यूक्रेन रूस वॉर से कच्चे तेल पर आफत, भारत में महंगाई को ना…- भारत संपर्क

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यूक्रेन रूस वॉर से कच्चे तेल पर आफत, भारत में महंगाई को ना…- भारत संपर्क
यूक्रेन-रूस वॉर से कच्चे तेल पर आफत, भारत में महंगाई को ना दे डाले दावत

इंटरनेशनल मार्केट में कच्‍चे तेल के दाम 140 दिन के हाई पर पहुंच गए हैं.

यूक्रेन-रूस वॉर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. पुतीन के सत्ता में फिर से आने के बाद यूक्रेन और रूस के बीच हमले और भी ज्यादा तीखे हो गए हैं. यूक्रेन के हमले लगातार रूसी रिफाइनरीज पर हो रहे हैं, जो रूस की कमाई का प्रमुख सोर्स है. जिसकी वजह से इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की सप्लाई काफी कम हो गई है. कीमतों में इजाफा देखने को मिल रहा है. मंगलवार को इंटनेशनल मार्केट में खाड़ी देशों का तेल 87 डॉलर प्रति बैरल को पार कर गया. वहीं दूसरी ओर अमेरिकी कच्चे तेल के दाम 83 डॉलर डॉलर प्रति बैरल को पार कर गए. मार्च के महीने में दोनों की कीमतों में 5 और 6 से ज्यादा की बढ़ोतरी देखने को मिल चुकी है. खास बात तो ये है कि मंगलवार को कीमतें 140 दिनों के हाई पर पहुंच गई है.

दूसरी ओर इस महंगाई का असर उन देशों पर देखने को मिल सकता है, जो कच्चे तेल के इंपोर्ट पर निर्भर हैं. जिसमें भारत का नाम प्रमुखता से लिया जा सकता है. जोकि अपनी जरुरत का 85 फीसदी से ज्यादा तेल इंपोर्ट करता है. कच्चे तेल की कीमत में इजाफा होने से भारत के इंपोर्ट बिल में इजाफा होगा. जिसका असर देश में पेट्रोल और डीजल की कीमत में देखने को मिलेगा. जिससे में देश में महंगाई में इजाफा देखने को मिलेगा. जानकारों ने दबी जुबान में कहना शुरू कर दिया है कि अगर हालात ठीक नहीं हुए तो तेल इंपोर्ट करने वाले देशों में महंगाई में इजाफा देखने को मिल सकता है. वैसे भी दुनिया के 50 से ज्यादा देशों में आम होने हो हैं. कोई भी देश ऐसे समय में महंगाई को अफोर्ड नहीं कर सकता है.

वैसे भारत में हाल ही में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती देखने को मिली है. देश की सरकारी पेट्रोलियम कंपनियों की ओर से पेट्रोल और डीजल की कीमत में 2 रुपए प्रति लीटर की कटौती की गई है. वैसेग कुछ राज्यों ने लोकल टैक्स को कम कर ये राहत 5 रुपए प्रति तक पहुंचाने का काम किया है. जिसमें राजस्थान का नाम प्रमुख से लिया जा सकता है. देश में पेट्रोल और डीजल के दाम में करीब दो 2 साल के बाद बदलाव देखने को मिला है. ये राहत ऐसे समय पर आई है, जब देश में चुलानी बिगुल बज चुका है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल ये खड़ा हो गया है कि अगर इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के दाम में इसी तरह​ का इजाफा देखने को मिला तो क्या चुनाव के फ्यूल के दाम में इजाफा होगा?

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140 दिन के हाई पर कच्चा तेल

मंगलवार को लगातार दूसरे दिन कच्चे तेल की कीमत में जबरदस्त तेजी देखने को मिली और दाम 140 दिन के हाई पर पहुंच गए. वास्तव में व्यापारियों मंगलवार को इस बात का आकलन किया है कि​ रूसी रिफाइनरीज पर यूक्रेन के हालिया हमलों से ग्लोबल पेट्रोलियम सप्लाई पर कितना असर देखने को मिलेगा. अमेरिकी कच्चा तेल वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड वायदा 75 सेंट या 0.9 फीसदी बढ़कर 83.47 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ, जो 27 अक्टूबर के बाद सबसे ज्यादा है। वहीं दूसरी ओर ग्लोबल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड यानी खाड़ी देशों का तेल 0.6 फीसदी बढ़कर 87.38 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ, जो 31 अक्टूबर के बाद सबसे अधिक है।

मार्च में कितना हुआ महंगा

अगर बात मार्च के महीने की बात करें तो खाड़ी देशों के तेल की कीमत में 5 फीसदी से ज्यादा का इजाफा देखने को मिला है. पिछले महीने के आखिरी कारोबारी दिन कच्चे तेल के दाम 83 डॉलर प्रति बैरल पर थे, जो 20 जनवरी से पहले ही 87 डॉलर प्रति बैरल क्रॉस कर गए. वहीं दूसरी ओर अमेरिकी कच्चे तेल की कीमत में भी इजाफा देखने को मिला है. इसमें तेजी खाड़ी देशों के तेल से भी ज्यादा देखने को मिली है. आंकड़ों के अनुसार मार्च के महीने में अमेरिकी तेल में 7 फीसदी से ज्यादा का इजाफा देखने को मिला. पिछले महीने के आखिरी कारोबारी दिन अमेरिकी तेल 78 डॉलर प्रति बैरल से भी नीचे था. जो आज 83 डॉलर प्रति बैरल को पार कर गया है.

