बच्चों के अस्पताल श्री शिशु भवन में भी उत्साह- उल्लासपूर्वक…- भारत संपर्क

आजादी के बाद पहली प्राथमिकता थी देश के सुचारू संचालन की, जिसके लिए अथक प्रयास के साथ निर्मित भारतीय संविधान को 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया । भारत विश्व का सर्वाधिक सफल लोकतांत्रिक देश है,यही इस संविधान की सफलता का पैमाना है।
राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस पर संविधान के प्रति इसी प्रतिबद्धता को एक बार फिर दोहराया गया।

बहुत ही खास अतिथि ने किया ध्वजारोहण
इस अवसर पर मध्य नगरी स्थित बच्चों के अस्पताल श्री शिशु भवन में भी हर बार की तरह समारोह आयोजित कर ध्वजारोहण किया गया। इस अस्पताल में लंबे समय तक चले इलाज के बाद स्वस्थ हुए विशेष बालक 14 वर्षीय शौर्य राठौर ने ध्वजारोहण किया। भारत माता और महापुरुषों के छायाचित्रों पर पुष्पांजलि करते हुए ध्वजारोहण के साथ यहां राष्ट्रगान गाकर तिरंगे को सलामी दी गई।

इस अवसर पर शौर्य राठौर के पिता जितेंद्र राठौर ने देशभक्ति गीतों से राष्ट्रवाद के जज्बे को नई ऊंचाई दी। इस विशेष अवसर पर श्री शिशु भवन के चिकित्सक डॉक्टर श्रीकांत गिरी, डॉक्टर पल्लवी गिरी, डॉक्टर प्रणव अंधारे, डॉक्टर रवि द्विवेदी की पूरी टीम, पैरामेडिकल स्टाफ, अस्पताल के कर्मचारी गण और मरीजों के परिजन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। समारोह का शुभारंभ श्रीमती सुशीला गिरी गोस्वामी और सुहासिनी नाइक द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया।

अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति में गणतंत्र दिवस समारोह हर्षोल्लास से मनाया गया।


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