Gorakhpur Airport: दो केंद्रीय मंत्रियों सहित 180 यात्री… लैंड होने के बा… – भारत संपर्क

इंडिगो एयरलाइन
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर एयरपोर्ट पर फिर से अव्यवस्था की वजह से यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ी. दो केंद्रीय मंत्रियों समेत 180 यात्री एक घंटे तक प्लेन में फंसे रहें. दिल्ली से इंडिगो की फ्लाइट बुधवार को गोरखपुर पहुंची, लेकिन एप्रन खाली ना होने की वजह से यात्री प्लेन में ही फंसे रहे. एयरपोर्ट पर एप्रन वह जगह होता है, जहां पर प्लेन को खड़ा किया जाता है और यात्रियों को नीचे उतारा जाता है.
इंडिगो की फ्लाइट ई 2087 एक घंटे की देरी से दिल्ली से गोरखपुर पहुंची, लेकिन एप्रन खाली ना होने की वजह से दो केंद्रीय मंत्रियों समेत कुल 180 यात्री जहाज में ही फंसे रहें. शाम 5:25 बजे विमान को एप्रन पर लाया गया और यात्रियों को उतरने की अनुमति दी गई, जिसके बाद फ्लाइट 6:13 बजे दिल्ली रवाना हुई. गोरखपुर एयरपोर्ट पर यह पहली घटना नहीं है. मार्च में भी इस तरह का मामला सामने आय़ा था.
विमान में 180 यात्री मौजूद थे
गोरखपुर एयरपोर्ट से विमानों की उड़ान तो बढ़ी है, लेकिन उचित सुविधाएं नहीं होने के कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इंडिगो का विमान दिल्ली से उड़ान भर कर गोरखपुर 4.25 पर गोरखपुर लैंड हुआ. इस विमान से केंद्रीय मंत्री कमलेश पासवान और पंकज चौधरी भी यात्रा कर रहे थे. उनके साथ कुल 180 यात्री भी इस विमान में मौजूद थे. इंडिगो का ये विमान करीब सवा घंटा लेट पहुंचा था. उसे तत्काल एप्रन में आने की अनुमति नहीं मिली. पहले से शेड्यूल इंडिगो और स्पाइसजेट के विमानों को बारी-बारी से निकाला गया. इसके बाद फ्लाइट ई 2087 को एप्रन में लाया गया. विमान में दोनों मंत्रियों के होने की वजह से यह मामला सुर्खियों में है.
इससे पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना
9 मार्च को दिल्ली से गोरखपुर पहुंचे स्पाइसजेट के प्लेन में तकनीकी खराबी हो जाने से सात दूसरे प्लेन के यात्रियों को परेशानी हुई. अलग-अलग जगह से गोरखपुर आने वाले सात विमानों के 2200 से ज्यादा यात्री विमान में 3 घंटे तक फंसे रहे. वहीं 12 और 25 मार्च को भी करीब 180 यात्री डेढ़ घंटे तक प्लेन में फंस रह गए थे. मार्च और अप्रैल की बात की जाए तो ऐसी यह चौथी घटना है.’
क्या बोले पुलिस अधिकारी?
एयरपोर्ट निदेशक आर के पवार ने बताया कि इंडिगो का विमान ई 2087 जो दिल्ली से उड़ान भर कर गोरखपुर एक घंटे की देरी से पहुंचा था. एप्रन खाली ना होने की वजह से इस विमान से आए यात्रियों को एक घंटे विमान में ही बैठना पड़ा. एप्रन खाली होने के बाद लगभग 5.25 पर यात्रियों को नीचे उतारा गया है.