अपनी महिला मित्र के माध्यम से युवक को फसाया झूठे प्रेम जाल…- भारत संपर्क

जांजगीर चांपा जिले के बसंतपुर गांव से एक सनसनीखेज अपहरण और फिरौती मांगने का मामला सामने आया है, जिसने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है। बसंतपुर निवासी बुधराम साहू के 22 वर्षीय बेटे किशन साहू को पहले एक महिला के जरिये हनी ट्रैप में फंसाया गया, फिर उसका अपहरण कर 17 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए युवक को सकुशल मुक्त करवा लिया और दो आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है। एक अन्य आरोपी फिलहाल फरार है।

हनी ट्रैप से शुरू हुई साजिश
12 जून की शाम किशन साहू रोज की तरह घूमने निकला था। देर रात तक घर नहीं लौटने पर उसके परिजन चिंतित हो उठे। रात करीब 8:00 बजे किशन के पिता बुधराम साहू के मोबाइल पर एक अनजान नंबर से कॉल आया। फोन करने वाले ने बताया कि उनका बेटा एक लड़की के साथ आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ा गया है और उसका वीडियो बना लिया गया है। इसके साथ ही उन्होंने किशन को छोड़ने के एवज में 17 लाख रुपये की फिरौती मांगी और पैसा नहीं देने पर जान से मारने की धमकी भी दी।
कॉलर ने बुधराम को डराने के लिए फोन पर किशन के साथ गाली-गलौज और मारपीट की आवाजें भी सुनाई। घबराए परिजन ने तुरंत इसकी शिकायत थाने में की।
पुलिस की तत्परता से बची जान
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्काल कार्रवाई शुरू की। तकनीकी जांच के आधार पर मोबाइल लोकेशन ट्रेस की गई और किशन को पहरिया क्षेत्र के खेतों के बीच स्थित एक सुनसान मकान से सुरक्षित मुक्त करा लिया गया।
मुख्य आरोपी और महिला साथी गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है – अभय कुमार सूर्यवंशी और उसकी महिला साथी आयशा बेगम उर्फ अनु उर्फ अस्मिता साहू, जो कि भोजपुरी चांपा की निवासी है। पूछताछ के दौरान इन दोनों ने जुर्म कबूल करते हुए बताया कि उन्होंने किशन को पहले महिला मित्र के माध्यम से हनी ट्रैप में फंसाया और फिर सुनसान स्थान पर बुलाकर उसका अपहरण कर लिया।
इसके बाद किशन को बंधक बनाकर परिजनों से मोटी रकम की फिरौती मांगने लगे। पुलिस ने आरोपियों के पास से वाहन भी जब्त किए हैं। फिलहाल इस गिरोह का एक सदस्य अभी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।
ओटीटी और फिल्मों का बढ़ता प्रभाव अपराध की वजह
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस तरह के अपराधों में नई पीढ़ी द्वारा ओटीटी प्लेटफॉर्म्स और फिल्मों से प्रेरणा लेने के प्रमाण मिल रहे हैं। अपराधी अब पारंपरिक तरीकों की बजाय हाईटेक और साजिशपूर्ण तरीकों से वारदातों को अंजाम दे रहे हैं, जो कि समाज के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है।
ग्रामीण इलाके में बढ़ते अपराधों पर चिंता
इस घटना से यह स्पष्ट है कि अब छोटे कस्बों और ग्रामीण इलाकों में भी अपराधी गतिविधियों में तेजी आ रही है। इससे न केवल समाज की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठता है, बल्कि यह भी सोचने पर मजबूर करता है कि अपराध रोकने के लिए जागरूकता और कड़ी निगरानी की कितनी आवश्यकता है।
पुलिस ने अपील की है कि युवा सोशल मीडिया और अनजान लोगों के संपर्क में आने से बचें, साथ ही किसी भी आपत्तिजनक या असामान्य परिस्थिति की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।
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