क्या धूम्रपान करने वाले कर्मचारी लेते हैं ज्यादा छुट्टियां? स्मोकिंग को लेकर हैरान… – भारत संपर्क

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क्या धूम्रपान करने वाले कर्मचारी लेते हैं ज्यादा छुट्टियां? स्मोकिंग को लेकर हैरान… – भारत संपर्क
क्या धूम्रपान करने वाले कर्मचारी लेते हैं ज्यादा छुट्टियां? स्मोकिंग को लेकर हैरान करने वाले खुलासे

धूम्रपान करने वाले कर्मचारी लेते हैं ज्यादा छुट्टियां

साहिर लुधियानवी की एक गजल है कि, मैं जिंदगी का साथ निभाता चला गया, हर फिक्र को धुएं में उड़ाता चला गया. देवानंद की फिल्म ”म दोनों’ में ये सुपरहिट गानों में से एक है और सिगरेट पीने वालों के लिए तो संजीवनी के बराबर. आप सिगरेट के नुकसान की बात करेंगे तो अधिकतर वो खुद का बचाव इस गाने के जरिए करते हैं. लेकिन एक चेतावनी है जिसे पढ़कर आपको अब सिगरेट से तौबा कर ही लेना चाहिए. खासकर ये चेतावनी उन लोगों के लिए हैं जो वर्कप्लेस पर स्मोकिंग करने के आदि है.

दरअसल संयुक्त अरब अमीरात के डॉक्टरों ने कहा है धूम्रपान करने वाले ही ऑफिस से छुट्टियां ज्यादा ले रहे हैं. स्मोकिंग से जुड़ी बीमारियों की वजह से कर्मचारियों का बीमार पड़ना एक गंभीर समस्या बनता जा रहा है. यूएई के डॉक्टरों ने इस बात पर प्रकाश डाला कि उन्होंने उन मरीजों के लिए एक ही दिन में सात बीमार नोट लिखे हैं, जिनमें धूम्रपान की आदत के कारण स्वास्थ्य संबंधी जटिलताएँ विकसित हुई हैं.

धूम्रपान करने से ये समस्याएं होती हैं

सबसे आम बीमारियाँ जिनमें धूम्रपान करने वालों को छुट्टी लेने की जरूरत पड़ जाती है उनमें अस्थमा और निमोनिया जैसे संक्रमण शामिल हैं. इसके अलावा क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज की वजह से लोगों को सांस लेने में भी तकलीफ होती है. मजबूरन उन्हें छुट्टी लेनी पड़ती है. सामान्य समस्याओं में क्रोनिक ब्रोंकाइटिस के कारण होने वाली पुरानी खांसी शामिल है. फेफड़े के कैंसर, उच्च रक्तचाप और फेफड़े की बीमारी जैसी अधिक गंभीर स्थितियों के लिए लंबे समय तक लोग बीमार रहते हैं.

लोगों की सैलरी का 20 फीसदी हो रहा खर्च

डॉक्टर ने कहा है कि ये बीमारियाँ न केवल धूम्रपान करने वालों के स्वास्थ्य पर बुरा असर डालती हैं बल्कि वर्कप्लेस से अनुपस्थिति और स्वास्थ्य देखभाल की लागत में भी इजाफा होता है. डॉक्टरों के मुताबिक एक व्यक्ति की महीने भर की सैलरी का लगभग 20 प्रतिशत धूम्रपान से संबंधित बीमारियों के इलाज में खर्च हो जाता है.

इस साल अमेरिका में एक अध्ययन में पाया गया कि वर्कप्लेस पर धूम्रपान करने से लोगों के लिए इसे छोड़ना मुश्किल हो जाता है. अध्ययन में 60 प्रतिशत से अधिक लोगों ने कहा है कि काम करते समय धूम्रपान करना एक बड़ा कारण है जिससे उन्हें रोकना मुश्किल लगता है. आधे से अधिक लोगों ने लगभग 57 प्रतिशत ने कहा कि वे मानसिक आराम पाने के लिए काम के दौरान धूम्रपान करते हैं.

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