वन्य जीवों के संरक्षण को लेकर CM मोहन यादव की बैठक, अधिकारियों को दिया निर्… – भारत संपर्क

एमपी के सीएम डॉ. मोहन यादव
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राज्य के वन क्षेत्र में दुर्लभ और लुप्तप्राय प्रजातियों के संरक्षण की दिशा में खास पहल की है. उन्होंने कहा कि यहां वन क्षेत्र में रायनो और अन्य दुर्लभ प्रजातियों के जंतुओं की संभावनाओं पर अध्ययन किया जाना चाहिए. सीएम यादव ने कहा कि जंगली जानवरों से जान-माल की रक्षा के लिए प्रभावी उपाय किए जाने चाहिए. वन्य प्राणियों के लिए हर संभाग में रेस्क्यू सेंटर शुरू करने की कार्ययोजना बनाई जानी चाहिए.
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंत्रालय में मध्य प्रदेश राज्य वन्य प्राणी बोर्ड की 26वीं बैठक में संबोधित करते हुए ये बातें कहीं. इस बैठक में वन मंत्री नागर सिंह चौहान, वन राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार, मुख्य सचिव वीरा राणा, अपर मुख्य सचिव वन जे.एन. कंसोटिया उपस्थित थे.
चीता प्रोजेक्ट को लेकर भी चिंतन
इस बैठक में ये जानकारी दी गई कि चीता प्रोजेक्ट के आगामी चरणों को पूरा करने के लिए दक्षिण अफ्रीका और केन्या के दलों ने हाल ही में गांधी सागर अभ्यारण्य और कूनो राष्ट्रीय उद्यान का भ्रमण किया है. गांधी सागर अभ्यारण्य में चीता पुनर्स्थापना के लिए सभी तैयारी पूरी कर ली गई है.
क्षेत्र में चीतलों की संख्या बढ़ाने के लिए कान्हा और अन्य स्थानों से उन्हें दोबारा पुनर्स्थापित किया गया है. कान्हा और सतपुड़ा टाइगर रिजर्व से संजय टाइगर रिजर्व में 50 गौरों की सफलतापूर्वक फिर से स्थापना की गई है.
पेयजल पाइप लाइन को लेकर विमर्श
इस बैठक में रातापानी अभ्यारण्य के तहत बमनई जी.पी. से देलावाड़ी तक मार्ग के किनारे-किनारे राइट-ऑफ-वे में ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाने के लिए 0.090 हेक्टेयर वन भूमि भारत संचार निगम, औबेदुल्लागंज को उपयोग पर दिए जाने की वन्यप्राणी अनुमति को अनुमोदन प्रदान किया गया.
इसी क्रम में माधव राष्ट्रीय उद्यान के तहत वन भूमि में मुख्य पेयजल पाइप लाइन संबंधी विषय, बैतूल और नर्मदापुरम जिले में जुझारपुर से ढोहरामोहार के मध्य तीसरी रेलवे लाइन के निर्माण के लिए वन भूमि सेन्ट्रल रेलवे को देने संबंधी वन्य प्राणी अनुमति और रातापानी अभ्यारण्य को रातापानी टाइगर रिजर्व घोषित करने के प्रस्ताव पर विचार-विमर्श हुआ.