पुलिसकर्मी से बदतमीजी करने वाले डॉक्टर नपे, 24 घंटे में देना होगा जवाब | Do… – भारत संपर्क

बुरहानपुर में डॉक्टर ने खुलेआम दी धमकी
मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में दो आरोपियों की एमएलसी जांच करवाने के लिए एक दरोगा जिला अस्पताल पहुंचते हैं. लेकिन यहां के डॉक्टर साहब अलग ही शेखी में हैं. वह पुलिसकर्मी से बदसलूकी करने लगते हैं. लेकिन अब बदसलूकी करने वाले डॉक्टर साहब को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है साथ ही उनको उनके पद से फिलहाल निष्कासित कर दिया गया है.
सिविल सर्जन ने कारण बताओ नोटिस देकर डॉक्टर से 24 घंटे के भीतर जवाब भी मांगा है. इसके अलावा कार्रवाई के लिए सीएमएचओ ने प्रदेश के स्वास्थ्य आयुक्त को लेटर भेजा है. दरअसल, बुरहानपुर के शाहपुर थाना इलाके में विवाद हो गया था. यहां विवाद में घायल दोनों लोगों को पुलिसकर्मी मेडिको लीगल सर्टिफिकेट के लिए जिला अस्पताल लेकर पहुंचे.
डॉक्टर-पुलिसकर्मी में हुई बेहस
लेकिन वहां उस वक्त ड्यूटी पर डॉ. रघुवीर सिंह से पुलिसकर्मी की बहस हो गई. डॉक्टर ने एक एमएलसी तो कर दी लेकिन इमरजेंसी मरीज देखने की वजह से दूसरी MLC के लिए पुलिसकर्मी दीपक प्रधान को इंतजार करने के लिए कहा. ये तो था डॉक्टर का पक्ष. लेकिन पुलिसकर्मी का कहना है की डॉक्टर ने दो टूक कह दिया कि शाहपुर थाने से हो तो मैं यह एलएलसी नहीं कर सकता. शाहपुर में भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैं, वहां चले जाओ.
‘मैं नौकरी को जूते की नोंक पर रखता हूं’
इस पर पुलिसकर्मी ने कहा कि आज शाहपुर में कोई डॉक्टर नहीं है. पुलियकर्मी ने अपने अधिकारियों से भी बात कराई लेकिन डॉक्टर ने एक न सुनी.इसके बाद पुलिसकर्मी और डॉक्टर के बीच बेहस छिड़ गई. बात इतनी बढ़ गई की डॉक्टर साहब शब्दों की मर्यादा भूल बैठे और कहने लगे की मैं नौकरी को जूते की नोंक पर रखता हूं. तू सस्पेंड करा दे, मैं नहीं डरता. शौक के लिए नौकरी करता हूं.
पुलिसकर्मी को दिखाया रौब
डॉक्टर यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे पुलिसकर्मी को रौब दिखाते हुए कहा की वह कोई पुलिसकर्मी नहीं हैं, जो नौकरी चली जाएगी तो कुछ कर नहीं पाऊंगा. पुलिसकर्मी को धमकाते हुए डॉक्टर ने आगे कहा की तू कलेक्टर को भी फोन लगवा दे तो तेरा मेडिकल नहीं करूंगा. इसी बीच, पुलिसकर्मी ने अपने थाना प्रभारी (टीआई) से बात कराने के लिए कहा तो डॉक्टर बोले की तेरा टीआई थर्ड क्लास श्रेणी का है. मैं सेकेंड क्लास ऑफिसर हूं. तुझे जो करना है, कर ले.
डॉक्टर को मिला कारण बताओ नोटिस
सिविल सर्जन अस्पताल अधीक्षक डॉ. प्रदीप कुमार मोजेश ने इस मामले के बाद डॉ. रघुवीर सिंह को नोटिस जारी कर 24 घंटे में जवाब देने के लिए कहा है. वहीं, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. राजेश सिसौदिया ने बदतमीजी की शिकायत मिलने पर फिलहाल डॉ. रघुवीर का ट्रांसफर खकनार के गुलई में कर दिया है.