ई कॉमर्स पर सजीं चुनावी दुकान, ‘मोदी का परिवार’ से लेकर ‘डरो…- भारत संपर्क
![ई कॉमर्स पर सजीं चुनावी दुकान, ‘मोदी का परिवार’ से लेकर ‘डरो…- भारत संपर्क ई कॉमर्स पर सजीं चुनावी दुकान, ‘मोदी का परिवार’ से लेकर ‘डरो…- भारत संपर्क](https://bharatsampark.co.in/wp-content/uploads/2024/03/modi-ka-parivar-1024x576.jpg?v=1711104282)
![ई-कॉमर्स पर सजीं चुनावी दुकान, 'मोदी का परिवार' से लेकर 'डरो मत' से होगा कारोबार ई-कॉमर्स पर सजीं चुनावी दुकान, 'मोदी का परिवार' से लेकर 'डरो मत' से होगा कारोबार](https://images.tv9hindi.com/wp-content/uploads/2024/03/modi-ka-parivar.jpg?w=1280)
बज चुका है चुनावी बिगुल
लोकसभा चुनाव 2024 का बिगुल बच चुका है. बीजेपी जहां ‘मोदी का परिवार’ से लेकर ‘मोदी की गारंटी’ तक के नारे पब्लिक के बीच फैला चुकी है, तो कांग्रेस भी ‘डरो मत!’ और ‘अब मिलेगा न्याय’ जैसे नारों के साथ चुनावी मैदान में हैं. इसी के साथ मार्केट अब चुनाव से जुड़े सामानों से पट चुका है. इसमें टीशर्ट, मग, बैच, बिल्ले, लोटे, रिस्टबैंड, की-रिंग से लेकर टोपी, पेन तक सब शामिल हैं. लेकिन इस बार एक बड़ा बदलाव ये हुआ है कि ये सामान ऑनलाइन भी खूब बिक रहा है.
देश के तमाम ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर आप इस समय चुनाव से संबंधित सामान की खरीद-बिक्री कर सकते हैं. बीजेपी और कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस से जुड़े सामान भी खूब मिल रहे हैं.
‘मोदी का परिवार’ है खूब फेमस
इन ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर सबसे ज्यादा सामान बीजेपी से जुड़ा बिक रहा है. यहां भाजपा के चुनाव चिन्ह ‘कमल’ से लेकर पुरानी समुद्री घड़ियों पर आम आदमी पार्टी के चुनाव चिह्न झाड़ू को छापकर बेचा जा रहा है. वहीं कांग्रेस से लेकर बीजेपी के दुपट्टे इत्यादि भी मिल रहे हैं. आप ई-कॉमर्स वेबसाइट पर किसी भी राजनीतिक दल का नाम दर्ज करें, आपको झंडे से लेकर पेंडेंट, पेन, मग और कीरिंग इत्यादि नजर आ जाएंगे.
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इस समय आपको अमेजन से लेकर फ्लिपकार्ट तक पर ‘नमो’, ‘मोदी का परिवार’, ‘फिर एक बार, मोदी सरकार’, ‘मोदी की गारंटी’, और ‘मोदी है तो मुमकिन है’ जैसे नारों से सजी टी-शर्ट, मग, लोटा, नोटबुक, बिल्ला, रिस्टबैंड (कलाई पर बांधा जाने वाला), चाभी का छल्ला, स्टिकर, चुम्बक, टोपी और पेन इत्यादि मिल जाएंगे.
2019 के चुनाव से शुरू हुआ ट्रेंड
चुनावी सामान को ऑनलाइन बेचने का ट्रेंड 2019 के चुनावों में शुरू हुआ. एक ई-कॉमर्स साइट के एग्जीक्यूटिव ने नाम ना छापवने की शर्त पर बताया कि 2019 के चुनावों के दौरान लोग ई-कॉमर्स साइट पर चुनाव प्रचार सामग्री बेचने लगे. उन्होंने कहा, ”जब सब कुछ ऑनलाइन बेचा जाता है, तो यह क्यों नहीं? सेलर्स इसे हमारे प्लेटफॉर्म पर डालते हैं. हमें ई-कॉमर्स वेबसाइट के तौर पर बस ये जांच करनी होती है कि नियमों का पालन हो रहा है या नहीं.”
उनका कहना है कि कुछ राजनीतिक दल अपनी खुद की वेबसाइट पर भी इन सामान की बिक्री कर रहे हैं. हालांकि अमेजन इंडिया और फ्लिपकार्ट की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है. हालांकि ई-कॉमर्स साइट पर इन सामान की बिक्री करने वाले एक सेलर ने बताया कि लोकसभा चुनावों में ऐसी वस्तुओं की ऑनलाइन बिक्री में वृद्धि देखी गई है. उन्होंने कहा कि पहले हम अपना माल दुकानों को सप्लाई करते थे, अब ऑनलाइन ट्रेंड बढ़ रहा है, इसलिए हमें इसे अपनाना ही ठीक लगा.”
देश में लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल से सात चरणों में होने हैं. मतगणना चार जून को होगी.