छह चीनी थीं, जो वैश्विक लिथियम बैटरी बाजार में लगभग दो-तिहाई हिस्सेदारी रखती थीं. इनमें से, CATL और BYD का बाजार में आधे से अधिक हिस्सा है. ईवी बैटरियों में इस्तेमाल होने वाली कुछ प्रमुख सामग्रियों को बनाने में भी चीन की सबसे बड़ी वैश्विक हिस्सेदारी है. इसमें दुनिया की 65 फीसदी लिथियम, 74 फीसदी कोबाल्ट और 42 फीसदी तांबा प्रॉसेसिंग यूनिट शामिल हैं. यह एकमात्र देश है जो ईवी कोशिकाओं के एक अन्य प्रमुख घटक ग्रेफाइट का प्रोसेसिंग करता है.

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लिथियम के खनन के बारे में कहा जाता है कि इससे महत्वपूर्ण पर्यावरणीय प्रदूषण होता है और इसमें पानी की अत्यधिक खपत होती है. 2022 की शुरुआत में, चिली में प्रस्तावित BYD लिथियम परियोजना को आंशिक रूप से स्थानीय स्वदेशी लोगों और प्रदूषण के बारे में चिंतित समुदायों के विरोध के कारण निलंबित कर दिया गया था.

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