कोमा में जा चुकी बच्ची को श्री शिशु भवन में मिला नवजीवन ,…- भारत संपर्क

मृत्यु मुख में पहुंच चुकी बच्ची को इलाज के बाद श्री शिशु भवन में नवजीवन मिला है। कोरबा क्षेत्र के दीपका रेकी में रहने वाले चंद्रभान पटेल और जानिता पटेल की बेटी मीनाक्षी पटेल को पिछले दिनों डायरिया और तेज बुखार हुआ था, जिसका दुष्प्रभाव उसकी किडनी पर पड़ा और धीरे-धीरे उसके सभी अंगों ने काम करना बंद कर दिया। जिसके चलते बच्ची कोमा में चली गई । उसे गंभीर अवस्था में बिलासपुर स्थित श्री शिशु भवन में 15 अगस्त को लाया गया था, जहां तत्काल उसे एडमिट कर उसका इलाज आरंभ कर दिया गया।

मीनाक्षी पटेल के ब्रेन एमआरआई से पता चला कि उसे Hemorrhagic leukoencephalopathy नाम की गंभीर बीमारी है जिसके कारण वह कोमा में थी। इसके बाद श्री शिशु भवन के डॉक्टर श्रीकांत गिरी के साथ उनके सहयोगी डॉक्टर अभिमन्यू पाठक, डॉक्टर प्रणव अंधारे, डॉ रवि द्विवेदी, डॉक्टर पवन और मेडिकल स्टाफ ने उपचार आरंभ किया। उनके बेहतर उपचार का ही असर था कि 15 दिनों में ही कोमा में चली गई मीनाक्षी पटेल होश में आ गई । इसके बाद उसका इलाज चलता रहा। अब वह पूरी तरह से स्वस्थ है और अपने घर जाने को तैयार है। उसकी विदाई से पहले श्री शिशु भवन के प्रबंधक नवल वर्मा द्वारा उसे उपहार देते हुए उसके उत्तम स्वास्थ्य की कामना की गई। मीनाक्षी पटेल के माता-पिता ने भी उनकी बेटी को नवजीवन देने के लिए श्री शिशु भवन और डॉक्टर श्रीकांत गिरी के प्रति हृदय से आभार जताया है, जिन्होंने कहा कि वे तो बेटी के बचने की आस ही छोड़ चुके थे लेकिन श्री शिशु भवन के चिकित्सकों ने तो चमत्कार कर दिया।


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