डोनाल्ड ट्रंप की बड़ी जीत, ‘वन बिग ब्यूटीफुल बिल’ अमेरिकी संसद से हुआ पास – भारत संपर्क

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का चर्चित ‘वन बिग ब्यूटीफुल बिल’ गुरुवार देर रात पास हो गया. ट्रंप के इस महत्वाकांक्षी विधेयक को देश की संसद से अंतिम मंजूरी मिल गई है. ‘वन बिग ब्यूटीफुल बिल’ हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स से 218-214 के अंतर से पास हो गया है. 218 सांसदों ने बिल का समर्थन किया वहीं 214 सांसदों ने इस विधेयक के खिलाफ वोट डाले. सदन ने जैसे ही इस टैक्स विधेयक को अंतिम मंजूरी दी, बिल को हस्ताक्षर के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पास भेज दिया गया. इस बिल का पास होना ट्रंप के दूसरे कार्यकाल की बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है.
इस विधेयक को सीनेट और हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स से पारित होने के बाद अब राष्ट्रपति के साइन के लिए भेज दिया गया है. वहीं, विधेयक पर मतदान के दौरान दो रिपब्लिकन सांसदों ने पार्टी लाइन से हटकर डेमोक्रेटिक पक्ष में मतदान किया. इस बिल के पास होने से ट्रंप की कई प्रमुख नीतियों को कानूनी ताकत मिल गई, जिनमें मास डिपोर्टेशन (बड़ी संख्या में प्रवासियों को वापस भेजना), सेना और बॉर्डर सिक्योरिटी पर ज्यादा खर्च, और पहले कार्यकाल की टैक्स छूट को आगे बढ़ाना शामिल हैं. विधेयक के पारित होने के बाद व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शुक्रवार (4 जुलाई) शाम 5 बजे अपने बड़े कर छूट और व्यय कटौती विधेयक पर साइन करने की योजना बना रहे हैं.
VICTORY: The One Big Beautiful Bill Passes U.S. Congress, Heads to President Trumps Desk 🇺🇸🎉 pic.twitter.com/d1nbOlL21G
— The White House (@WhiteHouse) July 3, 2025
अमेरिकी संसद में बिल पर हुई चर्चा
अमेरिकी संसद में चर्चा के दौरान करीब 80 से ज्यादा पेज के इस भारी-भरकम बिल पर कितनी विस्तृत चर्चा हुई, इसका अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि न्यूयॉर्क के डेमोक्रेटिक नेता हकीम जेफ्रीस ने विधेयक के विरोध में करीब आठ घंटे से ज्यादा समय तक भाषण दिया. इस विधेयक को पारित कराने के लिए ट्रंप को काफी मशक्कत करनी पड़ी. इस विधेयक के लिए जीओपी नेताओं को रात भर काम करना पड़ा और ट्रंप ने व्यक्तिगत रूप से पर्याप्त वोट हासिल करने के लिए होल्डआउट पर दबाव भी डाला.
कैसे पास हुआ बिल
- यह बिल 218 वोट से पास हुआ जबकि 214 सांसदों ने इसका विरोध किया.
- कुछ रिपब्लिकन सांसद शुरू में इस बिल के खिलाफ थे, लेकिन स्पीकर माइक जॉनसन ने उन्हें मनाया.
- डेमोक्रेट सांसद हकीम जेफ्रीज ने बिल पर विरोध जताते हुए लगभग 8 घंटे तक भाषण दिया, ताकि वोटिंग में देरी हो सके.
- अब यह बिल 4 जुलाई, अमेरिका के स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रपति ट्रंप के हस्ताक्षर के लिए भेजा जाएगा.
विधेयक में क्या है खास
इस विधेयक में टैक्स कटौती, सेना का बजट, रक्षा और ऊर्जा उत्पादन के लिए बढ़े हुए खर्च, साथ ही स्वास्थ्य और पोषण कार्यक्रमों में कटौती जैसे प्रमुख प्रावधान शामिल हैं. ये बिल अवैध प्रवासियों के बड़े पैमाने पर डिपोर्टेशन के लिए खर्च बढ़ाने से भी जुड़ा है.जबकि अन्य विपक्षी का मानना है कि इस खर्च का असर देश के स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे क्षेत्रों पर पड़ने की संभावनाएं हैं. इसी वजह से उद्योगपति एलॉन मस्क समेत एक बड़ा वर्ग इस बिल के खिलाफ है और और आलोचना कर रहा है.
