डॉ. मुखर्जी ने देश का ध्यान जम्मू कश्मीर की ओर दिलाया था… CM मोहन यादव ने… – भारत संपर्क

डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करते मुख्यमंत्री मोहन यादव
भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर उनको श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उन्हें महानायक के तौर पर याद किया. उन्होंने कहा कि आजादी के पहले और बाद देश के सामने आने वाली चुनौतियों को लेकर उन्होंने देश में अहम भूमिका निभाई. उन्होंने कहा कि डॉ. मुखर्जी ने बंग-भंग योजना की विभीषिका का आकलन और जम्मू कश्मीर की चुनौती को समय रहते भांप लिया था. वह महापुरुष थे.
मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि महज 33 साल की आयु में कोलकाता विश्वविद्यालय का कुलपति बन जाना आसान बात नहीं थी. उसके बाद उन्होंने जिस तरह से मंत्री पद ग्रहण किया, वह उनकी मेधा का परिचायक है. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. मुखर्जी के बलिदान दिवस पर भाजपा कार्यालय के निकट स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद ये बातें कहीं.
देश के महान सपूत को नमन…
आज श्रद्धेय डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के बलिदान दिवस पर उनकी प्रतिमा के समक्ष विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।#DrMohanYadav#CMMadhyaPradesh pic.twitter.com/NEQs6UxK4H
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) June 23, 2024
वीरता के पक्षों को सामने लाना हमारी जिम्मेदारी
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि डॉ. मुखर्जी ने जम्मू-कश्मीर की ओर पूरे देश का ध्यान आकर्षित किया. और इसी मकसद से मंत्री पद से इस्तीफा दिया था. उन्होंने कोलकाता में उद्घोष किया कि जम्मू कश्मीर के लिए मुझसे जो बन पड़ेगा, वह करूंगा और उन्होंने जो कहा उसे करके दिखाया.
जम्मू-कश्मीर की तरफ देश का ध्यान खींचा था
मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि डॉ. मुखर्जी ने देश के सामने वर्तमान की बड़ी चुनौती की तरफ सबका ध्यान पहले की आकर्षित कर लिया था. उनके जीवन के वीरता के पक्षों को दुनिया के सामने लाना हम सबकी जिम्मेदारी है. डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटाना सच्चे अर्थों में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धांजलि है, हम सब प्रधानमंत्री मोदी के आभारी हैं.