सी .एम.दुबे स्नातकोत्तर महाविद्यालय में दीक्षा आरंभ समारोह,…- भारत संपर्क



बिलासपुर– नगर के प्रतिष्ठित सी.एम.दुबे स्नातकोत्तर महाविद्यालय बिलासपुर मे राज्य शासन के निर्देशानुसार नवीन शिक्षा नीति क तहत् दीक्षा आरंभ समारोह का आयोजन किया गया । इस समारोह में नव प्रवेषित छात्रों का तिलक लगाकर अभिनंदन किया गया तथा नवीन शिक्षा नीति 2020 की जानकारी प्रदान की गई।

इस समारोह के मुख्य अतिथि नगर के लोकप्रिय विधायक माननीय श्री अमर अग्रवाल जी रहे एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता शासी निकाय के अध्यक्ष डॉ संजय दुबे ने की। विशिष्ठ अतिथि के तौर पर शासी निकाय के वरिष्ठ सदस्य रोटेरियन श्री एस.पी. चतुर्वेदी उपस्थित थें। मुख्य अतिथि नगर विधायक श्री अमर अग्रवाल ने अपने उद्बोधन में दीक्षा आरम्भ समारोह हमारी देश की संस्कृति का अभिन्न अंग रहा है जिसे नवीन शिक्षा नीति के तहत् स्थापित किया गया है। यह वह क्षण होता है जब कोई व्यक्ति नये अध्याय में प्रवेश करता है। यह समारोज न केवल एक औपचारिकता होती है बल्कि एक भावनात्मक अनुभव भी होता है उन्हौंने आगे कहा कि हमारे देश के प्रधानमन्त्री ने सन 2047 तक भारत को विकसित बनाने का संकल्प लिये हैं इसी संकल्प को पूर्ण करने के लिये नवीन शिक्षा नीति लागू की गई है हमारे देश में सर्वाधिक जनसंख्या युवा वर्ग की है, हमारा देश दुनिया का सबसे युवा देश है। देश के युवा संसाधन को विकसित और कुशल बनाये बिना हम विकसित भारत के संकल्प को प्राप्त नही ंकर सकते। मुझे खुशी है, कि सी.एम.दुबे स्नातकोत्तर महाविद्यालय नवीन शिक्षा नीति को लागू कर चुका है। इस शिक्षा नीति में विशेष रूप से भारतीय परम्परा एवं अपनी रूचि अनुसार ज्ञान के आधार पर छात्र छात्रा अपने भविष्य को संवार सकते हैं, उक्त शिक्षा नीति में अगर किसी भी छात्र को बीच में पढाई छोडना पडे तो वह अपनी पढाई छोडकर कभी भी पुनः अपनी पढाई जारी कर सकता है। यह जरूरी नहीं कि वह पढाई विशेष राज्य में ही करे वह अन्य राज्य में भी पढाई जारी रख सकता है। इस शिक्षा नीति में रोजगार पर अधिक ध्यान दिया गया है मैं उम्मीद करता हूॅं, कि उक्त शिक्षा नीति भविष्य में मी का पत्थर साबित होगी। उन्हौंने नवीन छात्रों का तिलक लगाकर एवं पुष्प भेंटकर स्वागत किया। शासी निकाय के अध्यक्ष डॉ. संजय दुबे ने अपने उद्बोधन में कहा कि सी.एम.दुबे स्नातकोत्तर महाविद्यालय उच्च शिक्षा का एक आकर्षण केन्द्र रहा है, महाविद्यालय की स्थापना तब हुई जब इस अंचल में कोई महाविद्यालय नहीं था, तब स्वर्गीय द्वारिका प्रसाद दुबे जी ने उच्च शिक्षा की ओर अपना कदम बढाया, महाविद्यालय से पढकर अनेक विद्यार्थी जो डॉक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक बने हैं और देश तथा विदेश में महाविद्यालय का नाम रोशन कर रहे हैं। आज बडी खुशी का दिन है, कि छत्तीसगढ प्रदेश में नई शिक्षा नीति 2020 लागू हो चुकी है एवं सी.एम.दुबे स्नातकोत्तर महाविद्यालय में भी नई शिक्षा नीति लागू हो रही है। जिसमें लगभग 500 से अधिक छात्र-छात्राओं ने भाग लिया तथा सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को जो कि विभिन्न संकायों से संबंधित हैं, उन्हैं मंच पर आमंत्रित किया गया तथा उन्हैं एन.ई.पी. के संदर्भ में संपूर्ण जानकारी प्रदान की गई। उन्हौंने बताया कि सी.एम.दुबे.स्नातकोत्तर महाविद्यालय में लगभग 65 विषयों में पढाई होती है नवीन शिक्षा नीति के तहत् छात्रों को विषय चयन करने का अवसर यहां ज्यादा मिलेगा । विशिश्ठ अतिथि के रूप में श्री एस.पी. चतुर्वेदी ने अपने उद्बोधन में कहा कि सी.एम.दुबे स्नातकोत्तर महाविद्यालय प्रारंभ से ही मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ मं अग्रणी महाविद्यालय रहा है, महाविद्यालय निरंतर प्रगति कर रहा है। जैसे इस वर्ष महाविद्यालय में बी कॉम, एल.एल.बी., बी. ए. एल.एल.बी. एवं एम.बी.ए. जैसे रोजगार मूलक पाठ्यक्रम खुल रहे हैं। महाविद्यालय लगभग 70 वर्ष पूर्ण कर रहा है। शहर का हर पांचवां व्यक्ति सी.एम.दुबे स्नातकोत्तर महाविद्यालय से पढा है। कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि श्री अमन दुबे , सदस्य, शासी निकाय ने नव प्रवेशित छात्रों का हार्दिक अभिनन्दन किया तथा उन्हौंने अपने उद्बोधन में कहा कि महाविद्यालय में नये कोर्स एवं नवीन तकनीक निरंतर विकसित की जा रही हेै। छात्र- छात्राएं इन संस्साधनों का उपयोग कर अपने भविष्य को बेहतर ढंग से सॅंवार सकें । आज के कार्यक्रम में विशेष रूप से डॉ. विनीत नायर समन्वयक एन.ई.पी. के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी पावर प्वाइन्ट के माध्यम से छात्र छात्राओं को विस्तार एवं सरल शब्दों में प्रदान किया। कार्यक्रम में विशेष रूप से डॉ. पी.एल. चन्द्राकर, उप प्राचार्य, राजकुमार पण्डा, रोहित लहरे, विनोद एक्का, डॉ. एस. पावनी, डॉ. कमलेश शुक्ला, डॉ. राजेश शुक्ता, डॉ. आदित्य दुबे सक्रिय रहे । इस समारोह का आभार प्रदर्शन महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ. संजय सिंह ने किया । सी.एम.दुबे स्नातकोत्तर महाद्यिालय प्रदेश का सबसे बडा और पुराना महाविद्यालय हे। नवीन शिक्षा नीति के उद्देश्य को छात्रों तक पहुॅंचाने में हमारा हर संभव प्रयास रहेगा। कार्यक्रम का मंच संचालन डॉ. सुमेला चटर्जी एवं डॉ. स्मृति पाण्डे के द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम के अन्त में विश्वविद्यालय के प्रवीण्य सूची में आए हुए 40 छात्र-छात्राओं का सम्मान डॉ. संजय दुबे एवं प्राचार्य डॉ. संजय सिंह के द्वारा छात्र-छात्राओं को मेडल पहनाकर किया गया । प्रभारी प्राचार्य