इस पैकेज की प्राथमिकता ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान लागू 4.5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के टैक्स छूट को लागू करना है.
कर्मचारियों को टिप और ओवरटाइम वेतन में कटौती की अनुमति मिलेगी.
प्रति वर्ष 75,000 अमेरिकी डॉलर से कम कमाने वाले अधिकांश वृद्धों के लिए 6,000 अमेरिकी डॉलर की कटौती.
अमेरिका में “गोल्डन डोम” रक्षात्मक प्रणाली विकसित करने के लिए लगभग 350 बिलियन अमेरिकी डॉलर के निवेश का भी जिक्र.
ट्रंप की प्रतिक्रिया
इस चर्चित बिल के पास होते ही ट्रंप ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया, जिसमें उन्होंने कहा ‘यह अमेरिका के इतिहास का सबसे महत्वपूर्ण बिल है. अमेरिका आज दुनिया का सबसे ‘हॉट’ (प्रगतिशील) देश है!’. वहीं ट्रंप प्रशासन के अनुसार, ये बिल 2017 के टैक्स कट्स एंड जॉब्स एक्ट को स्थायी रूप से लागू करने के साथ-साथ उनके चुनावी वादों को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
जेडी वेंस ने जाहुर की खुशी
अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने विधेयक के पारित होने पर खुशी जाहिरऔर सभी को बधाई दी. सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए उन्होंने कहा ‘सभी को बधाई. कभी-कभी मुझे शक होता था कि 4 जुलाई तक हम इसे पूरा कर लेगें!’ उन्होंने आगे लिखा, ‘लेकिन अब हमने सीमा का सुरक्षित करने के लिए बड़े-बड़े टैक्स कट और जरूरी संसाधन दिए हैं.’
Congrats to everyone. At times I even doubted wed get it done by July 4!
But now weve delivered big tax cuts and the resources necessary to secure the border.
Promises made, promises kept!
— JD Vance (@JDVance) July 3, 2025
विवाद और आलोचना क्यों
यूनाइटेड फूड एंड कमर्शियल वर्कर्स इंटरनेशनल यूनियन के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष मिल्टन जोन्स ने कहा कि यह निराशाजनक है कि कांग्रेस ने इस नुकसानदायक, बदसूरत विधेयक को पारित कर दिया है जो कामकाजी परिवारों की जरूरतों को नजरअंदाज करता है और ऐसी कटौतियां करता है जो न केवल क्रूर हैं, बल्कि आर्थिक रूप से से लापरवाहीपूर्ण हैं. वहीं विधेयक का विरोध कर रहे डेमोक्रेट्स का कहना है कि यह अमीरों को कर में छूट देने का एक तरीका है. मजदूर वर्ग और समाज के सबसे कमजोर वर्ग पर बोझ बढ़ेगा.
गरीबों पर असर- रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बिल से 1.7 करोड़ लोगों की हेल्थ इंश्योरेंस छिन सकती है.
ग्रामीण अस्पतालों के बंद होने की आशंका भी जताई जा रही है.
डेमोक्रेट्स ने इसे अमीरों के लिए टैक्स तोहफा और गरीबों के लिए कटौती बताया है.
ईवी (इलेक्ट्रिक व्हीकल) सब्सिडी खत्म होने से ट्रंप और एलन मस्क के बीच भी टकराव बढ़ गया है.
आलोचकों का कहना है कि यह बिल अमीरों को फायदा और मध्यम वर्ग व गरीबों को नुकसान पहुंचाएगा.
क्या है ‘वन बिग ब्यूटीफुल बिल’
राष्ट्रपति ट्रंप ने ‘वन बिग ब्यूटीफुल बिल’ (ओबीबीबी) में अपने नीतिगत एजेंडे और अभियान के वादों को एक साथ समाहित किया है. हालांकि इससे संघीय घाटे में और वृद्धि होने और पहले से ही बढ़ते अमेरिकी ऋण में और इजाफा होने की आशंका है. ओबीबीबी के प्रतिकूल राजकोषीय (सरकारी बजट से संबंधित) प्रभाव और इसके व्यापक आर्थिक प्रभावों को लेकर कई चिंताएं भी उपजी हैं. इस विधेयक के लागू होने से एक ओर कर कटौती होगी और दूसरी ओर खर्च में बढ़ोतरी की जाएगी. इससे अमेरिकी सरकार की वित्त स्थिति खराब हो सकती है.