विवादित प्रार्थना सभा का पट्टा निरस्त करने वन विभाग ने लिखा…- भारत संपर्क
आकाश मिश्रा
सरकारी वन भूमि पर चर्च निर्माण का विरोध करने वालों को भगवा आतंकवादी कहने के मामले में कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही। छाया विधायक प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने अटल श्रीवास्तव को झूठा बताते हुए कहा कि प्रार्थना सभा के नाम पर जिस चर्च का निर्माण किया गया है उसके लिए रकम स्वयं अटल श्रीवास्तव ने विधायक निधि से दिया है और वे पुलिस एवं प्रशासन को गुमराह कर रहे हैं कि ग्रामीणों ने स्वयं चंदा कर इसका निर्माण किया है।
इधर संत समाज भी विधायक अटल श्रीवास्तव से नाराज है। जिन्होंने अमरकंटक में बैठक कर बड़े आंदोलन की रूप दिखा तय करने की बात की है। कोटा के बंगला भाटा में विधायक निधि से प्रार्थना भवन का निर्माण किया गया है । सरकारी जमीन पर चर्च बनाए जाने का प्रबल प्रताप सिंह जूदेव विरोध कर रहे हैं तो वही कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव दूसरे समुदाय के पक्ष में खड़े नजर आ रहे हैं ।इस मामले में कोटा एसडीएम युगल किशोर उर्वशा ने रतनपुर तहसीलदार आकाश गुप्ता को टीम बनाकर जांच के निर्देश दिए थे, जिसमें राजस्व से पटवारी, फॉरेस्ट और पंचायत के लोग शामिल थे। टीम ने रिपोर्ट एसडीएम को सौंप दी है। बताया जा रहा है कि 2023 में पट्टा वन अधिकार समिति की तरफ से दिया गया था। अब वन अधिकार समिति ही या पट्टा निरस्त करेगी, जिसकी शुरुआत गांव ग्राम सभा स्तर पर बनी वन अधिकार समिति से होगी, जहां से प्रस्ताव अनुभाग स्तर पर बनी है ।प्रस्ताव वन अधिकार समिति के पास आएगा और यहां से जिला स्तर पर वन अधिकार समिति के पास प्रस्ताव जाएगा, तब कार्रवाई होगी।
इधर एसडीएम कोटा ने कहा कि जहां निर्माण हुआ है वह वन भूमि है। जांच रिपोर्ट मिल चुकी है और फिलहाल यथा स्थिति रखी गई है। डीएफओ का कहना है कि यह पट्टा कृषि कार्य के लिए दिया गया था जिसका कोई और उपयोग नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि ट्राइबल के नोडल अफेयर को पट्टा निरस्त करने के लिए पत्र लिखा गया है। भाजपा नेता प्रबल प्रताप सिंह जूदेव वन भूमि पर बनाए गए चर्च को हटाने की मांग कर रहे हैं जबकि अटल श्रीवास्तव चर्च बनाने वाले लोगों के साथ में है। वे तो प्रबल प्रताप सिंह जूदेव को बाहरी और भगवा आतंकवादी कहते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। इधर इस मामले में बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला ने भी प्रार्थना भवन को तत्काल हटाए जाने की मांग की और अटल श्रीवास्तव को भी संभल कर बयान देने की हिदायत दी है।