रूसी रिफाइनरीज पर यूक्रेनी हमले

यूक्रेन ने इस साल रूसी ऑयल इंफ्राापर हमले तेज कर दिए हैं, इस महीने कम से कम सात रिफाइनरीज को ड्रोन से निशाना बनाया गया है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार हमलों ने रूसी रिफाइनिंग क्षमता का 7 फीसदी, या लगभग 370,500 बैरल प्रति दिन बंद कर दिया है। स्टोनएक्स एनर्जी के एनालिस्ट एलेक्स होड्स ने कहा कि कम रिफाइनिंग होने की वजह से रूसी कच्चे तेल के एक्सपोर्ट में निर्यात में वृद्धि हुई है, लेकिन इससे कच्चे तेल के प्रोडक्शन में कटौती भी हो सकती है क्योंकि देश को भंडारण की कमी का सामना करना पड़ रहा है।

होड्स की गणना के आधार पर, रूसी रिफाइनरीज पर हमलों की वजह से ग्लोबल पेट्रोलियम सप्लाई में लगभग 350,000 बीपीडी की कमी देखने को मिल सकती है और अमेरिकी कच्चे तेल की कीमतों में 3 डॉलर प्रति बैरल की बढ़ोतरी हो सकती है। एसईबी रिसर्च के एनालिस्ट बर्जने शिल्ड्रॉप के अनुसार भले ही हमलों से रूसी कच्चे तेल की सप्लाई का सीधा नुकसान न हो, फिर भी रिफाइंड प्रोडक्ट्स मार्जिन बढ़ने से तेल की कीमतों पर असर पड़ रहा है.

भारत में महंगाई को मिलेगी दावत?

कच्चे तेल की कीमतों में तेजी का असर भारत में महंगाई में इजाफे से सीधा जुड़ता है. जब देश का क्रूड ऑयल इंपोर्ट बिल बढ़ता है, तब देश में पेट्रोल और डीजल की कीमत में इजाफा होता है. जिससे महंगाई में बढ़ोतरी देखने को मिलती है. जानकारों की मानें तो मौजूदा समय में देश में महंगाई 5 फीसदी से कुछ ही ज्यादा है. जिसे सरकार 4 फीसदी पर लेकर आना चाहती है. मार्च की महंगाई के आंकड़ें जब अप्रैल में सरकार जारी करेगी तो आंकड़ा 4 फीसदी की रेंज में देखने को मिलेगा. इसका प्रमुख कारण गैस सिलेंडर और पेट्रोल और डीजल की कीमत में कटौती है. लेकिन चुनाव के राहत इसी तरह से जारी रहेगी. आपने आपने में सवाल खड़ा हो गया है. मई जून के महीने में कच्चे तेल की कीमतें 90 डॉलर प्रति बैरल के पार जा सकती है. ऐसे में महंगाई के आसार रहने के पूरे चांस बन रहे हैं.

क्या कम हुए पेट्रोल डीजल के दाम?

देश में लगातार 5वें दिन पेट्रोल और डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ है. आखिरी बार 15 मार्च 2024 को पेट्रोल और डीजल की कीमत में 2 रुपए की कटौती देखने को मिली. ये कटौती करीब दो साल के बाद आई थी. वैसे ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की ओर से इससे पहले बदलाव अप्रैल 2022 में किया गया था. वहीं मई 2022 में केंद्र सरकार ने शुल्क में कटौती कर आम लोगों को राहत देने का प्रयास किया था.

मौजूदा वित्त वर्ष के पहले 9 महीनों के आंकड़ों पर गौर करें तो देश की तीनों सरकारी ऑयल कंपनियों को 69 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का मुनाफा हुआ था. जानकारों का मानना है कि पूरे वित्त वर्ष में यह मुनाफा बढ़कर 85 हजार करोड़ से 90 हजार करोड़ रुपए तक बढ़ सकता है. आज तक सरकारी ऑयल कंपनियों को किसी वित्त वर्ष में इतना बड़ा मुनाफा कभी नहीं हुआ है.

देश के प्रमुख शहरों में पेट्रोल और डीजल के दाम

  1. नई दिल्ली: पेट्रोल रेट: 94.72 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 87.62 रुपए प्रति लीटर
  2. कोलकाता: पेट्रोल रेट: 103.94 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 90.76 रुपए प्रति लीटर
  3. मुंबई: पेट्रोल रेट: 104.21 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 92.15 रुपए प्रति लीटर
  4. चेन्नई: पेट्रोल रेट: 100.75 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 92.34 रुपए प्रति लीटर
  5. बेंगलुरु: पेट्रोल रेट: 99.84 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 85.93 रुपए प्रति लीटर
  6. चंडीगढ़: पेट्रोल रेट: 94.24 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 82.40 रुपए प्रति लीटर
  7. गुरुग्राम: पेट्रोल रेट: 95.19 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 88.05 रुपए प्रति लीटर
  8. लखनऊ: पेट्रोल रेट: 94.65 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 87.76 रुपए प्रति लीटर
  9. नोएडा: पेट्रोल रेट: 94.83 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 87.96 रुपए प्रति लीटर

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