IPL में रोहित शर्मा की फॉर्म मत देखिए उनकी नीयत देखिए, T20 वर्ल्ड कप में दि… – भारत संपर्क

0
IPL में रोहित शर्मा की फॉर्म मत देखिए उनकी नीयत देखिए, T20 वर्ल्ड कप में दि… – भारत संपर्क

रोहित शर्मा की फॉर्म को लेकर चर्चा जरूरी या गैरजरूरी? (PC-AFP)
मुंबई ने रविवार को हैदराबाद को हराकर अपने फैंस को हंसने-मुस्कराने का मौका दिया. वरना ये हर कोई जानता है कि मुंबई की टीम प्लेऑफ की रेस से बाहर हो चुकी है. उसके खाते में 12 मैच में सिर्फ 4 जीत यानी 8 अंक हैं. अब बचे हुए दो मैच मुंबई ने जीत भी लिए तो वो ज्यादा से ज्यादा 12 प्वाइंट तक पहुंच पाएगी. जो प्लेऑफ में जगह बनाने के लिए नाकाफी हैं. रोहित शर्मा ने इस सीजन में अब तक 12 मैच में 330 रन बनाए हैं. उनकी औसत 30 की है और स्ट्राइक रेट 152.78. इसमें रोहित शर्मा का एक शतक भी शामिल है. जो उन्होंने चेन्नई के खिलाफ बनाया था. हालांकि उनके शतक के बाद भी चेन्नई की टीम जीत गई थी.
यहां तक की कहानी ठीक थी. लेकिन रोहित शर्मा को लेकर सोशल मीडिया में एक आंकड़ा घूमने लगा. उसमें पिछले पांच मैच में रोहित शर्मा के बनाए रन का जिक्र था. पिछले 5 मैच में रोहित शर्मा ने सिर्फ एक बार दहाई का आंकड़ा पार किया है. कोलकाता के खिलाफ उस मैच में भी उन्होंने सिर्फ 11 रन ही बनाए थे. वरना राजस्थान के खिलाफ 6, दिल्ली के खिलाफ 8, लखनऊ के खिलाफ 4 और सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ भी 4 रन की उनकी पारी को लेकर सवाल उठ रहे हैं.
रोहित पर उठ रहे सवालों का जवाब
इन सवालों का जवाब बिल्कुल सीधा है- रोहित शर्मा अब अपने करियर के जिस मोड़ और मुकाम पर हैं वहां आप उनकी फॉर्म नहीं उनकी नीयत देखिए. इस बात को और अच्छी तरह समझाएंगे लेकिन उससे पहले ये जान लीजिए रोहित शर्मा से सिर्फ इसी सीजन में नहीं पिछले तीन-चार सीजन में रन नहीं बने हैं. 2020 में मुंबई आखिरी बार चैंपियन बनी थी. तब रोहित ने 12 मैच में 332 रन बनाए थे. इसके बाद 2021 में उन्होंने 29.30 की औसत से 381, 2022 में 19.14 की औसत से 268 और 2023 में 20.75 की औसत से 332 रन बनाए थे.
बड़ी नहीं इम्पैक्ट वाली पारियों पर है जोर
थोड़ी देर के लिए 2023 वर्ल्ड कप याद कीजिए. आपको इस बात का जवाब मिल जाएगा कि आखिर क्यों रोहित शर्मा की फॉर्म नहीं बल्कि उनकी नीयत पर चर्चा होनी चाहिए. 2023 वर्ल्ड कप में रोहित शर्मा ने 11 मैच में 597 रन बनाए थे. इसमें एक शतक और 3 अर्धशतक थे. लेकिन इससे ज्यादा ध्यान देने वाली बात ये है कि उनका स्ट्राइक रेट 125.94 का था. भारतीय टीम में का ये सर्वश्रेष्ठ स्ट्राइक रेट था. हार्दिक पांड्या का स्ट्राइक रेट इससे ज्यादा था लेकिन वो सिर्फ चार मैच खेले थे. इसके अलावा 2023 वर्ल्ड कप में 10 से ज्यादा मैच खेलने वाले बल्लेबाज़ों में रोहित शर्मा का स्ट्राइक रेट सबसे ज्यादा था. अब एक और अहम बात याद कीजिए.
