भारतीय जवानों के हर मूवमेंट पर चीन की नजर, ऑनलाइन डिस्काउंट के नाम पर चल रहा… – भारत संपर्क


Make My Trip vs EasemytripImage Credit source: सांकेतिक तस्वीर
ऑनलाइन ट्रेवल बुकिंग पोर्टल EasemyTrip के को-फाउंडर निशांत पट्टी का कहना है कि MakeMyTrip के तार चीन से जुड़े हुए हैं. मेक माई ट्रिप से टिकट बुकिंग पर भारतीय जवानों को अलग से डिस्काउंट दिया जाता है लेकिन डिस्काउंट के चक्कर में चीन हमारे भारतीय जवानों के हर मूवमेंट पर नजर रख रहा है जो राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी चिंता का विषय है.
निशांत पट्टी ने माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए लिखा कि भारतीय जवान चीन के स्वामित्व वाली कंपनी से ऑनलाइन डिस्काउंट रेट पर टिकट बुक कर रहे हैं.
उन्होंने इस बात का भी दावा किया है कि टिकट बुकिंग के दौरान मेक माई ट्रिप जवान से उनकी डिफेंस आईडी, तारीख और रूट की जानकारी लेता है. ऐसे में दुश्मन को इस बात का पता चलता है कि हमारे देश के जवाब कब और किस समय कहां उड़ान भरने वाले हैं.
MakeMyTrip may dismiss this as a motivated accusation but when national security is at stake, silence is not an option.
Board Under Influence
Half of MakeMyTrips board – 5 out of 10 directors have direct ties to China, including pivotal appointments by pic.twitter.com/MiT4PucSft— Nishant Pitti (@nishantpitti) May 15, 2025
बोर्ड मेंबर्स का चीन से ‘नाता’
ईज माय ट्रिप के चेयरमैन निशांत पट्टी ने अपनी बात को साबित करने के लिए पोस्ट शेयर करते वक्त स्क्रीनशॉट्स को भी अटैच किया है. उन्होंने कहा कि इस खामी को तुरंत ठीक करना चाहिए. निशांत पट्टी ने इस बात का भी दावा किया है कि मेक माई ट्रिप के 10 में से 5 बोर्ड मेंबर्स का चीन से सीधा संबंध है.
मेक माइ ट्रिप ने दिया जवाब
मेक माइ ट्रिप ने निशांत पिट्टी द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए जवाब दिया कि मेक माइ ट्रिप एक भारतीय कंपनी है जो देश के सभी कानूनों और डेटा गोपनीयता का अनुपालन करती है. मेकमाईट्रिप के प्रवक्ता का हवाला देते हुए एक रिपोर्ट में बताया गया है कि मेकमाईट्रिप न केवल एक गौरवशाली भारतीय कंपनी है बल्कि इसकी स्थापना भारतीयों द्वारा की गई है और इसका हेडक्वार्टर भी भारत में है.
25 से अधिक वर्षों से लाखों भारतीय यात्रियों को हम पर भरोसा है. निशांत पिट्टी ने कहा कि भले ही मेकमाईट्रिप ने आरोपों का खंडन किया है लेकिन जब बात देश की सुरक्षा की हो तब चुप रहना कोई विकल्प नहीं है.