कांग्रेस सरकार की सरकार तुंहर द्वार अघोषित तौर पर बंद, घर…- भारत संपर्क
कांग्रेस सरकार की सरकार तुंहर द्वार अघोषित तौर पर बंद, घर पहुंच सेवा में हो रही देरी, ड्राइविंग लाइसेंस और गाड़ियों के आरसी बुक के लिए बढ़ा इंतजार
कोरबा। पूर्व सरकार में जनहित से जुड़े कार्य को करने के लिए कांग्रेस की सरकार ने सरकार तुंहर द्वार का स्लोगन दिया था। इसके तहत लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट और परिवहन विभाग से होने वाले सभी कार्य किए जाते थे। परिवहन मुख्यालय एक विशेष रंग के लिफाफे में संबंधित दस्तावेज को भरकर स्पीड पोस्ट के जरिए लोगों के पते पर भेजता था। इस बीच चुनाव हुए और सरकार बदल गई। नई सरकार ने इस नियम में बदलाव किया और परिवहन विभाग के लिफाफे पर छत्तीसगढ़ के नक्शे के साथ लिखा गया… संवर रहा छत्तीसगढ़। अब इसी लिफाफे में गाड़ियों से संबंधित महत्वपूर्ण दस्तावेज और लाइसेंस लोगों के संबंधित पते पर भेजे जाते हैं, मगर इस प्रक्रिया में एक माह से ज्यादा का समय लग रहा है इससे आवेदक परेशान हैं।
जनता तक अपनी उपलब्धियां पहुंचाने के लिए सरकार नई-नई योजनाएं चलाती हैं। इसके जरिए अपनी जनहित की प्राथमिकताएं तय करती है। सरकार बदलने के साथ ही योजनाएं ठंडे बस्ते में चली जाती है और प्राथमिकताएं नए सिरे से तय होने लगती है। इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ता है। मामला परिवहन विभाग से सामने आ रहा है जहां लोगों को ड्राइविंग लाइसेंस और गाड़ियों के आरसी बुक एक माह बाद भी नहीं पहुंच रहे हैं। इसके पीछे बड़ा कारण रायपुर में लगा सेंट्रल सर्वर है। इस सर्वर से उतना लाइसेंस और गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन कार्ड प्रिंट नहीं हो रहा जितना रोजाना आवेदन हो रहा है। इसका परिणाम यह हुआ है कि एक माह बाद भी लोगों को उनका लाइसेंस और आरसी बुक नहीं मिल रहा है।पूर्व में जब कांग्रेस की सरकार थी तब प्रदेश सरकार ने जिला परिवहन कार्यालय से ड्राइविंग लाइसेंस को जारी करने और गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन कार्ड को प्रिंट करने के नियम में बदलाव किया था। दोनों ही कार्य कोरबा से हटा लिए गए थे और इसे रायपुर स्थित सेंट्रल सर्वर को प्रदान कर दिया गया था। जब से यह सेंट्रल सर्वर काम कर रहा है हफ्ते भर में आवेदकों को मिलने वाला लाइसेंस एक माह में भी नहीं मिल रहा है। इससे आवेदक परेशान हैं और परिवहन कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं। अपने लाइसेंस और गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन कार्ड का इंतजार कर रहे हैं। कई बार लोग अपनी परेशानियों को लेकर परिवहन विभाग के हेल्प लाइन नंबर पर कॉल कर रहे हैं। वहां से उन्हें एक ही जवाब मिल रहा है कि हफ्ते भर में आपका काम हो जाएगा, मगर लोगों का इंतजार खत्म नहीं हो रहा है। कोरबा परिवहन कार्यालय से भेजे गए ढेरों लाइसेंस लंबित हैं।