वर्ल्ड कप में रोहित शर्मा इंग्लैंड के खिलाफ 87 और पाकिस्तान के खिलाफ 86 रन पर आउट हुए थे. 80 रन पार करने के बाद अक्सर बल्लेबाज अपनी रफ्तार थोड़ी धीमी करके शतक की ओर बढ़ता है. वो भी वर्ल्ड कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में इंग्लैंड या पाकिस्तान जैसे बड़े मैच में कौन शतक नहीं लगाना चाहता? इस सवाल का जवाब है-रोहित शर्मा. रोहित ने 86-87 के स्कोर को 100 में तब्दील करने की बजाए स्कोरबोर्ड पर टीम के रन देखे. इसके अलावा उनकी चार पारियां ऐसी थीं. जिसमें उन्होंने 40 या 40 से ज्यादा रन बनाए. 4 हाफ सेंचुरी उनकी तय दिख रही थी. ये सारे आंकड़े यही बताते हैं कि अब रोहित शर्मा का लक्ष्य सिर्फ और सिर्फ ‘इम्पैक्ट’ पारियां खेलना है. यानी व्यक्तिगत ‘माइलस्टोन’ बने ना बने टीम का स्कोरबोर्ड चमकता रहे. यानी चिंता करने की जरूरत नहीं है रोहित की जर्सी का रंग नीला का नीला ही रहेगा. लेकिन टीम इंडिया वाला नीला उन्हें शायद कुछ ज्यादा ही रास आता है.
2007 वर्ल्ड कप की जीत में था योगदान
2007 में पहले टी20 वर्ल्ड कप की जीत याद कीजिए. क्रिकेट फैंस को वो जीत तो याद है लेकिन वो उसमें रोहित शर्मा का रोल शायद भूल गए हैं. क्योंकि तब टीम में रोहित शर्मा से कहीं ज्यादा बड़े स्टार खिलाड़ी थे. कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के अलावा उस टीम मेंं वीरेंद्र सहवाग, युवराज सिंह, गौतम गंभीर, हरभजन सिंह जैसे स्टार थे. इसलिए रोहित शर्मा के प्रदर्शन पर चर्चा ही नहीं हुई. बल्कि रोहित शर्मा को उस वक्त सभी मैच में खेलने का मौका तक नहीं मिलता था. वो मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी किया करते थे. लेकिन हम आपको बताते हैं कि 2007 टी20 वर्ल्ड कप में जिन चार मैच में रोहित शर्मा खेले थे उसमें उन्होंने 144.26 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए थे. बड़ी बात ये थी कि इन चार मैचों में से एक भी रोहित शर्मा आउट नहीं हुए थे. एक मैच में उन्हें बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला था लेकिन बाकि तीन मैच में वो नॉट आउट लौटे थे. इसमें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उनका सिर्फ 40 गेंद पर लगाया गया अर्धशतक भी था, जिसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब भी मिला था. 2007 के मुकाबले अब टी20 फॉर्मेट बहुत ज्यादा बदल गया है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Ancient Mathematics Vs Vedic Math: प्राचीन गणित और वैदिक मैथ्स में क्या फर्क है?…| फेयर से डस्की तक….स्किन टोन के हिसाब से कैसे चुनें सही फाउंडेशन, ये टिप्स…| छत्तीसगढ़ में दो अलग-अलग घटनाओं में 6 लोग डूबे – मरहीमाता…- भारत संपर्क| *सीएम कैंप कार्यालय बगिया में ग्रामीणों की समस्याओं का हुआ समाधान 56 आवेदन…- भारत संपर्क| नेतन्याहू का ऐसा डर…आनन-फानन में ऑस्ट्रेलिया ने ईरान पर लिया एक्शन, राजदूत को किया… – भारत संपर्क