शराब तस्करी मामले में दोषी पाए जाने पर सकरी में पदस्थ आरक्षक…- भारत संपर्क

वर्दी की आड़ में अपराध को अंजाम और संरक्षण देने वाली पुलिस कर्मियों के खिलाफ एसपी रजनेश सिंह के आदेश पर सख्त एवं त्वरित कार्यवाही की जा रही है। पिछले दिनों नाकेबंदी के दौरान मोपका चौक में एक कार में भारी मात्रा में अवैध शराब परिवहन करते पकड़ा गया था। इस मामले में कार में मौजूद नवीन बोले और बलराम यादव के कब्जे से पांच बोरियों में 480 पाव देसी शराब मिली थी। कुल 86.400 लीटर अवैध शराब में को जिस कार से ले जाया जा रहा था वह आरक्षक नीलकमल राजपूती की थी। तलाशी के दौरान कार में खाकी वर्दी, नीलकमल सिंह का एसबीआई बैंक खाता, चेक, पासबुक परिचय पत्र आदि मिला था। जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए आरक्षक नीलकमल राजपूत को निलंबित कर दिया गया था। क्योंकि पूछताछ में पकड़े गए आरोपियों ने बताया था कि पकड़ा गया शराब नीलकमल राजपूत द्वारा 45,000 रुपए देकर मंगवाया गया था। यानी पुलिस की नौकरी की आड़ में नीलकमल राजपूत शराब की तस्करी कर रहा था। इधर मामले के सामने आने के बाद बिना किसी सूचना दिए सकरी थाने में पदस्थ नीलकमल राजपूत फरार हो गया। जिस पर सख्त कार्रवाई करते हुए एसपी रजनेश सिंह ने आरक्षक को पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया है। उन्होंने कहा कि वर्दी धारी पुलिसकर्मी की जिम्मेदारी अपराध पर नियंत्रण और आम जन को सुरक्षा देना है, लेकिन अगर कोई वर्दी वाला गुंडा बन जाए तो फिर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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