लोन नहीं चुका पाया पति, मासूम बेटे के सामने महिला को पेड़ से बांधकर पीटा, वीडियो…


पेड़ से बंधी महिलाImage Credit source: X/@WithLoveBihar
आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले से एक बेहद परेशान करने वाला मामला सामने आया है. यहां 29 वर्षीय एक महिला को उसके ही मासूम बेटे के सामने पेड़ से बांधकर सिर्फ इसलिए बेरहमी से पीटा गया और अपमानित किया गया, क्योंकि उसका पति कथित तौर पर 80,000 रुपये का कर्ज चुका नहीं पाया. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. इस अमानवीय कृत्य पर मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने कड़ी नाराजगी जताई है, और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सिरीशा नाम की इस महिला के पति थिम्मारायप्पा ने मुनिकनप्पा नाम के एक व्यक्ति से 80,000 रुपये का कर्ज लिया था, जिसे वह चुका नहीं पाया. जब सिरीशा बेंगलुरु से अपने बच्चे का स्कूल ट्रांसफर सर्टिफिकेट लेने के लिए अपने क्षेत्र में वापस लौटी, तो मुनिकनप्पा उसकी पत्नी और बहू-बेटे ने उन्हें घेर लिया और पैसे लौटाने को कहा.
महिला ने कर्जदाता के परिवार को बताया कि उसका पति छह महीने पहले ही उसे छोड़ चुका है, और वह अब उसके साथ संपर्क में नहीं है. इसके बावजूद बच्चे के सामने ही उसे पेड़ से बांधकर बेरहमी से पीटने लगे. वायरल हो रहे वीडियो में एक महिला सिरीशा को गांववालों के सामने रस्सी से बांधते हुए नजर आती है. इसके बाद कर्जदाता परिवार सिरीशा पर गुस्से से हमला करना शुरू कर देता है.
इसी बीच, किसी ने पुलिस को इसकी सूचना दी, जिसके बाद मौके पर पहुंचकर उन्होंने महिला को बचाया. सिरीशा की शिकायत पर मुनिकनप्पा और उसके परिवार के सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. फिलहाल, मामले की जांच जारी है.
यहां देखें वीडियो
Woman tied to a road side tree, beaten, spit upon, humiliated for loan recovery even as her child wailed in the background.
No child deserves to see their mother like this 😭
This is progressive South! No outrage! Imagine if this happened in Bihar !
— With Love Bihar (@WithLoveBihar) June 17, 2025
@WithLoveBihar एक्स हैंडल से यह वीडियो शेयर कर यूजर ने कैप्शन में लिखा, कोई भी बच्चा अपनी मां को इस तरह देखने का हकदार नहीं है. ये है प्रोग्रेसिव साउथ की हकीकत! कोई आक्रोश नहीं! सोचिए अगर यह बिहार में हुआ होता, तो अब तक मीडिया में बवाल मच गया होता!