Dilip Jaiswal: 20 साल कोषाध्यक्ष और अब प्रदेश की कमान… ऐसा है बिहार…


बिहार बीजेपी के नए अध्यक्ष दिलीप जायसवाल.
बिहार विधान परिषद के सदस्य दिलीप कुमार जायसवाल को बिहार बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष चुन लिया गया है. दिलीप को पिछले साल पार्टी के नेतृत्व की कमान सौंपी गई थी. मंगलवार को केंद्रीय मंत्री और पर्यवेक्षक मनोहर लाल खट्टर की मौजूदगी में दिलीप की प्रदेश अध्यक्ष के रूप में ताजपोशी की गई. उनका कार्यकाल तीन साल का होगा.
पिछले कई महीने से दिलीप जायसवाल की ताजपोशी टल रही थी. आखिरकार चार मार्च को विधिवत उन्होंने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष का पद संभाल लिया. राजधानी के बापू सभागार में आयोजित प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में जायसवाल की भव्य ताजपोशी हुई. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, जेनरल सेक्रेटरी विनोद तावडे, दोनों डिप्टी सीएम, पार्टी के प्रदेश के तमाम नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे.
सहज व्यक्तित्व के धनी
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में चुने गए दिलीप जायसवाल की सबसे बडी खासियत उनका सहज व्यक्तित्व है. तीन दिसंबर 1963 को जन्मे जायसवाल ने एमबीए, एमएससी, एमफिल के साथ ही पीएचडी की डिग्री ली है. उनकी गिनती ऐसे नेता के रूप में होती है, जो हर किसी के लिए सहज होते हैं. उनका संबंध दूसरी पार्टी के नेताओं से भी मृदुल रहा है.
बीस साल तक कोषाध्यक्ष
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बनने से पहले जायसवाल लगातार बीस साल तक बीजेपी के कोषाध्यक्ष रह चुके हैं. इस दौरान उनकी कार्यकुशलता का लोहा सबने माना. वर्तमान बिहार विधान परिषद के सदस्य दिलीप जायसवाल लगातार तीसरी बार विधान पार्षद चुने गए हैं. वर्तमान में वो पूर्णिया-अररिया-किशनगंज स्थानीय प्राधिकार से विधान परिषद के सदस्य हैं.
पिछले साल जब बिहार में महागठबंधन की सरकार गिरी थी और उसके बाद जब एनडीए सरकार का गठन हुआ था, तब पहली बार दिलीप जायसवाल को मंत्रिमंडल में स्थान मिला था. इनको राजस्व और भूमि सुधार विभाग का मंत्री बनाया गया. मंत्री रहने के दौरान ही जायसवाल को गत जुलाई माह में सम्राट चौधरी की जगह बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था.
सिक्किम के प्रभारी
दिलीप जायसवाल पूर्वोत्तर के अहम राज्य सिक्किम के प्रभारी भी हैं. उनके सिक्किम के प्रभारी रहने के दौरान ही वहां एनडीए ने बेहतरीन प्रदर्शन किया. एक साल पहले ही बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने दिलीप पर लगातार दूसरी बार भरोसा जताया. जायसवाल किशनगंज जिले में माता गुजरी मेडिकल कॉलेज के निदेशक हैं. वैश्य समाज से ताल्लुक रखने वाले जायसवाल की पकड़ पिछडा, अति पिछड़ा और मुस्लिम समुदाय में भी अच्छी मानी जाती है. उनकी छवि एक बेदाग नेता की है.
राज्य भंडारण निगम के अध्यक्ष
बिहार बीजेपी कोषाध्यक्ष, राजस्व और भूमि सुधार विभाग के मंत्री की जिम्मेदारी को संभाल चुके दिलीप जायसवाल 2005 से 2008 तक बिहार राज्य भंडारण निगम के अध्यक्ष का पद भी संभाल चुके हैं. उन्होंने 2014 में किशनगंज से लोकसभा चुनाव भी लड़ा था. कुछ दिन पहले ही जायसवाल ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. तब उन्होंने कहा था कि वह अपनी पार्टी के एक व्यक्ति एक पद सिद्धांत के इस्तीफा दे रहे हैं.
लगातार चौथे ऐसे प्रदेश अध्यक्ष
प्रदेश बीजेपी का पद संभालने के बाद दिलीप जायसवाल, सम्राट चौधरी, मंगल पांडे और डॉक्टर संजय जायसवाल की सूची में शामिल हो गए, जिसमें उनको निर्विरोध प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया. जायसवाल के सामने बड़ी अग्नि परीक्षा इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर होगी.
दरअसल, बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में एनडीए के दूसरे सहयोगी दलों के साथ सीट शेयरिंग, दलों के साथ तालमेल को बनाए रखने में राजनीतिक कुशलता को दिखाना होगा. बिहार विधानसभा चुनाव में प्रदेश में बीजेपी का प्रदर्शन जायसवाल के लिए एक बड़ी चुनौती होगी.