84 डॉलर के करीब पहुंचा कच्चा तेल, क्या फिर से महंगा होगा…- भारत संपर्क


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इंटरनेशनल मार्केट में सोमवार को कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिली. दुनिया के दो सबसे बड़े क्रूड ऑयल कंज्यूमर अमेरिका और चीन में डिमांड में सुधार के संकेत मिल रहे हैं. जिसका असर क्रूड ऑयल की कीमत में देखने को मिल रहा है. वास्तव में चीन की इकोनॉमी सुधार की ओर है. जिसकी वजह से डिमांड में इजाफा देखने को मिल रहा है. वहीं दूसरी ओर सभी की नजरें अमेरिकी महंगाई के आंकड़ों पर भी टिकी हुई हैं. अगर महंगाई के आंकड़ें ऊंचें रहते हैं तो कच्चे तेल के दाम में इजाफे की जगह गिरावट देखने को मिल सकती है. क्योंकि कच्चे तेल के डिमांड में कमी देखी जा सकती है. वैसे जानकारों का मानना है कि महंगाई के आंकड़ें इस बार फेड के अनुरूप दिखाई दे सकते हैं.
इसके विपरीत भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है. देश महानगरों के साथ प्रमुख शहरों में दाम वही हैं जो 16 मार्च 2024 को थे. उस दिन देश में पेट्रोल और डीजल की कीमत में 2 रुपए प्रति लीटर की कटौती देखने को मिली थी. वैसे जानकारों की मानें तो चुनाव के दौरान पेट्रोल और डीजल की कीमत में कोई बदलाव देखने को नहीं मिलेगा. चुनाव परिणाम के बाद देश में फ्यूल की कीमत में बदलाव देखा जा सकता है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर मौजूदा समय में पेट्रोल और डीजल के दाम कितने हो गए हैं.
कच्चे तेल की कीमत में इजाफा
इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमत में इजाफा देखने को मिल रहा है. अमेरिकी कच्चे तेल के दाम में सोमवार को जहां 1 फीसदी से ज्यादा का इजाफा देखने को मिला. वहीं मंगलवार को कीमतें 79.26 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई हैं. काफी दिनों से अमेरिकी कच्चे तेल की कीमतें 80 डॉलर प्रति बैरल से नीचे कारोबार कर रही हैं. वहीं दूसरी ओर ब्रेंट क्रूड सोमवार को 0.7 फीसदी बढ़कर 83.36 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ था. मंगलवार को ब्रेंट क्रूड ऑयल 83.50 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है.
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रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी गैसोलीन डिमांड में इजाफे की उम्मीदों की वजह से कीमतों को सपोर्ट मिला है. मोटोरिस्ट ग्रुप एएए ने अनुमान लगाया है कि इस साल की मेमोरियल डे ट्रैवल एक्टीविटी 2005 के बाद से सबसे अधिक होगी. खास बात तो ये है कि इसमें साल 2000 के बाद रोड ट्रिप सबसे ज्यादा देखने को मिलेंगी. वहीं दूसरी ओर पिछले सप्ताह अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में गिरावट की संभावना है। स्टॉक में गिरावट आम तौर पर डिमांड में सुधार का संकेत है। वीकेंड में चीनी आंकड़ों से पता चला कि कंज्यूमर प्राइस अप्रैल में लगातार तीसरे महीने बढ़ रही हैं, जबकि उत्पादक कीमतों में गिरावट जारी है, जो घरेलू मांग में सुधार का संकेत है। देश ने आर्थिक प्रोत्साहन के लिए 1 ट्रिलियन युआन (138.26 बिलियन डॉलर) जुटाने की भी योजना बनाई है।
भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमत
देश में पेट्रोल और डीजल की कीमत में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है. ये सिलसिला 16 मार्च से लगातार जारी है. उस दिन देश में पेट्रोल और डीजल की कीमत में 2 रुपए प्रति लीटर की कटौती की गई थी. जानकारों की मानें तो चुनाव नतीजों के बाद में फ्यूल की कीमत में बदलाव देखने को मिल सकता है. उससे पहले कोई उम्मीद नहीं है. वैसे बीते वित्त वर्ष सरकारी तेल कंपनियों में 81 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का प्रॉफिट हुआ है. जोकि एक रिकॉर्ड है. मौजूदा वित्त वर्ष में इस प्रॉफिट में कमी देखने को मिल सकती है.
देश के प्रमुख शहरों में पेट्रोल और डीजल के दाम
- नई दिल्ली: पेट्रोल रेट: 94.72 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 87.62 रुपए प्रति लीटर
- कोलकाता: पेट्रोल रेट: 103.94 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 90.76 रुपए प्रति लीटर
- मुंबई: पेट्रोल रेट: 104.21 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 92.15 रुपए प्रति लीटर
- चेन्नई: पेट्रोल रेट: 100.75 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 92.34 रुपए प्रति लीटर
- बेंगलुरु: पेट्रोल रेट: 99.84 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 85.83 रुपए प्रति लीटर
- चंडीगढ़: पेट्रोल रेट: 94.24 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 82.40 रुपए प्रति लीटर
- गुरुग्राम: पेट्रोल रेट: 95.19 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 88.05 रुपए प्रति लीटर
- लखनऊ: पेट्रोल रेट: 94.65 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 87.76 रुपए प्रति लीटर
- नोएडा: पेट्रोल रेट: 94.83 रुपए प्रति लीटर, डीजल रेट: 87.96 रुपए प्रति लीटर