इंजीनियरिंग की पढ़ाई Hindi में शुरू होगी! भारतीय भाषा पुस्तक योजना के तहत कई…

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इंजीनियरिंग की पढ़ाई Hindi में शुरू होगी! भारतीय भाषा पुस्तक योजना के तहत कई…
इंजीनियरिंग की पढ़ाई Hindi में शुरू होगी! भारतीय भाषा पुस्तक योजना के तहत कई कोर्साें की किताबें हिंदी व अन्य भारतीय भाषा में तैयार हो रही

इंजीनियरिंग में दाखिला के लिए होता है जेईई का आयोजन

देश में जल्द ही इंजीनियरिंग यानी बीटेक की पढ़ाई हिंदी में भी शुरू होगी. इसको लेकर काम शुरू हो गया है. भारतीय भाषा पुस्तक योजना के तहत इस योजना पर काम किया जा रहा है. इस योजना के तहत शिक्षा मंत्रालय हिंदी समेत अन्य भारतीय भाषाओं में इंजीनियरिंग, मेडिकल समेत अन्य कोर्सों की किताबें उपलब्ध कराएगा. आइए जानते हैं कि पूरा योजना क्या है? किन कोर्सों की किताबें हिंदी में उपलब्ध कराने की योजना पर काम किया जा रहा है.

5 हजार कोर्सों की हिंदी में किताबें

शिक्षा मंत्रालय नई शिक्षा नीति के तहत भारतीय भाषाओं में उच्च शिक्षा उपलब्ध उपलब्ध कराने की दिशा में काम कर रहा है. इसी कड़ी में भारतीय भाषा पुस्तक योजना शुरू की गई है. योजना के तहत देशभर की यूनिवर्सिटी समेत संस्थानों में पढ़ाए जा रहे कोर्सों की मैपिंग कर ली गई है और अब इन कोर्सों की किताबें हिंदी समेत अन्य 22 भारतीय भाषाओं में अनुवाद के बाद उपलब्ध कराई जाएंगी. हालांकि इनका मूल वर्जन भी उपलब्ध रहेगा. योजना के तहत लगभग 5 हजार कोर्सों की हिंदी समेत अन्य भारतीय भाषा में किताबें उपलब्ध कराने की योजना है.

मसलन, नॉर्थ के राज्यों में इच्छुक छात्रों को हिंदी की किताबें उपलब्ध कराई जाएंगी तो वहीं दक्षिण के राज्यों में योजना के तहत इच्छुक छात्रों के लिए तमिल, कन्नड, तेलुगू में किताबें उपलब्ध कराई जाएंगी.

AICTE तैयार करवा रहा इंजीनियरिंग की हिंदी समेत अन्य भाषा में किताबें

शिक्षा मंत्रालय के अधीन भारतीय भाषा पुस्तक योजना को शुरू किया गया है, लेकिन इंजीनियरिंग की हिंदी में किताबें उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी तकनीकी शिक्षा की सबसे बड़ी रेगुलेटरी बॉडीअखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) के पास है, जो नई शिक्षा नीति के अनुरूप इंजीनियरिंग कोर्सों की किताबों का हिंदी अनुवाद कराने में जुटा हुआ है.

जेईई में 90 फीसदी छात्र इंग्लिश को चुनते हैं

बेशक शिक्षा मंत्रालय की योजना इंजीनियरिंग समेत अन्य काेर्सों की किताबें हिंदी व अन्य भारतीय भाषा में कराने की है, लेकिन इसके उलट छात्रों के बीच इंग्लिश का क्रेज बढ़ा है. मसलन, इंजीनिरिंग में प्रवेश के लिए होने वालीजॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (JEE Main) हिंदी, इंग्लिश समेत 13 क्षेत्रीय भाषाओं में होती है, लेकिन 90 फीसदी से ज्यादा छात्र इंग्लिश मीडियम का विकल्प चुनते हैं. वहीं बीते सालों में मध्य प्रदेश में हिंदी में MBBS की पढ़ाई शुरू हुई है, लेकिन छात्रों के बीच ये लोकप्रिय नहीं हो पाई है. हालांकि माना जा रहा है कि इसको लेकर अभी काम होना है. मसलन, सभी किताबों का हिंदी में अनुवाद होना अभी बाकी है.

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