इंजीनियर बनने का सपना, गरीबी का रोड़ा… फ्री कोचिंग के लिए लगाई गुहार, मिला… – भारत संपर्क

जिला पंचायत CEO को फ्री कोचिंग के लिए आवेदन देता छात्र अर्पित.
दिल में अगर कुछ कर गुजरने की चाहत हो, तो रास्ता खुद ब खुद निकल आता है. कुछ ऐसा ही मध्य प्रदेश के ग्वालियर में रहने वाले एक छात्र ने किया. इस होनहार छात्र का नाम है अर्पित पाल. उसका सपना है सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने का, लेकिन आर्थिक तंगी उसके सपनों के आगे ब्रेकर बनी हुई थी. छात्र अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए कुछ भी करने का तैयार. ऐसे में वो पहुंच गया कलेक्टर ऑफिस में होने वाली जनसुनवाई में.
छात्र ने निशुल्क कोचिंग की गुहार लगाते हए आवेदन दिया. सुनवाई करते हुए जिला पंचायत सीईओ ने छात्र की काबिलियत जांचने के लिए निशुल्क JEE की कोचिंग के बदले उसके सामने पांच सवाल हल करने का चैलेंज रख दिया. छात्र ने चैलेंज को स्वीकार किया. सवाल मिले और उनके जवाब छात्र ने दिए. जिला पंचायत सीईओ ने भी अपने वादे के अनुसार छात्र अर्पित को निशुल्क कोचिंग की व्यवस्था कराने के निर्देश दिए.
कोचिंग की गुहार लगाने पहुंचा कलेक्टर ऑफिस
ग्वालियर शहर के गोल पहाड़िया इलाके में रहने वाले अर्पित पाल अपनी मां रेनू पाल के साथ कलेक्ट्रेट सुनवाई में पहुंचा था. अर्पित की माली स्थिति अच्छी नहीं है, लेकिन उसका सपना इंजीनियर बनने का है. आर्थिक तंगी के कारण अर्पित का परिवार उसे JEE की कोचिंग में एडमिशन भी नहीं करवा पा रहा. ऐसे में उन्हें किसी ने प्रशासनिक मदद के लिए सलाह दी और वह कलेक्ट्रेट जनसुनवाई में मदद की आस में अपनी गुहार लेकर पहुंच गए. छात्र अर्पित ने जनसुनवाई कर रहे जिला पंचायत सीईओ IAS विवेक कुमार को अपना आवेदन दिया और उनसे मदद की गुहार लगाई.
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छात्र को मिला चैलेंज
जिला पंचायत सीईओ ने अर्पित का आवेदन पढ़कर उसके सामने एक अनोखा चैलेंज रख दिया. उन्होंने पांच सवालों को सॉल्व करने की बात छात्र से की और कहा कि अगर वह इन सवालों के जवाब दे देगा, तो उसे निशुल्क JEE की कोचिंग की तैयारी कराई जाएगी. होनहार छात्र अर्पित पाल ने बिना समय गंवाए IAS विवेक कुमार के चैलेंज को एक्सेप्ट कर लिया. अर्पित को फिजिक्स और मैथमेटिक्स से जुड़े पांच सवाल दिए गए. जनसुनवाई में सभी के सामने कुर्सी पर बैठकर छात्र अर्पित ने 4 सवालों को सॉल्व कर दिखाया.
काबिलियत को देख सभी हुए हैरान
अर्पित की काबिलियत देखकर जिला पंचायत सीईओ काफी खुश हुए और छात्र की पढ़ाई के प्रति रुचि देखते हुए, तुरंत जिला शिक्षा अधिकारी अजय कटियार को अर्पित का शहर की सबसे अच्छी JEE कोचिंग सेंटर में एडमिशन कराए जाने का आदेश दिया. एडमिशन होते ही अर्पित की उड़ान को पंख मिल गए. अपनी खुशी जाहिर करते हुए अर्पित ने बताया कि मानो अब उसे अपनी मंजिल सामने ही दिखने लगी है क्योंकि उसका सपना सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने का है, ऐसे में प्रशासन की मदद से वह निशुल्क JEE की कोचिंग ज्वाइन कर सकेगा और अपने सपने को पूरा करेगा.
जिला पंचायत सीईओ का जताया आभार
अर्पित ने प्रशासनिक मदद मिलने पर जिला पंचायत सीईओ विवेक कुमार का धन्यवाद देते हुए कहा है कि अगर इसी तरह से प्रशासन आर्थिक तौर पर कमजोर होनहार छात्रों की मदद करता है तो कई बच्चे आसमान की ऊंचाई छूकर देश की सेवा कर सकते हैं.अर्पित ने हाल ही में दसवीं क्लास पास की है, जिसमें उसने 81% अंक हासिल किए थे. यहीं से अर्पित ने सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने का सपना देखना शुरू कर दिया था.