दुबई की तस्वीर और तकदीर बदलने वाले बिजनेसमैन की मौत, 47 देशों के लोगों को दिया रोजगार… – भारत संपर्क


सईद जुमा अल नबूदा के की नमाज गुरुवार दोपहर की नमाज के बाद अदा की जाएगी.
दुबई के बड़े बिजनेसमैन में शुमार सईद जुमा अल नबूदाह का बुधवार को निधन हो गया. सईद अल नबूदा दुबई की मशहूर शख्सियतों में से एक थे, जो शेख जायद बिन सुल्तान अल नाहयान और शेख राशिद बिन सईद अल मकतूम की विरासत से जुड़े हुए थे. दुबई के विकास में सईद का अहम योगदान रहा है, वे दुबई के उन परिवारों में से थे, जिन्होंने दुबई को रेतीले गर्म देश से दुनिया के महंगे और अपार संभावनाओं वाले देश की फेहलिस्त में लाकर खड़ा कर दिया है. सईद मोहम्मद अल नबूदाह ग्रुप के अध्यक्ष और दुबई चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के पूर्व अध्यक्ष रहे हैं.
जब दुबई में रेत के अलावा कुछ दिखाई नहीं देता था, लोग जानवरों को पालकर और खजूर के कारोबार से अपना जीवन चलाया करते थे. उस वक्त 1958 में सईद ने अपने भाई मोहम्मद के साथ मिलकर अल-नबूदाह ग्रुप की बुनियाद रखी. आज इसी ग्रुप की दुबई में 15 से ज्यादा कंपनी हैं और दुबई के विकास में इसका बड़ा योगदान रहा है. इसके अलावा सईद को फेडरल नेशनल काउंसिल (FNC) 1972 से 1978 तक दी गई उनकी सेवाओं के लिए भी याद किया जाता है. 1982 में उन्होंने बई चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की जिम्मदारी संभाली. इस दौरान इस चैंबर ने कई कीर्तीमान रचे.
47 देशों के लोगों को दिया रोजगार
फोर्ब्स मिडिल ईस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक सईद का परिवार ‘अल नबूदाह’ दुबई के 21 अमीर परिवारों में से एक है. अल नबूदाह कंस्ट्रक्शन ग्रुप करीब 14 हजार लोगों को रोजगार देता है. अल नबूदाह की वेबसाइट से मिली जानकारी के मुताबिक इस ग्रुप में काम करने वाले लोग 47 अलग-अलग देशों से हैं. अल नबूदा ग्रुप का मुख्य बिजनेस कंस्ट्रक्शन, ऑटोमोटिव, परिवहन, ट्रैवल, बिजली, खेती, स्मार्ट शहर, रियल एस्टेट आदि जैसी फील्ड में फैला है.
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दुबई को बनाने में दिया खास योगदान
अल नबूदाह कंस्ट्रक्शन ने UAE के कई बड़े प्रोजेक्ट पर काम किया है. जिनमें पाम जुमेराह, बिजनेस बे, यस आइलैंड, दुबई वाटर कैनाल प्रोजेक्ट, दुबई एयरपोर्ट, दुबई वर्ल्ड सेंट्रल और एक्सपो 2020 शामिल हैं. उनके इसी योगदान के देखते हुए 2017 में सरकार ने उनको ‘UAE Pioneer’ आवार्ड से नवाजा था.
तीन दिन शोक
सईद जुमा अल नबूदा के जनाजे की नमाज गुरुवार दोपहर की नमाज के बाद अदा की जाएगी. अल खवानीज क्षेत्र में गुरुवार शाम से अगले तीन दिन यानी रविवार तक शोक रहेगा.