मनभावन नृत्य, शास्त्रीय गायन और वाद-विवाद प्रतियोगिता का संगम… उज्जैन में… – भारत संपर्क
सीएम मोहन यादव (File Photo)
उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ आज उज्जैन में शुरू हो रहे 66वें अखिल भारतीय कालिदास समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हो रहे हैं. समारोह का शुभारंभ शाम 4 बजे और सांस्कृतिक कार्यक्रम शाम 7 बजे से शुरू होगा. इसके बाद अगले दिन बुधवार को सुबह 10 बजे महाकवि कालिदास के साहित्य में पंच महाभूत विमर्श का आयोजन होना है. प्रथम सत्र, दोपहर 2 बजे विक्रम विश्वविद्यालय के तहत राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी और शाम 5 बजे पं. सूर्यनारायण व्यास व्याख्यान माला, शाम 7 बजे नृत्य नाटिका की भव्य प्रस्तुति होगी.
शास्त्रीय संगीत एवं सांस्कृतिक रंग में डूबेगी अवंतिका नगरी…
उज्जैन में आज से आयोजित होगा 7 दिवसीय “अखिल भारतीय कालिदास समारोह”#KalidasSamaroh #KalidasSamaroh2024 pic.twitter.com/KY89Usspel
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) November 12, 2024
कालिदास समारोह में होंगे कई सांस्कृतिक कार्यक्रम
इसके बाद 14 नवंबर को द्वितीय सत्र में हिन्दी नाटक वसन्त सेना; 15 नवंबर को कालिदास का पर्यावरण चिंतन विषय पर संवाद; लोक गायन के साथ-साथ अभिज्ञान शाकुन्तलम् की प्रस्तुति; 16 नवंबर को संस्कृत कवि समवाय, वाद-विवाद प्रतियोगिता, लोक नृत्य; 17 नवंबर को कालिदास काव्य पाठ, हिंदी वाद-विवाद प्रतियोगिता, शास्त्रीय गायन; 18 नवंबर को समापन होगा.
महान विभूतियों को भी किया जाएगा सम्मानित
2022-2023 के लिए कालिदास अलंकरण सम्मान शास्त्रीय गायन को लेकर पं. उदय भावलकर पुणे (2022), पं. अरविंद पारेख मुंबई (2023), शास्त्रीय नृत्य के लिए डॉ. संध्या पुरेचा मुंबई (2022), गुरु कलावती देवी मणिपुर (2023), कला और शिल्प के लिए श्री पी.आर. दारोच दिल्ली- कला और शिल्प (2022), श्री रघुपति भट्ट मैसूर (2023), नाट्य के लिए सुश्री भानु भारती राजस्थान (2022) और रुद्रप्रसाद सेन गुप्ता कोलकाता (2023) को सम्मानित किया जाएगा.