मैक्रों यूक्रेन जाते तो हो जाती हत्या, क्या जेलेंस्की ने बना लिया था प्लान? |… – भारत संपर्क


इमैनुएल मैक्रों
फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन (Emmanuel Macron) का यूक्रेन दौरा रद्द हो गया है. फ्रांसीसी अधिराकरियों ने दौरा रद्द होने की कोई वजह नहीं बताई है. मैक्रों का कीव दौरा फरवरी के बीच में होना था. रूसी मीडिया कि खबर के मुताबिक मैक्रों की ये यात्रा यूक्रेन में जानलेवा हमले की आशंका को देखते हुए रद्द की गई है. रूसी मीडिया ने सूत्रों से बताया कि यूक्रेन राष्ट्रपति जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों की हत्या का प्लान बनाया था और हमले की निगरानी डिफेंस इंटेलिजेंस के प्रमुख किरिलो बुडानोव को करनी थी.
लेकिन रूसी राष्ट्रपति को पहले ही इसकी भनक लग गई है. रूसी अखबार इज़वेस्टिया में छपि खबर के मुताबिक इस हमलें की जानकारी यूक्रेन आर्मी के पूर्व कमांडर-इन-चीफ वालेरी जालुजनी ने फ्रांस के राष्ट्रपति तक पहुंचा दी जिसके बाद उनको ये दौरा रद्द करना पढ़ा.
जेलेंस्की जा सकते हैं पेरिस
फ्रांसीसी राष्ट्रपति ऑफिस के एक स्टेटमेंट में बताया गया था कि मैक्रॉन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के बीच जंग की स्थिति और यूक्रेनियों की जरूरतों लेकर शनिवार को चर्चा की गई है. बयान के मुताबित दोनों नेताओं के बीच सुरक्षा समझोते को लेकर भी बात हुई है. ब्लूमबर्ग के मुताबिक जेलेंस्की शुक्रवार से शुरू होने वाले म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन के बीच पेरिस और बर्लिन आ सकते हैं.
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यूक्रेन ने बताया रूसी प्रोपोगेंडा
यूक्रेन ने रूस के इन दावों को खारिज करते हुए इन्हें झूट और देश के खिलाफ रूसी प्रोपोगेंडा बताया है. इस खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय प्रतिनिधि युसोव ने कहा, ये युक्रेन के उपर एक तरह का रूसी मिस इंफॉर्मेशन अटैक है. ऐसे प्रोपोगेंडा करके रूस हमें अंतरराष्ट्रीय मंच पर बदनाम करना चाहता है. युसोव ने ये भी कहा कि रूस के खिलाफ दूसरे देशों के गठबंधन को मजबूत करने की हमारी कोशिशों के बाद रूस ऐसी गंदी और फर्जी कहानियों का सहारा ले रहा है.
नहीं रुक रही जंग
रूस ने फरवरी 2022 को यूक्रेन के खिलाफ फुल स्केल आर्म अटैक लांच किया था. जंग को शुरु हुए दो साल बीत चुके हैं लेकिन जंग रुकने के आसार नजर नहीं आ रहे है. UN की रिपोर्ट के मुताबिक इस जंग में अब तक 10 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं जिसमें 600 के करीब बच्चें हैं. इसके अलावा हजारों युक्रेनी अपने घरों को छोड़ सुरक्षित जगहों में शरण लिए हुए हैं.