सेना के फर्जी अधिकारी बनकर नशे के सौदागर कर रहे थे गांजा…- भारत संपर्क


बिलासपुर,
नशे के अवैध कारोबार के खिलाफ बिलासपुर पुलिस की सख्त कार्रवाई लगातार जारी है। रविवार को पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए दो अंतरराज्यीय गांजा तस्करों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 21 किलो से अधिक अवैध मादक पदार्थ गांजा जब्त किया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में कार्रवाई
नशे के कारोबारियों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान के तहत ए.सी.सी.यू. (एंटी क्राइम एंड सायबर यूनिट) एवं थाना सिविल लाइन की संयुक्त टीम को सूचना मिली कि उसलापुर रेलवे स्टेशन के पास दो संदेहास्पद व्यक्ति अवैध गतिविधियों में लिप्त हैं।
पुलिस को गुमराह करने फर्जी सेना का आईडी

सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने दोनों व्यक्तियों को पकड़ने का प्रयास किया। पुलिस को देखकर आरोपी भागने लगे, लेकिन सतर्क जवानों ने उन्हें घेराबंदी कर पकड़ लिया। पूछताछ के दौरान आरोपी रूपेश सिंह (25 वर्ष, प्रयागराज, उ.प्र.) ने खुद को भारतीय सेना का जवान बताते हुए पहचान पत्र दिखाकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की।
हालांकि, उसकी गतिविधियों और हावभाव से पुलिस को संदेह हुआ। जांच करने पर पता चला कि आरोपी द्वारा दिखाया गया आईडी फर्जी है।
गांजा और फर्जी आईडी बरामद
दोनों आरोपियों रूपेश सिंह और विनोद कुमार सिंह (38 वर्ष, प्रतापगढ़, उ.प्र.) की तलाशी में पुलिस को 21 किलो 100 ग्राम गांजा और मोबाइल फोन मिले। जांच में यह तथ्य भी सामने आया कि आरोपी फर्जी आईडी का उपयोग कर ट्रेन की टिकट बनवा रहे थे और अवैध कारोबार को अंजाम दे रहे थे।
कई धाराओं में मामला दर्ज
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एन.डी.पी.एस. एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया है। साथ ही फर्जी आईडी इस्तेमाल करने और कूट रचना से संबंधित धाराएं भी बी.एन.एस. (भारतीय न्याय संहिता) के अंतर्गत जोड़ी गई हैं।
नेटवर्क की गहन जांच जारी
ए.सी.सी.यू. एवं थाना सिविल लाइन की टीम आरोपियों से लगातार पूछताछ कर रही है ताकि यह पता चल सके कि गांजा कहां से लाया गया और इसकी आपूर्ति किन स्थानों पर की जानी थी। पुलिस ने बताया कि इस पूरे नेटवर्क की एंड-टु-एंड इन्वेस्टिगेशन की जा रही है और सिंडिकेट के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है।
पुलिस टीम को मिलेगा पुरस्कार
इस सफलता पर एसएसपी श्री रजनेश सिंह ने पूरी टीम की सराहना की है और ए.सी.सी.यू. व थाना सिविल लाइन की टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की है।
उन्होंने कहा कि – “बिलासपुर पुलिस नशे के अवैध कारोबार और संगठित अपराधों के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस नीति पर कार्य कर रही है। ऐसे अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।”
यह कार्रवाई न केवल बिलासपुर पुलिस की सतर्कता और तत्परता को दर्शाती है, बल्कि यह भी स्पष्ट करती है कि नशे के नेटवर्क को तोड़ने के लिए पुलिस हर स्तर पर सख्ती बरत रही है।