भगवान परशुराम की जयंती पर बिलासपुर में निकली ऐतिहासिक…- भारत संपर्क




भगवान परशुराम की जयंती पर गुरुवार शाम बिलासपुर में भव्य एवं विशाल शोभायात्रा निकाली गई। समग्र ब्राह्मण समाज और परशु सेना के नेतृत्व में यह शोभा यात्रा बारिश थमने के बाद दयालबंद शीतला मंदिर से आरती और पूजा पाठ के बाद आरंभ हुई। इस शोभा यात्रा की सबसे बड़ी विशेषता यह थी कि इसमें केवल ब्राह्मण समाज ही नहीं बल्कि सर्व हिंदू समाज सम्मिलित हुआ। शोभायात्रा गांधी चौक, जूना बिलासपुर, गोल बाजार, सदर बाजार और सिम्स चौक होते हुए पंडित देवकीनंदन दीक्षित स्कूल प्रांगण पहुंची, जहां धर्म सभा का आयोजन किया गया , जिसमें संत चिन्मयानंद बापू ने संबोधित किया।

शोभा यात्रा के लिए पूरे रास्ते में खूब सजावट की गई ।जगह-जगह मंच बनाकर शोभायात्रा का स्वागत किया गया। उन पर पुष्प वर्षा की गई और प्रसाद वितरण किया गया। गोल बाजार में विधायक अमर अग्रवाल ने शोभायात्रा का स्वागत किया तो वही सदर बाजार में भी स्थानीय सराफा व्यापारियों ने शोभायात्रा का सत्कार किया। इस शोभायात्रा में एक से बढ़कर एक झांकियां सम्मिलित थी। साथ ही पंथी कर्मा नृत्य दल, पंजाब बैंड , उज्जैन के डमरु दल आदि ने रंग जमा दिया। शोभा यात्रा में भगवान शिव, भगवान परशुराम, श्री राम, राधा कृष्ण, हनुमानजी आदि की जीवंत झांकियां सम्मिलित रही।
शोभायात्रा में हजारों की संख्या में बच्चे, नर- नारी सम्मिलित रहे। सबके हाथों में परशु और तलवार मौजूद था और वे शौर्य प्रदर्शन करते हुए चल रहे थे। एक किलोमीटर से भी लंबी शोभायात्रा देखते ही बन रही थी। शोभायात्रा में बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला भी सम्मिलित थे।

शोभायात्रा का समापन पंडित देवकीनंदन दीक्षित स्कूल प्रांगण में किया गया जहां पूजा आरती के पश्चात समूह भोज का आयोजन हुआ। इस अवसर पर संत चिन्मयानंद बापू ने समाज को एकजूट होने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि बिलासपुर के अलावा ऐसा आयोजन कहीं नहीं होता। उन्होंने ब्राह्मणों में शौर्य के साथ तप की आवश्यकता बतायी। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण समाज की एकता सनातन धर्म की एकता के लिए अत्यंत आवश्यक है। इस अवसर पर उन्होंने रामायण सहित अन्य पौराणिक कथाओं के साथ भीड़ को संबोधित किया।

देखिए चित्रों में भगवान परशुराम शोभा यात्रा



































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