युद्धविराम होगा या फिर महासंग्राम! अलास्का में ट्रंप-पुतिन की बैठक का काउंटडाउन शुरू – भारत संपर्क

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युद्धविराम होगा या फिर महासंग्राम! अलास्का में ट्रंप-पुतिन की बैठक का काउंटडाउन शुरू – भारत संपर्क
युद्धविराम होगा या फिर महासंग्राम! अलास्का में ट्रंप-पुतिन की बैठक का काउंटडाउन शुरू

डोनाल्ड ट्रंप और व्लादिमीर पुतिन 2019 में आखिरी बार मिले थे (Photo- Getty)

ट्रंप और पुतिन की अलास्का समिट का काउंटडाउन शुरू हो चुका है. अलास्का में ट्रंप पुतिन की मुलाकात से यूक्रेन और यूरोप का भविष्य क्या होगा यह तय होगा. लेकिन इस मुलाकात से चार पार्टियों के हित जुड़े हैं. पहले हैं अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, जिन्होंने युद्ध रुकवाने का नैतिक बोझ उठाकर खुद अपने कंधे पर रख लिया है और अब उनकी नजर नोबेल पीस प्राइज पर है.

दूसरे हैं रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, जो नाटो के विस्तारवाद को रोकने के लिए रूस का विस्तार कर रहे हैं. तीसरे हैं यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की जो यूक्रेन की संप्रभुता बचाने के लिए जंग लड़ रहे हैं. चौथी पार्टी है यूरोपियन यूनियन जो चाहती है कि जंग पुतिन की शर्तों पर ना रोकी जाए.

अलास्का समिट से ये तय होगा कि अब युद्धविराम होगा या महासंग्राम. ट्रंप की प्राथमिकता है युद्धविराम और इसीलिए यूरोप में एक नया वेस्ट बैंक बनाने का प्रस्तावना तैयार हो चुकी है.

पुतिन के सामने रखा जाएगा वेस्ट बैंक मॉडल

इजराइल के नक्शे को देखा जाए तो ये समझ नहीं आता है कि वेस्ट बैंक कहां है, जबतक कि उसे उभारकर अलग से ना दिखाया जाए. कुछ ऐसा ही मॉडल यूक्रेन में लागू होने जा रहा है.

रूस ने जंग में अबतक यूक्रेन का जितना हिस्सा जीता है वो रूस में बिना शामिल किए ही शामिल कर दिया जाएगा. ये प्लान ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने तैयार किया है.

अब ये वेस्ट बैंक मॉडल अलास्का में पुतिन के सामने रखा जाएगा. ट्रंप पुतिन को वेस्ट बैंक मॉडल पर सहमत करने की कोशिश करेंगे. हालांकि अलास्का समिट में सीमाओं के निर्धारण पर बात नहीं की जाएगी, लेकिन यूक्रेन की जीती हुई जमीन पर रूसी नियंत्रण स्थापित कराने का प्रस्ताव रखा जाएगा. यानी कागजों में जमीन यूक्रेन की रहेगी लेकिन वहां सरकार रूस की चलेगी. यानी ट्रंप ने ऐसा प्लान तैयार किया है जो यूक्रेन के नक्शे में बदलाव नहीं करेगा, लेकिन रूस का विस्तार भी नहीं रोक पाएगा.

क्या है वेस्ट बैंक मॉडल?

  • फिलिस्तीन का हिस्सा.
  • 1967 से इजराइली कब्जा.
  • इजराइली सेना की तैनाती.
  • इजराइली सिविल एडमिनिस्ट्रेशन का शासन.
  • सभी गतिविधियों पर इजराइली नियंत्रण (इजराइल का भाग नहीं)

यूक्रेन को वेस्ट बैंक बनाने का प्लान

  • यूक्रेन का ही रहेगा भू-भाग.
  • यूक्रेनी सीमाएं नहीं बदलेंगी.
  • जीते हुए हिस्से पर रूस का नियंत्रण.
  • रूसी सेना की तैनाती रहेगी.
  • सिविल एडमिनिस्ट्रेशन सरकार बनेगी.
  • खनिज संपदा पर रूस का अधिकार

