सऊदी से मिला सिर्फ भरोसा, उधर भारत के सबसे खास इस्लामिक देश ने पाकिस्तान पर कर दिया… – भारत संपर्क


मोहम्मद जायद अल नाहयान और शहबाज शरीफ
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ गुरुवार को UAE के एक दिवसीय दौरा पर पहुंचे. इस दौरे का मकसद भी वही था कि पाकिस्तान के लिए आर्थिक मदद मांगना. दरअसल पाकिस्तान पिछले कुछ वर्षों से आर्थिक संकट से जूझ रहा है और कभी IMF तो कभी सऊदी अरब से मदद की गुहार लगा रहा है. शहबाज शरीफ प्रधानमंत्री बनने के बाद से सऊदी अरब के दो दौरे कर चुके हैं और ये उनका पहला UAE दौरा है. हाल ही के दौरे में सऊदी ने 3 दिसंबर तक पाकिस्तान के बैंक में 3 बिलियन डॉलर डिपॉजिट करने की बात कही है.
शहबाज शरीफ के UAE दौरे के बाद पाकिस्तान को बड़ा तोहफा मिल गया है. पाकिस्तान सरकार के बयान के मुताबिक, UAE सरकार पाकिस्तान में करीब 10 बिलियन डॉलर का निवेश करेगी. पाकिस्तान के सरकारी टेलीविजन के मुताबिक, UAE के शासक मोहम्मद जायद अल नाहयान अबू धाबी में प्रधानमंत्री से मीटिंग के बाद पाकिस्तान में एक बड़े निवेश का वादा किया है.
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Prime Minister Muhammad Shehbaz Sharif meets President of UAE, H.H. Sheikh Mohamed bin Zayed Al Nahyan in Abu Dhabi.
Discussions will focus on various sectors, particularly the promotion of trade and investment between Pakistan and the UAE.
The meeting will also cover pic.twitter.com/oucrxDnmWZ
— Pakistan Embassy UAE (@PakinUAE_) May 23, 2024
UAE के कारोबारियों से भी मिले शहबाज शरीफ
मोहम्मद जायद अल नाहयान से मुलाकात के बाद शहबाज शरीफ ने UAE के बड़े कारोबारियों के साथ बैठक की. जहां उन्होंने पाकिस्तान में कारोबार की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा की. विशेष रूप से ऊर्जा, बुनियादी ढांचे, पर्यटन और IT क्षेत्रों में निवेश के अपार अवसरों का लाभ उठाने के लिए कारोबारियों को आमंत्रित किया.
पाकिस्तान सरकार के बयान में ये भी कहा गया है कि पीएम शहबाज ने UAE के राष्ट्रपति को पाकिस्तान आने के लिए भी आमंत्रित किया. मोहम्मद जायद अल नाहयान उनके निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है.
निवेश के लिए सऊदी आया था डेलिगेशन
पाकिस्तान इन दिनों अपने देश में बाहरी निवेश के लिए कई कोशिश कर रहा है. चीन ने पहले ही पाक में CPEC के जरिए बड़ा निवेश कर रखा है. पिछले दिनों सऊदी अरब का एक हाई लेवल डेलिगेशन भी पाकिस्तान आया जिसमें 30 कंपनियों को करीब 50 बिजनेसमैन शामिल थे, लेकिन इस डेलिगेशन ने निवेश को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है.