नोएडा में कुत्तों ने बढ़ाई चिंता, 5 महीने में 74,550 लोगों को बनाया अपना शि… – भारत संपर्क

उत्तर प्रदेश के नोएडा में आवारा कुत्तों का आतंक सबसे ज्यादा है. साथ ही पालतू कुत्तों के काटने के मामले भी कम नहीं हैं. कुत्तों के काटने की घटनाएं हर रोज इस कदर बढ़ रही हैं कि लोग परेशान हैं. कई सोसायटियों और सार्वजनिक स्थानों पर कुत्तों के हमलों की खौफनाक वीडियो और घटनाएं सामने आई हैं, जिससे लोगों में दहशत का माहौल है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, रोजाना करीब 500 लोग कुत्तों के काटने के कारण एंटी रेबीज इंजेक्शन लगवाने आ रहे हैं.
पिछले कुछ महीनों से नोएडा के लोग खौफजदा है. उन्हें घर से निकलने में भी डर लगता है. इस डर की वजह से बच्चों ने घर के बाहर खेलना बंद कर दिया, स्कूल जाने में डरते हैं. बच्चे तो बच्चे, बड़े और महिलाओं में भी डर है. अकेले घर से निकलने में लोगों को डर लगता है.
नोएडा के लोगों में डर और दहशत की वजह कुत्तों का आतंक है. सुबह सूरज निकलने के साथ ही कुत्तों के काटने का सिलसिला शुरू हो जाता है, जो देर रात तक नहीं थमता. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, हर रोज गौतम बुद्ध नगर में करीब 500 लोगों को कुत्ते अपने जबड़े तले दबाते हैं उन्हें बेरहमी से काट लेते हैं.
सिर्फ पांच महीने में 74550 केस
गौतम बुध नगर के डिप्टी सीएमओ टीकम सिंह के मुताबिक, पिछले महज 5 महीने में 74550 कुत्ते काटने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं. यानी जनवरी 2025 से लेकर मई 2025 तक 74550 लोगों को कुत्तों ने अपने जबड़ों में दबाया और बुरी तरह काटा है. यानी हर रोज 500 के करीब लोग कुत्तों के काटने का शिकार बन रहे हैं.
नोएडा कुत्ता काटने के डरावने आंकड़े सामने आए हैं. जनवरी में 13559, फरवरी में 15830, मार्च में 15131, अप्रैल में 15286, और मई में 14744 लोगों को कुत्तों ने शिकार बनाया.
पालतू कुत्ते भी लोगोंं को बना रहे शिकार
चौंकाने वाली बात यह है कि 52700 से ज्यादा मामले आवारा कुत्तों के द्वारा काटने के हैं, जबकि 16400 से ज्यादा मामले पालतू कुत्तों के द्वारा काटने के सामने आए हैं. यानी पालतू कुत्ते भी अपने मालिक और घर में आने जाने वाले लोग या बाहर के लोगों पर हमला कर रहे हैं और उन्हें काट रहे हैं .
नोएडा में जानवरों के हमलों से लोग काफी परेशान हैं. बिल्ली के काटने से भी 1100 से ज्यादा मामले, करीब 3800 मामले बंदर के काटने के सामने आए हैं. ये सभी आंकड़े पिछले पांच महीने के हैं.