अभी यूक्रेन में जो जंग छिड़ी है उसे रुकवाने के लिए ट्रंप का प्लान यही है, लेकिन सवाल यही है कि अगर पुतिन राजी हो भी जाते हैं तो क्या इस पर यूक्रेन या यूरोप सहमत होंगे. इसके पीछे कारण है इजरायल का वेस्ट बैंक मॉडल। वेस्ट बैंक मॉडल यूक्रेन में लागू होता है तो पूर्वी यूक्रेन में सशस्त्र संघर्ष स्थायी बन जाएगा. वेस्ट बैंक की तरह मिलिटेंट गतिविधियां बढ़ जाएंगी. पड़ोस के बाल्टिक देशों में हालात अस्थिर हो जाएंगे. यूरोप के कई देशों में हालात अशांत हो जाएंगे. वेस्ट बैंक मॉडल के बुरे असर कई देशों पर होंगे.

इसीलिए यूरोप के देश नहीं चाहेंगे कि यूक्रेन में वेस्ट बैंक मॉडल लागू किया जाए. अगर ट्रंप और पुतिन वेस्ट बैंक मॉडल पर सहमत होते हैं तो यूरोप के पास एक ही विकल्प बचेगा, वो महासंग्राम का होगा.

वेस्ट बैंक प्लान के खिलाफ महासंग्राम!

कॉअलिशन ऑफ विलिंग के 33 देश वेस्ट बैंक प्लान के खिलाफ खड़े हो जाएंगे. ये देश ट्रंप के प्लान का विरोध शुरू कर सकते हैं. कॉअलिशन ऑफ विलिंग यूक्रेन को हथियारों की मदद बढ़ाएगा. हालात बिगड़े तो यूरोप के देश रूस के खिलाफ जंग में उतर सकते हैं. इस तरह विश्व युद्ध छिड़ने की आशंका बढ़ रही है.यानी अमेरिका के प्रेसिडेंट मिस्टर पीसमेकर बनने के चक्कर में जो प्रस्ताव लाने वाले हैं वो महायुद्ध का कारण बन सकता है.

लेकिन ट्रंप को फिलहाल सीजफायर जरूरी लग रहा है, क्योंकि उनकी नजर नोबेल पीस प्राइज पर है और वो रूस-यूक्रेन युद्धविराम का तमगा अपनी MAGA वाली टोपी में लगाना चाहते हैं. इसीलिए ट्रंप ने पुतिन के सामने बड़े लाभ का सौदा भी रखने की तैयारी की है. ये है अलास्का के संसाधनों में रूस को हिस्सेदारी देना.

पुतिन को लाभ का प्रस्ताव

ट्रंप अलास्का की खनिज संपदा में रूस को हिस्सेदार बनाने का प्रस्ताव रख सकते हैं. वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने ये प्रस्ताव तैयार किया है.

क्या है ट्रंप का अलास्का प्रस्ताव?

  • दुर्लभ खनिज संपदा.
  • रीन्यूएबल एनर्जी खनिज.
  • डिफेंस सेक्टर के लिए जरूरी खनिज.
  • बोकान पर्वत पर बड़ा भंडार.
  • रे पर्वत पर दुर्लभ ऑक्साइड्स.
  • विंडी फोर्क क्षेत्र में बड़ा खनिज भंडार.

ट्रंप ने मिनरल्स, जमीन और डॉलर का मिलाजुला पैकेट तैयार करके पुतिन के हाथ में रखने की तैयारी कर ली है. अगर ये भी कम पड़ा तो तैयारी ये भी है कि अमेरिका रूस पर लगे प्रतिबंध अमेरिका घटा देगा. इसकी शुरुआत हो चुकी है.

मुलाकात से पहले रूस पर घटाए प्रतिबंध

अमेरिका के वित्त मंत्रालय ने रूस के इंटरनेशनल फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन से प्रतिबंध हटा लिया है. ये प्रतिबंध 20 अगस्त तक हटाया गया है. पुतिन की यात्रा के लिए जरूरी इंटरनेशनल ट्रांजेक्शन के लिए ये प्रतिबंध हटाया गया है. पुतिन का विमान कुछ ही घंटे बाद अलास्का के लिए रवाना होने वाला है. लेकिन सवाल यही है कि क्या ट्रंप का प्रस्ताव युद्धविराम करा पाएगा या महासंग्राम का आधार बन जाएगा.

ब्यूरो रिपोर्ट, TV9 भारतवर्ष

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