एमपी में आबकारी राजस्व में 1561 करोड़ रुपये की वृद्धि, पिछले 3 साल का टूटा र… – भारत संपर्क

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एमपी में आबकारी राजस्व में 1561 करोड़ रुपये की वृद्धि, पिछले 3 साल का टूटा र… – भारत संपर्क

सांकेतिक तस्वीर
मध्य प्रदेश में इस साल आबकारी राजस्व में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. राज्य की 3600 कंपोजिट शराब की दुकानों का निष्पादन 931 समूहों में किया गया, जिससे 13,914 करोड़ रुपये का राजस्व मिला जोकि पिछले वित्त साल 2023-24 के मुकाबले 12,353 करोड़ रुपये से 12.63 फीसदी ज्यादा है. पिछले साल की तुलना में चालू वित्त साल 2024-25 में 1561 करोड़ रुपये का अधिक राजस्व प्राप्त होने वाला है. इस पूरी प्रक्रिया में नवीनीकरण/लॉटरी के अतिरिक्त भी ई-टेंडर के कुल 9 चरण सम्पादित किए गए हैं.
राज्य शासन ने 8 फरवरी 2024 को वित्तीय साल 2024-25 के लिए आबकारी नीति जारी की थी. जिसके तहत प्रदेश की सभी 3600 शराब दुकानों के निष्पादन की कार्यवाही पिछले साल की तरह ही नवीनीकरण/लॉटरी तथा ई-टेंडर के माध्यम से सम्पादित की गई. इसमें वित्तीय साल 2023-24 के वार्षिक मूल्य में 15% की वृद्धि कर आरक्षित मूल्य का निर्धारण किया गया. नवीनीकरण/लॉटरी एवं ई-टेंडर से शराब दुकानों के निष्पादन का चरणबद्ध कार्यक्रम जारी कर, कार्यवाही पूरी की गई.
राजस्व विभाग ने कैसे किया कमाल?
प्रदेश के कुल 32 जिलों में नवीनीकरण/लॉटरी के माध्यम से 75% से अधिक राजस्व प्राप्त होने पर उनका निष्पादन किया गया. 7 जिलों में सभी समूहों का नवीनीकरण/लॉटरी से निष्पादन पूर्ण हुआ, इन जिलों में ई-टेंडर पर जाने की स्थिति नहीं बनी. नवीनीकरण/लॉटरी के माध्यम से प्रदेश का 52% राजस्व सुनिश्चित हुआ है.
नवीनीकरण/लॉटरी के अभाव वाले जिलों में अधिकाधिक राजस्व प्राप्ति को ध्यान में रखते हुए जिला निष्पादन समिति से प्रस्ताव प्राप्त कर, विभिन्न प्रकार से समूहों का पुनर्गठन किया गया. इस क्रम में जिला समिति से प्राप्त प्रस्ताव के आधार पर 8 जिलों में निविदा के प्रथम चरण में एकल समूह बनाये गए और अन्य जिलों में भी समूहों का पुनर्गठन किया गया. प्रथम चरण की निविदा में इन 8 जिलों में से 4 जिलों में आरक्षित मूल्य से अधिक की निविदा प्राप्त हुई, इन 4 जिलों के निष्पादन में विगत साल के वार्षिक मूल्य से कुल 18.57 प्रतिशत की वृद्धि प्राप्त हुई है.
पिछने तीन साल से ज्यादा राजस्व
इन 4 जिलों में से उज्जैन जिले में (शिवबाबा फूड प्रायवेट लिमिटेड) पिछले साल के वार्षिक मूल्य से 20.73% की सर्वाधिक वृद्धि हुई वहीं अन्य 3 जिलों में पिछले साल से क्रमशः झाबुआ में (गुरूकृपा बायोफ्यूल एलएलपी) 18.4%, धार में (महाकाल वाइन शॉप एलएलपी)17.2% और विदिशा में (श्री स्वास्तिक रिद्धि टेड्रर्स)16.1% वृद्धि प्राप्त हुई है. बाकी के 4 जिलों में अनेक चरणों में एकल समूह में कोई निविदा प्राप्त नहीं होने पर जिला निष्पादन समिति द्वारा इन जिलों को विभिन्न आकार के समूहों में पुनर्गठित कर ई-टेंडर की कार्यवाही की गई.
शराब की दुकानों के निष्पादन से साल 2023-24 में केवल 3.7 प्रतिशत की वृद्धि प्राप्त हुई थी, यह वृद्धि साल 2022-23 में 11.5 प्रतिशत एवं साल 2021-22 में 9.06 प्रतिशत रही. इससे साफ होता है कि साल 2024-25 की प्राप्त 12.6 प्रतिशत की वृद्धि गत 4 सालों में सर्वाधिक है. जिलावार स्थिति में प्रदेश में छिन्दवाड़ा जिला 20.81% की वृद्धि के साथ पहले स्थान पर रहा वहीं उज्जैन जिला 20.73% वृद्धि के साथ दूसरे स्थान पर और बड़वानी जिला 19.66% की वृद्धि के साथ तीसरे स्थान पर रहा.

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