सरकार ने बनाया फुलप्रूफ प्लान, प्याज नहीं निकालगा आम लोगों…- भारत संपर्क


सरकार ने प्याज की संभावित महंगाई को रोकने के लिए 5 लाख का बफर स्टॉक बनाने की तैयारी की है.
भले ही प्याज की कीमतें मौजूदा समय में कंट्रोल में हों, लेकिन भविष्य के लिए केंद्र सरकार ने इसके लिए पहले से ही प्लानिंग शुरू कर दी है. सरकार ने प्याज की संभावित महंगाई को दूर करने के लिए फुलप्रूफ प्लान बना लिया है. उसके बाद प्याज को लेकर कोई संकट भी आएगा तो भी आम लोगों को कोई परेशानी उठानी पड़ेगी. पिछले साल प्याज की कीमतों ने आम लोगों को रुलाकर रख दिया था. जिसकी वजह से सरकार ने अपनी तैयारी अभी से करनी शुरू की दी है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर प्याज को लेकर सरकार ने किस तरह की प्लानिंग बनाई है.
सरकार ने बनाई से प्लानिंग
सरकार इस साल अपने बफर स्टॉक के लिए पांच लाख टन प्याज खरीदने की योजना बना रही है. इसका उपयोग कीमत बढ़ने की स्थिति में उसे काबू में करने के लिए किया जा सकता है. सूत्रों ने शुक्रवार को कहा कि सरकार की तरफ से एनसीसीएफ (नेशनल कॉअपरेटिव कंज्यूमर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया लि.) और नैफेड (नेशनल एग्रीकल्चरल कॉअपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया लि.) जैसी एजेंसियां प्याज की खरीद करेंगी. खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने पिछले साल पांच लाख टन का बफर स्टॉक बनाया था. इसमें से एक लाख टन अभी भी उपलब्ध है.
सूत्रों ने कहा कि अपने बफर स्टॉक से रियायती दर पर प्याज बेचने के सरकार के फैसले से कीमतों को कंट्रोल करने में मदद मिली है. सरकार इस महीने के अंत में प्याज निर्यात पर प्रतिबंध हटाने पर फैसला लेगी. यह रोक 31 मार्च तक है. सरकार की बफर स्टॉक बनाने की योजना 2023-24 में प्याज के उत्पादन में गिरावट के अनुमान के बीच आई है.
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कहां कितने प्रोडक्शन की उम्मीद
कृषि मंत्रालय के गुरुवार को जारी बयान के अनुसार, प्याज का उत्पादन 2023-24 में लगभग 254.73 लाख टन होने की उम्मीद है, जबकि पिछले साल यह लगभग 302.08 लाख टन था. महाराष्ट्र में 34.31 लाख टन, कर्नाटक में 9.95 लाख टन, आंध्र प्रदेश में 3.54 लाख टन और राजस्थान 3.12 लाख टन की उपज कम होने से कुल उत्पादन में यह गिरावट आने की आशंका है. आंकड़ों के मुताबिक, वित्त वर्ष 2021-22 में प्याज का उत्पादन 316.87 लाख टन रहा था.